Phishing Links
Phishing Links

Phishing Links: एक दिन दिल्ली में रहने वाले अमित (काल्पनिक नाम) को अपने मोबाइल पर एक मैसेज मिला, जिसमें लिखा था, “प्रिय ग्राहक, आपकी KYC जानकारी अपडेट नहीं हुई तो आपका खाता 48 घंटे में बंद हो जाएगा। नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें और तुरंत अपडेट करें।” घबराया हुआ अमित सोचने लगा कि कहीं उसका खाता ब्लॉक न हो जाए। बिना सोचे-समझे उसने लिंक पर क्लिक किया, लेकिन वेबसाइट नहीं खुली। थोड़ी देर बाद उसे एक अज्ञात नंबर से फोन आया। कॉल करने वाले ने कहा, “नमस्ते सर, मैं ABC बैंक से बोल रहा हूं। आपकी KYC अपडेट करने में कोई समस्या हो रही है क्या?” अमित ने कहा, “हां, लिंक काम नहीं कर रहा।” कॉलर ने विश्वास दिलाते हुए कहा, “कोई बात नहीं सर, मैं मैन्युअली कर देता हूं। कृपया अपना यूज़रनेम, पासवर्ड और OTP बता दें।” अमित ने भरोसे में आकर जानकारी दे दी। कुछ देर बाद, उसके खाते से सारे पैसे गायब हो गए। तब अमित को एहसास हुआ कि वह ठगी का शिकार हो चुका है।

इस तरह की धोखाधड़ी को “फिशिंग” कहते हैं। यह एक साइबर अपराध है, जिसमें ठग नकली संदेश, कॉल या ईमेल के ज़रिए लोगों को उनकी गोपनीय और व्यक्तिगत जानकारी देने के लिए भ्रमित करते हैं। आइए समझते हैं कि फिशिंग कैसे काम करती है, इससे बचने के उपाय क्या हैं, और अगर आप इसका शिकार हो जाएं, तो क्या करें।

फिशिंग में ठग आमतौर पर बैंक, सरकारी संस्था या किसी जानी-मानी कंपनी के नाम पर नकली संदेश भेजते हैं। इनमें लिंक, कॉल या ईमेल के जरिए आपकी व्यक्तिगत जानकारी मांगी जाती है, जैसे कि पासवर्ड, OTP या बैंक की डिटेल्स। ये जानकारी मिलते ही ठग आपके बैंक खाते या अन्य ऑनलाइन अकाउंट को निशाना बनाते हैं।

लिंक पर क्लिक करने से पहले जाँच करें

किसी भी संदेश में आए लिंक पर क्लिक करने से पहले उसकी सत्यता जांच लें। हमेशा बैंक या संस्था की आधिकारिक वेबसाइट पर खुद जाकर जानकारी प्राप्त करें।

गोपनीय जानकारी साझा न करें

कोई भी वैध बैंक या संस्था आपसे पासवर्ड, OTP, या पिन जैसी जानकारी कभी नहीं मांगती।

संदिग्ध कॉल और संदेश से सतर्क रहें

अनजान नंबर से आए कॉल और संदेशों पर भरोसा न करें। कॉलर की पहचान की पुष्टि करें और जरूरी हो तो बैंक के ग्राहक सेवा केंद्र से संपर्क करें।

सुरक्षा सॉफ़्टवेयर का उपयोग करें

अपने डिवाइस में एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर इंस्टॉल करें और इसे नियमित रूप से अपडेट करते रहें।

धोखाधड़ी की आशंका होने पर तुरंत बैंक से संपर्क करें। अपने खाते को तुरंत ब्लॉक करवाएं और धोखाधड़ी की जानकारी दें।

साइबर क्राइम में शिकायत दर्ज करें। आप https://cybercrime.gov.in पर ऑनलाइन शिकायत दर्ज करा सकते हैं। पास के साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में जाकर भी रिपोर्ट कर सकते हैं।

ईमेल, बैंक और अन्य ऑनलाइन खातों के पासवर्ड तुरंत बदलें।

फिशिंग से बचने का सबसे आसान तरीका है सतर्क रहना। ठग अक्सर आपकी भावनाओं का फायदा उठाते हैं, जैसे डर, लालच या जल्दबाजी। किसी भी लिंक या कॉल पर तुरंत प्रतिक्रिया देने से पहले उसकी सच्चाई परखें। अपनी और अपने प्रियजनों की डिजिटल सुरक्षा को प्राथमिकता दें और जागरूकता फैलाएं।

सोनल शर्मा एक अनुभवी कंटेंट राइटर और पत्रकार हैं, जिन्हें डिजिटल मीडिया, प्रिंट और पीआर में 20 वर्षों का अनुभव है। उन्होंने दैनिक भास्कर, पत्रिका, नईदुनिया-जागरण, टाइम्स ऑफ इंडिया और द हितवाद जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में काम किया...