आपकी आमदनी से ज्यादा तो नहीं हैं खर्चे?

आप यह नहीं पता कर पा रहे हैं कि आपके खर्चे आपकी आमदनी के हिसाब से ज्यादा हैं और आपको इन्हें नियंत्रित करने की जरूरत है, नहीं तो आप मुश्किल में फंस सकते हैं।

Money Management Tips: अधिकांश लोग इस बात से परेशान रहते हैं कि कितना भी कमा लो, कुछ बचता ही नहीं है। पूरी सैलरी ना जाने कहां खत्म हो जाती है, समझ ही नहीं आता। लेकिन, आपकी इस परेशानी की वजह कोई और नहीं बल्कि आप ही हैं, क्योंकि आप यह नहीं पता कर पा रहे हैं कि आपके खर्चे आपकी आमदनी के हिसाब से ज्यादा हैं और आपको इन्हें नियंत्रित करने की जरूरत है, नहीं तो आप मुश्किल में फंस सकते हैं। जानिए कहीं आपके साथ भी तो यही नहीं हो रहा है!

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बैंक अकाउंट में पैसा नहीं रहना

अगर सैलरी आने से पहले आपके बैंक अकाउंट में बिलकुल भी पैसा नहीं है, तो इसका मतलब यह है कि आपके खर्चे ज्यादा हैं और आप सरप्लस इनकम जेनरेट नहीं कर रहे हैं। इसी वजह से आप बचत नहीं कर पा रहे हैं। अक्सर आमदनी बढ़ने पर हमारे खर्चे बढ़ जाते हैं, लेकिन उसी हिसाब से सेविंग्स नहीं बढ़ती।

लोन ज्यादा हैं

अगर आप छोटी-बड़ी चीज़ों की खरीददारी के लिए आपके पास पैसा नहीं है और आप इनके लिए लोन लेते हैं, तो इसका मतलब यह बात तय है कि आप नुकसान में हैं। अक्सर वही लोग कर्ज के जाल में फंसते हैं, जो बड़ी रकम की खरीदारी बगैर सोचे-समझे करते हैं। कभी-कभार लोन लेना गलत नहीं है, लेकिन बिना सोचे समझे खरीददारी गलत है। अगर लोन चुकाने में आपकी 40 पर्सेंट से ज्यादा सैलरी जा रही है, तो आपके पास बचत की बहुत गुंजाइश नहीं बचती।

क्रेडिट कार्ड से करते हैं खरीददारी

आजकल लोग किसी भी चीज़ को खरीदने से पहले दोबारा सोचते भी नहीं हैं क्योंकि उनको पता है कि उनके पास अभी पैसा भले ही नहीं है, लेकिन क्रेडिट कार्ड तो है और वो उसके भरोसे खूब शॉपिंग करते जाते हैं। लेकिन अगर क्रेडिट कार्ड का भुगतान समय पर नहीं कर पाते, तो उस पर भारी ब्याज देना पड़ता है। इसलिए अगर आप भी ज्यादा खर्चा क्रेडिट कार्ड से करते हैं, तो फिर एक बार विचार करिए क्योंकि इससे पता चलता है कि आपके खर्चे ज्यादा हैं।

इमरजेंसी के लिए फंड है?

यह कोई नहीं बता सकता कि कब हमें अचानक पैसों की जरूरत पढ़ जाए और इसके लिए हमेशा एक अलग फंड रखना जरूरी है, लेकिन अगर आपने ऐसा नहीं किया है और जरूरत पड़ने पर आपको इधर-उधर भागना पड़ता है तो इसका मतलब यह है कि अभी तक आप सिर्फ खर्च ही कर रहे हैं, कुछ बचा नहीं पाते हैं।

इस फॉर्मूले का करें पालन

देखें कि आप 50:30:20 का फॉर्मूला पालन करते हैं या नहीं। इस फॉर्मूले के हिसाब से आपको अपनी आमदनी को तीन हिस्सों में बांटना है। 50 फीसदी हिस्‍सा उन चीजों के लिए जो आपके घरकी जरूरत से जुडी हैं जैसे घर का राशन, मकान का किराया, कपड़े आदि जरूरत के सभी सामान। 30 फीसदी हिस्‍सा बचत के लिए और 20 फीसदी हिस्सा आप घूमने-फिरने और मनोरंजन पर खर्च कर सकते हैं।

आप भी आज ही देखिये कि आपकी कहीं आपके खर्चे आपकी आमदनी से ज्यादा तो नहीं हैं।