गुड़हल के पौधे को चींटियों से बचाएं,ये 2 प्राकृतिक नुस्खे हैं कारगार: Hibiscus Plant Care
Hibiscus Plant Care

Hibiscus Plant Care: घर में पौधे लगाना न केवल सजावट का एक अच्छा तरीका है, बल्कि यह हमारे स्वास्थ्य और मनोवृत्ति के लिए भी कई फायदे लाता है। लोग घर में तरह-तरह के पौधे लगाते हैं। इन्हीं पौधों में से एक है गुड़हल का पौधा। गुड़हल, जिसे “हिबिस्कस” के नाम से भी जाना जाता है, अपनी विविधता और अद्भुत सुंदरता के लिए प्रसिद्ध है। इसके आकर्षक फूल, जो विभिन्न रंगों में पाए जाते हैं, घरों, बगीचों और सार्वजनिक स्थानों को सजाते हैं। गुड़हल के फूल लाल, गुलाबी, पीले, सफेद, नारंगी, और बैंगनी सहित अनेक रंगों में पाए जाते हैं।

गुड़हल के फूलों से बनी चाय स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है। यह विटामिन सी का अच्छा स्रोत है और रक्तचाप को कम करने, प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करने, और पाचन में सुधार करने में मदद करती है। गुड़हल के फूलों का उपयोग सौंदर्य उत्पादों, जैसे कि हेयर कंडीशनर, मॉइश्चराइजर, और फेस मास्क में किया जाता है। गुड़हल का उपयोग आयुर्वेदिक औषधियों में भी किया जाता है, जो विभिन्न स्वास्थ्य समस्याओं के इलाज में मदद करती हैं। गुड़हल के फूलों का उपयोग कुछ फार्मास्यूटिकल उत्पादों में भी किया जाता है। गुड़हल का पौधा गमले में आसानी से उगाया जा सकता है, और यह कम देखभाल वाला पौधा है।

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पौधे में लग गई हैं चीटियां

गुड़हल का पौधा अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है, लेकिन कई बार इसे सफेद कीड़ों और चींटियों का सामना करना पड़ता है। ये छोटे जीव पौधे के लिए बड़ी समस्या बन सकते हैं, जिससे पौधे की वृद्धि रुक सकती है, पत्तियां पीली पड़ सकती हैं, और यहां तक ​​कि पौधा मर भी सकता है। ये कीड़े पौधे की रस चूसते हैं, जिससे पौधे को कमजोर बनाते हैं और उसकी वृद्धि रुक जाती है। कुछ सफेद कीड़े वायरस और बैक्टीरिया फैला सकते हैं जो पौधे को बीमार कर सकते हैं। ये कीड़े पौधे पर अंडे देते हैं, जिनसे और भी अधिक कीड़े पैदा होते हैं। चींटियां सफेद कीड़ों को शिकारियों से बचाती हैं, जिससे उन्हें पौधे को नुकसान पहुंचाने में मदद मिलती है। यहां चिटियों और सफेद कीड़ों से छुटकारा पाने के लिए एक घरेलू नुस्खा दिया गया है चलिए जानते हैं कि वह नुस्खा क्या है।

लाल मिर्च और लहसुन का मिश्रण आपके लिए एक प्राकृतिक और प्रभावी समाधान हो सकता है। लाल मिर्च में कैप्साइसिन नामक एक यौगिक होता है जो चींटियों के लिए अप्रिय होता है और उन्हें दूर रखने में मदद करता है। लहसुन में एलिसिन नामक एक यौगिक होता है जो चींटियों के लिए एक प्राकृतिक विकर्षक के रूप में कार्य करता है।

कैसे बनाएं मिश्रण

1 लीटर पानी में 2 बड़े चम्मच लाल मिर्च पाउडर और 4-5 लहसुन की कलियां (कुचलकर) मिलाएं। मिश्रण को अच्छी तरह मिला लें और छिड़कने वाली बोतल में भर लें। मिश्रण को पौधे की जड़ों और तने पर छिड़कें। यह मिश्रण चींटियों को दूर रखने में मदद करेगा। इस उपाय को हर हफ्ते कम से कम दो बार जरूर करें।

नीम का तेल चींटियों के लिए एक प्राकृतिक विकर्षक है और यह उन्हें आपके घर और बगीचे से दूर रखने में मदद कर सकता है।

कैसे करें इस्तेमाल:

1 लीटर पानी में 10 बूंद नीम का तेल मिलाएं। मिश्रण को अच्छी तरह मिला लें और स्प्रे बोतल में भर लें। पौधे की जड़ों और तने पर मिश्रण छिड़कें। यह मिश्रण चींटियों को दूर रखने में मदद करेगा। इस उपाय को हर हफ्ते कम से कम दो बार जरूर करें। मिश्रण को अपनी आंखों या त्वचा पर लगने से बचें। यदि आपको त्वचा में जलन या एलर्जी का अनुभव होता है, तो तुरंत पानी से धो लें और डॉक्टर से सलाह लें।