Preparation for Pre Board: दसवीं और बारहवीं कक्षा ही वो पड़ाव है जहां से आपके करियर की शुरुआत होती है। दसवीं के बाद बच्चों के करियर की दिशा तय होती है तो बारहवीं के बाद वे उस करियर को आगे बढ़ा पाते हैं। यही कारण है बोर्ड एग्जाम बच्चों के लिए बेहद मायने रखते है। इसलिए बोर्ड के पेपरों से पहले प्री बोर्ड होता है जिसमें आपके आगामी बोर्ड की तरह पेपर बनाया जाता है यूं कहें आपको बोर्ड कि परीक्षा के लिए तैयार किया जाता है। प्री बोर्ड ज्यादा मुश्किल बनाए जाने के साथ इसमें पूरा सलेब्स आता है। आपके पास समय भी कम होता है साथ ही तैयारी ज्यादा करनी होती है। ऐसे में थोड़ी समझदारी और सूझबूझ से कैसे प्री बोर्ड की तैयारियां करे आईए आपको बताते हैं :
एनसीईआरटी में से तैयारी करें

जरूरी है कि आप अपनी एनसीआरटी बुक पर ध्यान दें क्योंकि प्री बोर्ड का एग्जाम एनसीईआरटी में से ही बनकर आता है। एनसीआरटी में जो भी पाठ दिया जाता था उसकी हर एक लाइन पर आपको ध्यान देना है क्योंकि उन्ही में से ही प्रश्न बनकर आते हैं। आपको कान्सेप्ट बिलकुल क्लीयर होना चाहिए। तभी आप उत्तर दे पाएंगे। जब आप कोई भी पाठ को किताब में से पढ़ते है तो उसके पीछे दिए गए प्रश्न को अपने आप से करने की कोशिश करें। इससे आपको पता चलेगा कि आपको पाठ में कितना समझ में आया है। इससे आपको अपनी कमियां पता चलेगी और इन कमियों को आप दूर करके पूरे आत्मविश्वास के साथ पेपर दे सकेंगे।
सिलेबस पर ध्यान दें
आप सभी सब्जेक्ट के सिलेबस की एक सूची बना लें जिसमें मार्क करते जाए किसकी तैयारी कितनी हो गई है क्या वे पाठ आपको पूरी तरह से आते है। यदि सिलेबस में कहीं कोई कमी रह गई है तो उसको दोबारा अच्छी तरह से कर लें। हर सब्जेक्ट का अपना एक सेलेब्स है उसको ध्यान में रखकर ही तैयारी करनी होती है। सिलेब्स में आने वाले सभी टॉपिक,परिभाषाएं, थ्योरम व फोर्मूले अच्छे से तैयार कर लें। क्योंकि यही बारीकियां होती है जो हमको अच्छे नंबर लाने में काम आती हैं।
सीबीएसई की साइट
बच्चें अकसर ये गलती करते हैं या तो पढ़ाई के दबाव में आकर या फिर अनजाने में वे सिलेबस को फॉलो नहीं करते हैं। इसलिए जरुरी है एक बार सीबीएसई की साइट चैक कर लें कि सिलेब्स में क्या आएगा और क्या नहीं आएगा। इस साल बहुत से पाठ ऐसे हैं जो आउट ऑफ सिलेबस कर दिए है लेकिन कुछ चैप्टर को सिलेब्स में जोड़ा भी गया है। इसलिए ये जरुरी है कि सिलेब्स को अच्छी तरह चैक कर लें। कहीं आपका समय गलत सिलेब्स को पढ़ने में न चला जाए।
अध्यापको के टच मे रहे
जैसे प्रीबोर्ड आने वाले होते है बच्चे स्कूल से छुटिटयां लेना आरम्भ कर देते है। लेकिन जरूरी है कि आप अपने अध्यापकों के टच में रहे। उनसे व्हाट्सएप ग्रुप में बात करते रहे। जिससे जब आपको उनकी आवश्यकता हो तो वे आपकी परेशानियों का हल निकाल सके। आपको जिस भी सब्जेक्ट में परेशानी लग रही है उन्हे मार्क कर लें। यदि व्हाटस ग्रुप में टीचर इनका सलूशन भेज सके या समझा सके तो ठीक है नहीं तो एक दिन स्कूल जा कर उनसे प्रॉब्लम को समझ लें।
सैंपल पेपर हल करें और प्रैक्टिस ज्यादा से ज्यादा करें

हर साल सीबीएसई सभी सब्जेक्ट के सैंपल पेपर निकालती है इसमें आने वाले बोर्ड पेपर के लिए प्रश्न उत्तर दिए जाते है। जिससे आपकी तैयारी अच्छी तरह हो जाती है साथ ही पिछले सालों के जो बोर्ड के पेपर हुए वे भी होते है। पुराने पेपर्स की प्रैक्टिस कर हम एग्जाम के पैटर्न को अच्छी तरह समझ सकते हैं। तो देरी न करते हुए जल्द ही इनको सोल्व करने में लग जाएं। साथ ही प्रश्न बैंक बुक आती है जिनमें बहुत तरह के प्रश्न पूछे जाते हैं आप उनके जरिए भी पेपरों की प्रैक्टिस कर सकते है।
हर एक सबजैक्ट की तैयारी के लिए टिप्स
- अगर आप सोशल स्टडीज ( सामाजिक विज्ञान ) सब्जैक्ट की तैयारी कर रहे हैं तो इतिहास, इकोनोमिक्स( अर्थशास्त्र) ,पोलिटिकल साइंस ( राजनीतिक विज्ञान ) आदि जिनमें ज्यादा बड़ी थ्योरीज होती है उन्हे संक्षेप में करके प्वांइटस बना लें। साथ ही सोशल साइंस में तारीख और नाम याद करने होते है उन्हें भी एक जगह लिख लें या टेबल बनाकर रिविजन करें।
- गणित में जरूरी है कि आप एक जगह सारे फार्मूले लिख लें जिससे आपको पता हो कि किस लेसन के क्या फार्मूला है।
- हिन्दी और इंग्लिश में व्याकरण को करना बेहद जरूरी है नहीं तो पेपर में नंबर उसी में ज्यादा कटते है। व्याकरण का सेक्शन इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि इसे कर लेने से आप लगभग आधा पेपर हल कर पाएंगे।
- साइंस में भी थ्योरी और न्यूमेरिकल होते हैं जिन पर ध्यान देना बेहद आवश्यक है। तो आप फार्मूले और थ्योरी के शॉर्टकट को एक जगह लिख लें।
- कुछ इस तरह से आप प्री बोर्ड की तैयारी को आसान बना सकते हैं।