Summary: ब्रेस्ट हेल्थ का सही ख्याल
टीनएज में ब्रेस्ट में गांठ, दर्द और बदलाव सामान्य हैं। सही जानकारी और देखभाल से हेल्दी ब्रेस्ट बनाए रखे जा सकते हैं।
Breast Pain in Teenage: टीनएज अर्थात किशोरावस्था जिसे 12 से 18 साल के बीच माना जाता है। इसे हम ट्रांजिशन फेज भी कह सकते हैं, अर्थात बदलाव की उम्र। टीनएज लड़के या लड़की दोनों के लिए ही संवेदनशील समय होता है। इस उम्र में बच्चों के अंदर शारीरिक और मानसिक रूप से कई बदलाव आते हैं, इन्हीं बदलावों में से एक है लड़कियों के ब्रेस्ट यानी स्तनों का बढ़ना। सही जानकारी के अभाव में स्तनों में हो रहे बदलाव कई बढ़ती उम्र की लड़कियों के अंदर डर पैदा कर देते हैं। आइए इस लेख में इस डर को कम करते हैं और जानते हैं ब्रेस्ट डेवलपमेंट के बारे में।
टीनएज में ब्रेस्ट डेवलपमेंट के स्टेज
ऐसा बिल्कुल नहीं है की लड़कियों में स्तनों का बढ़ना बहुत जल्दी या तत्काल प्रक्रिया है, बल्कि यह एक धीमी गति से चलने वाली प्रक्रिया है, जो की 3 से 6 साल तक चल सकती है। स्तनों के विकास प्रक्रिया को पांच स्टेजों में बांटा जा सकता है। यह स्टेज है,
स्टेज 1: इस स्टेज में स्तनों में बदलाव नजर नहीं आता निप्पल चिपके हुए रहते हैं।
स्टेज 2: इस स्टेज पर निप्पल के नीचे एक गांठ बनता है जिसमें दर्द भी रहता है। अक्सर इस स्टेज में लड़कियां गांठ को लेकर डर जाती हैं।
स्टेज 3: इस स्टेज में ब्रेस्ट के आकार में बदलाव शुरू हो जाता है और निप्पल बाहर की तरफ उभरे हुए नजर आते हैं।
स्टेज 4: इस स्टेज पर ब्रेस्ट के चारों तरफ का गहरा भाग जिसे एरियोला कहते हैं उसका विकास होने लगता है।

स्टेज 5: यह स्टेज स्तन का पूरी तरह विकसित स्टेज है, जिसमें स्तन बिल्कुल व्यस्क महिला के समान नजर आता है।
टीनएज में ब्रेस्ट में गांठ और दर्द का करण
टीनएज में ब्रेस्ट में गांठ: टीनएज में लड़कियों को परेशान करने वाली सबसे आम समस्या है ब्रेस्ट में गांठ का होना। अक्सर लड़कियां सही जानकारी के अभाव में इस गांठ की तुलना कैंसर से करने लगती हैं।
टीनएज में ब्रेस्ट में होने वाले गांठ का कारण शरीर में हो रहे हार्मोनल बदलाव है। स्तनों की कोशिकाओं के विकास के कारण यह गांठ बनते हैं। इस तरह के गांठ छूने पर सख्त होते हैं तथा इन्हें दबाने पर दर्दनाक ऐहसास होता है।
ज्यादातर मामलों में यह गांठे सामान्य ब्रेस्ट ग्रोथ के होते हैं।
ब्रेस्ट में दर्द का कारण: टीनएज में अक्सर लड़कियां स्तनों में दर्द की शिकायत करती हैं। इस दौरान ब्रेस्ट में दर्द होने का सामान्य कारण है स्तनों की कोशिकाओं का खिंचाव। इस दर्द के होने का मुख्य कारण ब्रेस्ट टिशूज का ग्रोथ और हार्मोन के स्तर में उतार-चढ़ाव है।
डॉक्टर से परामर्श लेना कब जरूरी है
ज्यादातर मामलों में टीनएज के दौरान स्तनों में होने वाला दर्द या गांठ सामान्य है। यह स्तनों के विकास से जुड़ा है, लेकिन कुछ मामलों में डॉक्टर से मिलना जरूरी है। यह स्थितियां है:
अगर स्तनों के गांठ का आकार तेजी से बढ़ रहा हो और उसमें दर्दना हो।
अगर स्तनों से खून या पीले रंग का तरल पदार्थ निकल रहा हो।
स्तनों में लाल चकते पड़ना या सूजन बढ़ रहा हो।
अगर स्तनों में लगातार असहनीय दर्द बना हो।
अगर इनमें से एक भी स्थिति है तो आपको डॉक्टर से परामर्श लेने की आवश्यकता है।
किस तरह पेरेंट्स करें गाइड
टीनएज में अपनी बच्चियों को उनके शारीरिक विकास से जुड़ी सही जानकारी दे देकर उनके भ्रम को दूर करें। उन्हें बताएं ब्रेस्ट में इस तरह के बदलाव उनके शारीरिक विकास का एक चरण है, अगर फिर भी तुम्हें दर्द बहुत अधिक है या तुम्हें कुछ असामान्य लग रहा है तो हम डॉक्टर से मिल सकते हैं, इसमें झिझक की कोई बात नहीं है।
पेरेंट्स अपनी बच्चियों को सही ब्रा पहनने की जानकारी दें और सही उम्र पर उन्हें ब्रा खरीदने में मदद करें।
अपनी बच्चियों को सेल्फ ब्रेस्ट एग्जामिनेशन के महत्व को बताएं। उन्हें समझाएं यह शरीर आपका है और इसमें हो रहे सभी बदलावों पर ध्यान रखना आपका निजी अधिकार है। इसमें किसी तरह के शर्म या डर की बात नहीं है।
