Hanuman Mandir: सनातन धर्म में सप्ताह का हर दिन किसी न किसी देवताओं को समर्पित रहता है। ठीक वैसे ही मंगलवार का दिन भगवान हनुमान को समर्पित होता है। मंगलवार के दिन हनुमान जी की पूजा अर्चना करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। जिन लोगों की कुंडली में मंगल कमजोर होता है उन्हें मंगलवार के दिन हनुमान जी के नाम का व्रत रखने की सलाह दी जाती है। धार्मिक मान्यताओं में ऐसा कहा गया है कि भगवान हनुमान की पूजा करने से जीवन की तमाम परेशानियां दूर हो जाती है। हनुमान जी अपने भक्तों की भक्ति से प्रसन्न होकर सभी संकट हर लेते हैं। इसलिए ऐसे कई प्रसिद्ध हनुमान मंदिर है जहां भारी संख्या में मंगलवार के दिन भक्तों की भीड़ उमड़ती है। आज हम आपको इस लेख के द्वारा देश के ऐसे तीन प्रसिद्ध हनुमान मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं, जहां दूर-दूर से भारी संख्या में लोग दर्शन के लिए आते हैं, तो चलिए जानते हैं।
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मेहंदीपुर बालाजी, राजस्थान

मेहंदीपुर बालाजी राजस्थान के सिकराय में स्थित है। यह मंदिर दो पहाड़ियों के बीच में बसा हुआ है। दिखने में यह बहुत ही आकर्षक लगता है। इस मंदिर में तीन देवों की प्रधानता है श्री बालाजी महाराज, श्री प्रेतराज सरकार और श्री भैरव कोतवाल। यह तीनों देव आज से लगभग 1 हजार वर्ष पहले प्रकट हुए थे। इस मंदिर को लेकर ऐसी मान्यता है कि कोई भी रोगी यहां दर्शन के लिए आता है तो उसका रोग दूर हो जाता है। मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन के लिए भारी संख्या में देश के कोने-कोने से लोग आते हैं।
महावीर हनुमान मंदिर, पटना

महावीर हनुमान मंदिर बिहार की राजधानी पटना में स्थित है। पटना जंक्शन के पास स्थित महावीर मंदिर भगवान हनुमान को समर्पित मंदिरों में से सबसे प्रचलित मंदिर है। इस मंदिर में प्रत्येक मंगलवार और शनिवार भारी संख्या में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ती है। इस मंदिर को लेकर ऐसा कहा जाता है कि संकट मोचन हनुमान अपने भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं। महावीर मंदिर में रामनवमी के पावन अवसर पर भारी संख्या में भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है। इस मंदिर की यह खासियत है कि यहां भक्तों द्वारा दान में होने वाली कमाई से कई लोगों को न्यूनतम शुक्ल पर इलाज किया जाता है।
सालासर बालाजी मंदिर, राजस्थान

श्री सालासर बालाजी मंदिर राजस्थान के चुरू जिले में स्थित है। यह मंदिर हनुमान भक्तों के लिए एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह भारत का एकमात्र ऐसा मंदिर है जिसमें हनुमान जी की दाढ़ी और मूछें हैं। इस मंदिर में प्रतिवर्ष शरद पूर्णिमा एवं चैत्र पूर्णिमा पर मेला आयोजित किया जाता है। जिसका आनंद लेने के लिए देश के कोने-कोने से भक्तजन आते हैं। इस मंदिर में नारियल बांधने की परंपरा है। मान्यताओं के अनुसार ऐसा कहा गया है कि इस मंदिर में नारियल बांधने से मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है।
