किचन गाडर्निंग के लिए ये ट्राई करें

लोग अपने घर के छोटे से हिस्से या फिर बाग़वानी में तरह तरह की सब्ज़ियाँ आदि उगा रहे हैं। हम इसी क्रम जड़ी-बूटियाँ और मसाले उगाने के बारे में आपको जानकारी देना चाहते हैं।

Kitchen Gardening: बीते कुछ सालों में किचन गार्डन का चलन बहुत ही तेज़ी से बढ़ा है। लोग अपने घर के छोटे से हिस्से या फिर बाग़वानी में तरह तरह की सब्ज़ियाँ आदि उगा रहे हैं। हम इसी क्रम जड़ी-बूटियाँ और मसाले उगाने के बारे में आपको जानकारी देना चाहते हैं। इसके लिए पहले यह समझिए कि किचन गार्डन क्या होता है? यह एक बहुत ही छोटा सा गार्डन होता है जहां आप ढेर सारी सब्जियां, जड़ी-बूटियां, फल उगा सकते हैं। ऐसा कुछ लोग शौकिया तौर पर करते हैं, तो कई लोग सब्ज़ियाँ उगाने के लिए। इससे पूरे साल हमें ताजी और हरी भरी सब्जी मिलती है। 

किचन गार्डन के फायदे 

किचन गार्डन बनाने का सीधा-सीधा मसला आपके स्वास्थ्य और पोषण से जुड़ा हुआ है। साथ ही साथ यह घर के एक हिस्से को हरा भरा भी रखता है। साथ ही साथ इसके कई अन्य फायदे भी हैं, जैसे कि सालभर आपको ऐसी ताजी साग सब्जियां खाने को मिलती हैं, भरपूर मात्रा में पोषक तत्व मौजूद होते हैं। घर में उगाई गई सब्ज़ियों की गुणवत्ता अच्छी होती है। यह ज़्यादातर जैविक होती हैं और इसमें बाज़ार में मिल रही सब्ज़ियों की तरह रसायन आदि नहीं होते हैं। 

जड़ी-बूटियाँ और मसाले

किचन गार्डन में ज़्यादातर लोग सब्ज़ियाँ ही उगाते हैं, ऐसे में जड़ी-बूटियाँ और मसाले उगाना एक तरह से नया आइडिया हो सकता है जिसपर बहुत ही कम ही लोग काम कर रहे हैं। यह जड़ी-बूटियाँ और मसाले औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं और कई तरह से हमें लाभ पहुँचाते हैं। इसलिए तुलसी, अजवाइन, पुदीना आदि आप लगा सकते हैं। यह हमारे खाने का स्वाद बढ़ाने के साथ कई तरह की बीमारियों में भी कारगर होते हैं। कुछ पौधे जिन्हें हम अपने घर के किचन गार्डन में लगा सकते हैं। 

पुदीना

पुदीना लगाना बहुत ही आसान है। बाज़ार से लाए पुदीने की डंठल को किसी क्यारी या फिर गमने में लगा दें। यह बहुत ही आसानी से उग जाता है। इसके लिए छायादार जगह का होना बहुत ही ज़रूरी है इस बात का विशेष ध्यान रखें और उन्हें समय समय पर पानी देते रहें। जब यह थोड़े बड़े हो जाएँ तो इनकी छटाई और उपयोग करते रहे।

हल्दी

हल्दी लगाना भी बहुत ही आसान होता है, इसे उगाने के लिए गांठ बोई जा सकती है। यह भी छायादार जगह माँगता है इसलिए ऐसी जगह का चुनाव करें जहां धूप अधिक न आती हो। गाँठ लगाने के कुछ दिनों के बाद ही आप देखेंगे कि उसमें से पत्तियां निकलने लगी हैं और गांठें अंदर ही अंदर फैलने लगी हैं। इनको पैदा होने में 7-8 महीनों का समय लगता है।

हरी मिर्च

हरी मिर्च की ज़रूरत हर घर में होती है, ऐसे में इसे अपने घर के किचन गार्डेन में लगाना बहुत ही उपयोगी होता है। इससे भी अच्छी बात यह कि सभी मसालों में मिर्च को उगाना सबसे आसान है। मिर्च को हम मीडियम साइज के गमले में उगा सकते हैं। बस इस बात का ध्यान रहे कि पौधों की बढ़त के दौरान यह छायादार स्थान पर रखना है।

अजवाइन

अजवाइन के पत्तियों और बीजों दोनों का ही इस्तेमाल भोजन में किया जाता है। इसे लगाने की प्रक्रिया बिल्कुल ही धनिया उगाने जैसी ही होती है। अजवाइन के पौधों को ज्यादा रखरखाव की जरूरत नहीं होती है। बस सही मिट्टी का चुनाव करना होता है, आप चाहें तो इसे गमले में भी लगा सकते हैं। 

अदरक

किचन गार्डन में अदरक अदरक उगाने के लिए इनकी गांठों को काट लें। फिर गमले, क्यारी या खोके में अच्छी तरह से रोप दें। इसमें हल्दी की ही तरह कुछ दिनों में ही पत्तियां निकलने लगेंगी और गांठें अंदर ही अंदर फैलने लगेंगी। इन गांठों को बाहर निकालकर उपयोग में ला सकते हैं। इनको सुखाकर सौंठ पाउडर भी बनाया जा सकता है।

संजय शेफर्ड एक लेखक और घुमक्कड़ हैं, जिनका जन्म उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में हुआ। पढ़ाई-लिखाई दिल्ली और मुंबई में हुई। 2016 से परस्पर घूम और लिख रहे हैं। वर्तमान में स्वतंत्र रूप से लेखन एवं टोयटा, महेन्द्रा एडवेंचर और पर्यटन मंत्रालय...

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