क्या बच्चा देता है गाली ? जानिए कैसे रोके
बच्चा अपने आसपास के माहौल से बहुत जल्दी प्रभावित हो जाता है l जब वह बड़ा हो जाता है,स्कूल जाने लगता है,उसके फ्रेंड्स बन जाते हैं, वह टेलीविजन आदि देखता है और जिन बातों को सुनता है उसका उस बच्चे पर असर पड़ना नेचुरल है l कहीं से भी बुरे शब्द सुन लेता है तो खुद भी वही बोलने लग पड़ता है l क्युकी छोटे बच्चो की तोतली बोली में बोली हुई हर बात लगती भी बहुत प्यारी है, पेरेंट्स भी उसे मजे मजे में सुनने लगते हैँ और हसते हैँ l बच्चे को भी लगता है कि वह कुछ अच्छी बात कर रहा है और यह उसकी आदत में शामिल हो जाता है l ऐसे में आप की गाइडेंस बेहद जरूरी है l शुरुआत से ही उसे विचार दीजिए कि क्या बोलने लायक है और क्या नहीं बोलने लायक बात है l उसकी हर अच्छी बात पर उसकी सराहना कीजिये और हर गलत बात का विरोध करके उसे प्यार से समझाए और खुद अपने आपको एक आदर्श के रूप में उसके सामने प्रस्तुत कीजिये और एक डिसिप्लिनड पर्सन बनाने में उसकी मदद कीजिये I
अपने घर में एक हैल्दी एनवायरमेन्ट क्रिएट करें
Stop your child to use abusing words
बच्चे बड़ों की शैडो होते हैं जैसा बड़े करते हैं बच्चे भी वैसा ही करने लगते हैं l अगर आप अपने बच्चे को तो बुरा बोलने के लिए डिसकरेज करते हैं पर खुद अपनी बोलचाल में बैड वर्ड्स यूज करते हैं चाहे वह फोन पर हो या घर में ही किसी से बात करते वक्त, आपका बच्चा यह शब्द आसानी से पिक कर लेता है और उसकी बोलचाल भी वैसी ही बन जाती है l अपने बच्चे के सामने अपना एक्साम्पल सेट करें l
बच्चों को अच्छा बोलने के लिए एनकरेज करें
Make your child understand the difference between right and wrong
अगर आपका बच्चा गलत शब्दों का प्रयोग करता है तो उसकी जगह पर उसको सही शब्दों का प्रयोग करने के लिए एनकरेज करें l ऐसा करने से जब भी वह ऐसा शब्द बोलने के बारे में सोचेगा उसे खुद ही याद आ जाएगा l बार-बार टोकने से उसकी आदत जरूर बदल जाएगी l
ओवर रीऐक्ट न करें
Don't scold but use encouraging words to stop the habit of abusing
बच्चों के गलत शब्द बोलने या गाली देने पर उसे डांटने के बजाय क्रिएटिव तरीके से समझाएं l डांटने से बच्चा जिद्दी तो बनता ही है साथ ही उसका आत्मविश्वास की कमजोर होने लगता है l जब भी वो अच्छी तरह से बोले पेरेंट्स को ख़ुशी जाहिर करके उसे एनकरेज करना चाहिए l असल में आपका बच्चा इतना छोटा है की जो वो बोल रहा है उसका मतलब वो खुद नही जानता है बस देखा देखी और सुनी सुनाई बोल रहा है l प्यार से उसको उसकी बोली हुई बात का मतलब समझाये और इस गलत आदत को चोदने में उसकी मदद करें |
बच्चे के द्वारा गलत शब्द बोलने पर न दें प्रतिक्रिया
create a healthy environment for your child
यह भी पढ़ें: सुबह उठते ही दंपति को करने चाहिए अपनी हथेली के दर्शन, होते हैं अनेक लाभ: Hand Vastu
बच्चे की हर गलत बात पर प्रतिक्रिया देने पर हम इनडायरेक्टली बच्चे को प्रेरित ही कर रहे होते हैं I अगर आपका बच्चा बार-बार मना करने या समझाने के बाद भी गाली देता है या गलत शब्दों का इस्तेमाल करता है तो ऐसे में आप उसका ध्यान डाइवर्ट करें और ऐसी चीजों में लगाएं जिसे करना आपके बच्चे को पसंद है ऐसा करने से वह भूल भी जाएगा और उसकी आदत भी छूट जाए l
Swear Word: बच्चा अपने आसपास के माहौल से बहुत जल्दी प्रभावित हो जाता है l जब वह बड़ा हो जाता है,स्कूल जाने लगता है,उसके फ्रेंड्स बन जाते हैं, वह टेलीविजन आदि देखता है और जिन बातों को सुनता है उसका उस बच्चे पर असर पड़ना नेचुरल है l कहीं से भी बुरे शब्द सुन लेता है तो खुद भी वही बोलने लग पड़ता है l क्युकी छोटे बच्चो की तोतली बोली में बोली हुई हर बात लगती भी बहुत प्यारी है, पेरेंट्स भी उसे मजे मजे में सुनने लगते हैँ और हसते हैँ l बच्चे को भी लगता है कि वह कुछ अच्छी बात कर रहा है और यह उसकी आदत में शामिल हो जाता है l
ऐसे में आप की गाइडेंस बेहद जरूरी है l शुरुआत से ही उसे विचार दीजिए कि क्या बोलने लायक है और क्या नहीं बोलने लायक बात है l उसकी हर अच्छी बात पर उसकी सराहना कीजिये और हर गलत बात का विरोध करके उसे प्यार से समझाए और खुद अपने आपको एक आदर्श के रूप में उसके सामने प्रस्तुत कीजिये और एक डिसिप्लिनड पर्सन बनाने में उसकी मदद कीजिये
अपने घर में एक स्वस्थ परिवेश बनाएं

बच्चे बड़ों की शैडो होते हैं जैसा बड़े करते हैं बच्चे भी वैसा ही करने लगते हैं l अगर आप अपने बच्चे को तो बुरा बोलने के लिए डिसकरेज करते हैं पर खुद अपनी बोलचाल में बैड वर्ड्स यूज करते हैं चाहे वह फोन पर हो या घर में ही किसी से बात करते वक्त, आपका बच्चा यह शब्द आसानी से पिक कर लेता है और उसकी बोलचाल भी वैसी ही बन जाती है l अपने बच्चे के सामने अपना एक्साम्पल सेट करें l
बच्चों को अच्छा बोलने के लिए प्रोत्साहित करें

अगर आपका बच्चा गलत शब्दों का प्रयोग करता है तो उसकी जगह पर उसको सही शब्दों का प्रयोग करने के लिए एनकरेज करें l ऐसा करने से जब भी वह ऐसा शब्द बोलने के बारे में सोचेगा उसे खुद ही याद आ जाएगा l बार-बार टोकने से उसकी आदत जरूर बदल जाएगी l
प्रतिक्रिया न करें

बच्चों के गलत शब्द बोलने या गाली देने पर उसे डांटने के बजाय क्रिएटिव तरीके से समझाएं l डांटने से बच्चा जिद्दी तो बनता ही है साथ ही उसका आत्मविश्वास की कमजोर होने लगता है l जब भी वो अच्छी तरह से बोले पेरेंट्स को ख़ुशी जाहिर करके उसे एनकरेज करना चाहिए l असल में आपका बच्चा इतना छोटा है की जो वो बोल रहा है उसका मतलब वो खुद नही जानता है बस देखा देखी और सुनी सुनाई बोल रहा है l प्यार से उसको उसकी बोली हुई बात का मतलब समझाये और इस गलत आदत को चोदने में उसकी मदद करें |
बच्चे के द्वारा गलत शब्द बोलने पर न दें प्रतिक्रिया

यह भी पढ़ें: सुबह उठते ही दंपति को करने चाहिए अपनी हथेली के दर्शन, होते हैं अनेक लाभ: Hand Vastu
बच्चे की हर गलत बात पर प्रतिक्रिया देने पर हम इनडायरेक्टली बच्चे को प्रेरित ही कर रहे होते हैं I अगर आपका बच्चा बार-बार मना करने या समझाने के बाद भी गाली देता है या गलत शब्दों का इस्तेमाल करता है तो ऐसे में आप उसका ध्यान डाइवर्ट करें और ऐसी चीजों में लगाएं जिसे करना आपके बच्चे को पसंद है ऐसा करने से वह भूल भी जाएगा और उसकी आदत भी छूट जाए l
