मेरा बेटा तो जल्दी सोता ही नहीं है। सारे दिन शैतानी और रात में भी देर तक टीवी देखना और सुबह जल्दी उठकर स्कूल के लिए भागना। अक्सर आपने मम्मियों को पार्क में या फिर फैमिली गैदरिंग में ऐसी बातें करते सुना होगा। हो सकता है आपका बच्चा भी उन्ही बच्चों की श्रेणी में आता हो जो दिन और रात मिलाकर भी अपनी औसत नींद पूरी नहीं करते हैं। क्या आप जानते हैं कि सामान्य से कम नींद लेना भी स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है। इससे बच्चे के विकास में बहुत सी बाधाएं आती हैं साथ ही उसका मन भी पढ़ाई में नहीं लगता और वो अन्य बच्चों की तुलना में पिछड़ जाता है। आइए आपको बताते हैं कि बच्चे के अच्छे विकास के लिए कितने घंटे की नींद ज़रूरी है।

6 से 12 महीने के बच्चे
यह उम्र ऐसी होती जब बच्चा नई -नई एक्टिविटीज सीखता है जैसे कि चलना ,बैठना, बोलना ऐसे में बच्चे का शरीर थक जाता है इसलिए उसे कम से कम 12 से 15 घंटे की नींद अवश्य ही लेनी चाहिए।
1 से 3 साल के बच्चे
इस उम्र का बच्चा काफी एक्टिव होता है और दिनभर खेलने कूदने के बाद थक जाता है इसलिए बच्चे को कम से कम 13 घंटे की नींद लेनी चाहिए।

3 से 5 साल तक के बच्चे
इस उम्र का बच्चा स्कूल जाना शुरू कर देता है और पढ़ाई करने लगता है। साथ ही वो और ज्यादा एक्टिव हो जाता है। ऐसे में बच्चे का सही समय पर सोना बहुत ज़रूरी होता है। इन उम्र के बच्चों को कम से कम १२ घंटे सोना चाहिए।
5 से 10 साल के बच्चे
जैसे-जैसे बच्चे बढ़ते जाते हैं उनके सोने का समय काम होता जाता है। लेकिन उनकी बढ़ती उम्र के साथ उनका काम भी बढ़ जाता है इसलिए उनकी नींद का पूरा ध्यान रखना चाहिए। इस उम्र के बच्चों को काम से काम १०-१२ घंटे की नींद लेनी चाहिए।
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