बच्चों के एक्जाम शुरू हो चुके हैं जल्द ही उनकी गर्मी की छुट्टियां भी खत्म हो जाएंगी। पिछला साल तो कोरोना के साथ-साथ ऐसे फुर्र हुआ है कि मानो आया ही नहीं था। पिछले साल बच्चे गर्मी की छुट्टी पर कहीं जा भी नहीं पाए थे। इस बार भी आपका कहीं जाने का प्लान नहीं है और बच्चे घर पर ही रहने वाले हैं तो छुट्टियों में बच्चों का मन लगाना एक कठिन काम होगा। उन्हें छुट्टियों में कुछ तो खास करना ही होता है। पर क्या…बाहर भेजकर कुछ सिखाने से आप अभी भी कतराती हैं तो समय आ गया है कि आप बच्चों का मन लगाने का काम खुद ही करें बच्चों की एक्टिविटी पर आप खुद ही ध्यान दें। मां होने के नाते आप जानती ही होंगी कि बच्चों का मन लगाना आसान काम बिलकुल नहीं है। इसके लिए तो बहुत संयम का साथ देना पड़ता है और उन पर किसी चीज का गलत असर न हो ये भी ध्यान देना होता है। घर पर आजमाई जाने वाली कौन-कौन सी बच्चों की एक्टिविटी आएंगी काम जान लीजिए-

बोर्ड गेम्स सिखाए लाइफ स्किल

अब बाजार में इतने तरह के बोर्ड गेम्स मिलते हैं कि आपके लिए उनमें से किसी एक को चुनना भले ही कठिन होता है। लेकिन इनमें से कुछ बेस्ट वालों को चुन कर आप अपने बच्चे की गर्मी की छुट्टी आसानी से सीखने-सिखाने के तरीके से काट पाएंगी। दरअसल अब ऐसे बोर्ड गेम्स आते हैं, जो लाइफ स्किल सिखा देते हैं। जैसे टीम वर्क में काम करना या नई भाषा सीखना। कई बार तो यही बोर्ड गेम्स बच्चे के मन में पल रही एंगजाइटी को भी कम करते हैं। इतना ही नहीं ये गेम्स बच्चों में हारने के लिए तैयार रहने की आदत भी डालते हैं। जो आजकल की भागदौड़ की जिंदगी में बच्चों में है ही नहीं। वो हार को फेस करने में बहुत दिक्कत महसूस करते हैं। 

लगेगा मन बनेगी सेहत

कोरोना का ये दौर शरीर को फिट बनाए रखने के लिए प्रेरित करता है। इस दौर में जहां हर कोई अपने स्तर पर व्यायाम कर रहा है तो बच्चे भी क्यों पीछे रहें। गर्मी की छुट्टियों में उन्हें किसी एक शारीरिक फायदा देने वाली एक्टिविटी का हिस्सा जरूर बनाएं। शुरुआत में बच्चों को हो सकता है ये सब अच्छा न लगे। लेकिन थोड़ी सी सख्ती और अनुशासन बच्चों को इसको करने के लिए प्रेरित करेगा और जब उनको इसमें मजा आने लगेगा तो फिर शायद आपको कहने की जरूरत ही न पड़े। देखिएगा कैसे वो फिट भी होंगे और दिनभर का कम से कम एक घंटा तो उनका आराम से कटेगा ही। आप भी फ्री रहेंगी कि बच्चा समय खराब नहीं कर रहा है। बच्चा भी अच्छा महसूस करेगा और एक समय के बाद उसे मजा भी खूब आएगा। 

म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट रिश्तों की धुन

म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट, ऐसी चीज है, जो सीखने के बाद आप दूसरों से बिलकुल अलग नजर आते हैं। बच्चों के साथ भी ऐसा ही होता है। वो किसी खास म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट को बजाना सीख लेते हैं तो उन्हें वो खुद ही स्पेशल लगने लगते हैं। बच्चे इसकी ओर हो सकता है आकर्षित न हों क्योंकि म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट को सीखना एक लंबी और धीमी प्रक्रिया होती है। रियास सब लोग कर भी नहीं पाते हैं। अब ऐसे में छोटे बच्चे से इसकी अपेक्षा करना पूरी तरह से सही भी नहीं होगा। मगर एक कोशिश तो की ही जा सकती है। हो सकता है बच्चा सारी निगेटिविटी छोड़ कर म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट को पसंद करने लगे। अब ऐसे में गर्मी की छुट्टी का इससे अच्छा इस्तेमाल क्या ही होगा। आपको भी अच्छा लगेगा जब बच्चा छुट्टियों के नतीजे के तौर पर एक हुनर सीख लेगा। तो सबसे पहले बच्चे को म्यूजिक इंस्ट्रूमेंट से रूबरूर कराएं और बच्चे से पूछें कि उसे कौन सा अच्छा लगा। फिर उसे ऑनलाइन क्लास में इन्हें बजाना सिखाइए या अगर आप बाहर कोचिंग के लिए भेज सकें तो भी अच्छा है। 

छोटेछोटे काम

घर में ऐसे बहुत से छोटे काम होते हैं, जिन्हें करने में समय बहुत जाता है। जैसे धुले कपड़े डोरी से उतारना, धुले बर्तन रैक्स में सेट करना या सफाई के पहले घर की डस्टिंग। एक्जाम के बाद जब बच्चे घर पर होंगे तो उन्हें इन कामों की ज़िम्मेदारी दे दीजिए। उन्हें समझा दीजिए कि अब ये काम उन्हें ही करने हैं। आगे से करने के लिए कहा भी नहीं जाएगा। बच्चा अगर आपकी बात थोड़ी भी मानता है तो वो ये काम करेगा। इससे उसे घर के कामों में रुचि तो बढ़ेगी ही उसको एक काम कर लेने का आत्मविश्वास भी आएगा। वो जरूर खुश होगा कि उसे घर का एक काम आ गया है। 

किचन में मदद करे बच्चा

बेटा हो या बेटी। आपका बच्चा पढ़ाई छोड़ किचन में आए ये आपको जरूर अच्छा नहीं लगेगा। लेकिन किचन के काम को जिंदगी के लिए जरूरी स्किल के तौर पर देखें। ये हर इंसान की जिंदगी के लिए जरूरी है। ऐसे में बच्चे को किचन के काम सिखाने का गर्मी की छुट्टी से अच्छा समय क्या ही होगा। शुरुआत में आप बच्चे से सिर्फ आपकी मदद करने के लिए कहिए। किचन में वो आपको सामान लाकर दे। इसके लिए किचन में क्या चीज कहां रखी है ये भी बच्चे को बताया जा सकता है। इससे वो आपको आसानी से सामान दे पाएगा। धीरे-धीरे उसे सब्जियां काटने का काम भी दिया जा सकता है लेकिन सावधानी के साथ। उसको सलाद बनाने का काम भी दीजिए। वो जब रोज खाने से पहले खुद सलाद बनाएगा तो खिलाने के साथ खुद भी हेल्थी सलाद खाएगा जरूर। 

फैमिली हो साथ

छुट्टियां बच्चे की होंगी लेकिन पूरे परिवार की तो नहीं। अब ऐसे में होगा ये कि बच्चा पूरे परिवार का साथ जब भी मिलेगा खुश जरूर होगा। उसे लगेगा कि सब उसके साथ हैं और वो अकेला महसूस बिलकुल नहीं करेगा। मगर पूरा परिवार साथ बैठे ही, ये आजकल संभव ही नहीं होता है। ऐसे में आपको पूरे परिवार के लिए के नियम बनाना होगा कि दिनभर में एक बार सब साथ बैठकर दिनभर का हाल बताएंगे। ये नियम बच्चे के पापा, भाई-बहन और आप पर भी लागू होगा। देखिएगा एक समय बाद बच्चा इस एक समय का इंतजार किया करेगा। इस दौरान आप लोग कुछ छोटे गेम भी खेल सकते हैं। 

 

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