Summary: "खिरसू: उत्तराखंड का शांत और खूबसूरत हिल स्टेशन"
उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल में स्थित खिरसू 1700 मीटर की ऊंचाई पर बसा शांत और खूबसूरत हिल स्टेशन है, जहां से हिमालय की चोटियों के शानदार नज़ारे दिखते हैं।
Rishikesh to Khirsu: अगर आप भीड़-भाड़ से दूर एक सुकून भरी, ठंडी और हरियाली से भरपूर जगह की तलाश कर रहे हैं, तो उत्तराखंड का खिरसू आपके लिए एकदम सही जगह है। उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले में बसा खिरसू एक छोटा लेकिन बेहद खूबसूरत हिल स्टेशन है। यह समुद्र तल से करीब 1700 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है और यहां से आपको हिमालय की पंचाचूली, नंदा देवी, त्रिशूल और नंदा कोट जैसी चोटियों के मनमोहक दृश्य देखने को मिलते हैं।
यह गांव खास तौर पर हरी-भरी वादियों, घने जंगलों, सेब के बागों और शांत माहौल के लिए जाना जाता है। अगर आप शहर की भीड़ और गर्मी से कुछ दिन दूर रहना चाहते हैं तो खिरसू आपके लिए एक बेहतरीन ऑप्शन है। आइए जानते हैं, खिरसू क्यों है खास, वहां कैसे पहुंचे और वहां क्या-क्या देख सकते हैं।
ऋषिकेश से खिरसू कैसे पहुंचे?
खिरसू, ऋषिकेश से करीब 130 किलोमीटर की दूरी पर है। अगर आप अपनी गाड़ी से जा रहे हैं तो 3 से 4 घंटे में आराम से पहुंच सकते हैं। लेकिन अगर आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट से यात्रा कर रहे हैं तो थोड़ा समय ज्यादा लग सकता है।
रूट गाइड:

ऋषिकेश से श्रीनगर (उत्तराखंड) : यह पहला पड़ाव है। यहां तक बस या शेयर टैक्सी मिल जाती है और यात्रा में करीब 4 घंटे लगते हैं।
श्रीनगर से खिरसू : श्रीनगर से आगे की यात्रा टैक्सी या लोकल गाड़ियों से पूरी की जा सकती है।
खिरसू में ठहरने की व्यवस्था
खिरसू अभी बहुत ज्यादा कॉमर्शियल टूरिस्ट प्लेस नहीं है, इसलिए यहां सिर्फ 4 गेस्ट हाउस हैं। सबसे लोकप्रिय है GMVN गेस्ट हाउस, जहां से साफ मौसम में हिमालय का शानदार नज़ारा देखने को मिलता है। बाकी के गेस्ट हाउस भी अच्छे हैं और बजट में हैं। होमस्टे “बासा” भी एक बढ़िया ऑप्शन है, जहां आपको लोकल पहाड़ी व्यंजन खाने को मिलते हैं।
क्या है खिरसू में देखने लायक?
प्राकृतिक सुंदरता
बांज, देवदार, चीड़ और बुरांश के पेड़ों से घिरे इस गांव की हरियाली मन को सुकून देती है। यहां का मौसम गर्मियों में बेहद सुहावना रहता है।
चहलकदमी और ट्रैकिंग
यहां कई छोटे पैदल मार्ग हैं, जो ट्रैकिंग और वॉकिंग के लिए शानदार हैं। घने जंगलों के बीच चलना और ठंडी हवाओं को महसूस करना, एक अलग ही अनुभव होता है।
धार्मिक स्थल
घंडियाल देवता का मंदिर

हनुमान जी की विशाल प्रतिमा (फैडखाल के पास)
बाबा कंडोलिया मंदिर (पौड़ी से 19 किमी)
क्यूंकालेश्वर मंदिर और डांडा नागराजा मंदिर भी पास में हैं।
साइक्लिंग और कैंपिंग
साइकिलिंग के शौकीनों के लिए यह जगह स्वर्ग है। खिरसू से 25 किमी दूर घुड़दौड़ी का रास्ता साइक्लिंग के लिए लोकप्रिय है। इसके अलावा, आप जंगलों के किनारे कैंपिंग भी कर सकते हैं।
एक अनछुआ हिल स्टेशन, जहां सुकून है
अगर आप उत्तराखंड के मसूरी या नैनीताल जैसी भीड़भाड़ वाली जगहों से हटकर कोई शांत और प्राकृतिक जगह तलाश रहे हैं, तो खिरसू जरूर जाएं। यहां का लोकल खाना, सुन्दर वादियां, धार्मिक स्थल, शांत वातावरण और ठंडी हवाएं आपका मन मोह लेंगी।
