Gupt Daan: सनातन धर्म में दान का अधिक महत्व होता है। हिंदू धर्म में ऐसी कई मान्यताएं हैं जिसमें ऐसा कहा गया है कि दान करने से पुण्य मिलता है। धार्मिक शास्त्रों के अनुसार, दान करने से भगवान प्रसन्न होते हैं और उनकी कृपा हमेशा बनी रहती है। दान पुण्य करने से न केवल व्यक्ति को वर्तमान में लाभ मिलता है बल्कि उसकी आने वाली पीढ़ियों को भी कई लाभ मिलते हैं। साथ ही साथ जीवन में खुशहाली बनी रहती है। यहां तक की मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। लेकिन कुछ लोग दान तो करते हैं लेकिन जताकर करते हैं। बताए गए दान करने का उतना फल नहीं मिलता है जितना गुप्त दान करने से मिलता है। इसलिए हिंदू धर्म में गुप्त दान का अधिक महत्व बताया गया है।
शास्त्रों में ऐसा कहा गया है कि हमें अपनी आय का कुछ हिस्सा जरूर दान करना चाहिए। दान करने से बहुत लाभ मिलता है। दान करने से मन को शांति और दिल को खुशी मिलती है, इतना ही नहीं जिस व्यक्ति को हम दान करते है कहीं ना कहीं उसकी छोटी मोटी जरूरत पूरी होती है और उसे आपकी मदद पाकर खुशी मिलती है। इतना ही नहीं जो व्यक्ति गुप्त दान करता है उसे शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
क्या होता है गुप्त दान

जब भी हम किसी को बिना बताए कुछ दान करते हैं या बिना अपना नाम जताए दान करते हैं, तो वह गुप्त दान कहलाता है। गुप्त दान करने से व्यक्ति को साधारण दान से दोगुना फल मिलता है। आपने अक्सर बड़े बुजुर्गों को कहते सुना होगा की दान ऐसे करो की अगर दाएं हाथ ने दान किया तो बाएं हाथ को भी पता न चले।
इन 5 चीजों का गुप्त दान अवश्य करना चाहिए
पानी का दान
जीवन जीने के लिए पानी सबसे जरूरी चीज होती है। इसलिए अगर किसी प्यासे को पानी पिलाया जाए तो बहुत पुण्य लगता है। आपने अक्सर गर्मियों के दिनों में रोड किनारे जगह-जगह प्याऊ लगे देखे होंगे। अपने घर के बाहर, रोड किनारे, कहीं भी स्वच्छ जगह पर या धार्मिक स्थल के बाहर गर्मियों के दिनों में प्याऊ जरूर लगाना चाहिए। ऐसा करने से भगवान की कृपा दृष्टि आप पर हमेशा बनी रहती है।
फलों का दान
गुप्त दान में फलों का दान भी शामिल है। व्यक्ति को समय-समय पर मौसम के अनुसार फलों का दान अवश्य करना चाहिए। खास तौर पर जिन्हें संतान पाने की इच्छा है उन्हें जरूरतमंदों को रसपान करवाना चाहिए। फलों का दान करते समय इस बात का खास ध्यान रखें कि फलों को काटकर दान नहीं करना है साबुत फलों का दान करना है।
सत्तू का दान
सत्तू का दान खासतौर पर गर्मी के मौसम में करना चाहिए। क्योंकि गर्मियों की मौसम में सत्तू का सेवन करना बहुत अच्छा माना जाता है। सत्तू पेट को ठंडा रखने के लिए मददगार साबित होता है। सत्तू का दान करने से न सिर्फ व्यक्ति का स्वास्थ्य बढ़िया रहेगा, बल्कि आपकों दुआएं भी लगेंगी। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में गुरु की स्थिति कमजोर है तो उसे सत्तू का गुप्त दान अवश्य करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति की किस्मत चमक उठती है।
गुड़ का दान
गुड़ का दान करने का हिंदू धर्म में सबसे ज्यादा महत्व माना गया है। गुड़ के दान से कुंडली में सूर्य की स्थिति सही हो जाती है। अगर व्यक्ति पर सूर्य देव की कृपा हो तो व्यक्ति के मान सम्मान में भी वृद्धि होती है। साथ ही साथ गुड़ का दान करने से बिगड़े हुए काम बन जाते हैं।
भंडारा
किसी भूखे या जरूरतमंद का पेट भरने से ज्यादा बड़ा दान कोई नहीं होता है। मंदिर व अन्य जगहों पर मौजूद गरीब व भूखे लोगों को आप भोजन दान कर सकते हैं, या फिर मंदिर में जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन बनवाकर गुप्त रूप से भंडारा दे सकते हैं। किसी भी भूखे का पेट भरने से देवी देवता प्रसन्न होते हैं। भोजन का दान करने से खासतौर पर माता लक्ष्मी की कृपा रहती है। गुप्त दान करने से ना से देवी देवता प्रसन्न होते हैं बल्कि पितरों को भी प्रशंसा मिलती है।
