नवजात शिशु के हाइजीन के लिए उठाएं ये कदम

अगर आप भी अपने नवजात शिशु को बीमारियों से दूर रखकर हमेशा हंसता खेलता देखना चाहती हैं, तो हमारे बताये ये हाइजीन टिप्स जरूर फॉलो करिए।

Newborn Hygiene: नवजात शिशु की इम्युनिटी अक्सर कम होती है, इसलिए उन्हें सर्दी, खांसी, बुखार जैसी बीमारियां हो जाती हैं। इन बीमारियों की वजह मुख्य रूप से शिशु की साफ़ सफाई का ध्यान नहीं रखना होता है। आपके शिशु को सेहतमंद रखने में स्वच्छता मुख्य भूमिका निभाती है। प्रॉपर हाइजीन का ध्यान रखने से जर्म्स और वायरस की वजह से शिशु के बीमार पड़ने की संभावना कम हो जाती है। शिशु की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए शिशु के साथ माता-पिता, खासकर मां को

भी स्वच्छता बनाकर रखना जरूरी होता है, क्योंकि शिशु अपना ज्यादातर समय उसी के साथ गुजारता है। अगर आप भी अपने नवजात शिशु को बीमारियों से दूर रखकर हमेशा हंसता खेलता देखना चाहती हैं, तो हमारे बताये ये हाइजीन टिप्स जरूर फॉलो करिए।

सोशल डिस्टेंसिंग

कोविड के दौरान हम सभी ने सोशल डिस्टेंसिंग की खूब प्रैक्टिस की थी, बस ये ही प्रैक्टिस आपको अपने नवजात शिशु के जन्म से लेकर कुछ महीनों तक फॉलो करनी है। घर के सभी लोग और आने-जाने वाले नवजात शिशु को हाथ में पकड़ना चाहते हैं, गोद में उठाकर चिपकाते हैं या गाल पर किस करते हैं, लेकिन यह गलत है। इस वजह से बच्चे को इन्फेक्शन हो सकता है। इसलिए हमें बच्चे को माता-पिता के अलावा किसी से भी एक सुरक्षित दूरी में रखना चाहिए। कुछ महीने बाहर भीड़ वाली जगह में ले जाने से भी बचें।

छूने से पहले हाथ धोएं

घर पर रहने के दौरान भी बच्चे की स्वच्छता बनाए रखना बहुत महत्वपूर्ण है। आपके हाथों में जर्म्स और बैक्टीरिया होते हैं, जिनसे बच्चों को जुकाम, फ्लू एवं अन्य संक्रमण हो सकते हैं। इसलिए बच्चे को छूने से पहले अपने हाथों को साबुन व पानी से कम से कम 20 सेकंड तक नियमित तौर पर धोएं। शिशु को खाना खिलाने, नैपी बदलने, पालतू पशु या किसी अन्य सतह को छूने के बाद अपने हाथों को धोएं। अगर कभी हाथ नहीं धो पा रही हैं, तो सेनिटाइज़र का इस्तेमाल करें।

नाखूनों को छोटा व साफ रखें

नाखूनों को लंबा रखने से बैक्टीरियल संक्रमण हो सकता है, क्योंकि आपके नाखूनों में गंदगी इकट्ठी हो जाती है। मां एवं शिशु को अपने नाखून छोटे व साफ रखने चाहिए। आप अपने शिशु के नाखून उस समय काट सकती हैं, जब वह सो रहा हो। याद रखें कि यह शिशु की हाइज़ीन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।

डायपर का रखें ध्यान

डायपर बदलना एक बड़ा काम होता है। कुछ घंटो में नियम से डायपर बदल दें और शिशु के अंग हमेशा स्किन वाइप्स या टिश्यू से साफ़ करते रहें जिससे वो खुद भी अच्छा महसूस करे और संक्रमण का भी खतरा कम रहे।

बाहर के जूते चप्पल बाहर ही रखें

बच्चे के कमरे में हमें बाहर के जूते चप्पल नहीं लाने चाहिए। जूते-चप्पलों में लगे धूल मिट्टी संक्रमण के स्रोत हो सकते हैं और बच्चे को आसानी से अपनी चपेट में ले सकते हैं। कभी-कभी साफ दिखने वाले जूते चप्पल भी कीड़े मकोड़े के घर होते हैं। गंदे कपड़े, पालतू जानवर, गंदे कूड़ेदान या डोर मैट भी शिशु के कमरे से दूर रखना चाहिए।

हमारी इन हाइजीन टिप्स को अपनाकर आप अपने बेबी को बीमारियों से दूर रखकर उसकी अच्छी सेहत सुनिश्चित कर सकती हैं।

अभिलाषा सक्सेना चक्रवर्ती पिछले 15 वर्षों से प्रिंट और डिजिटल मीडिया में सक्रिय हैं। हिंदी और अंग्रेज़ी दोनों भाषाओं में दक्षता रखने वाली अभिलाषा ने करियर की शुरुआत हिंदुस्तान टाइम्स, भोपाल से की थी। डीएनए, नईदुनिया, फर्स्ट इंडिया,...