Number 5 Astrology: ज्योतिष में अंकों के विज्ञान पर भी चर्चा की गई है इसमें प्रत्येक अंक का अपना महत्त्व व प्रभाव है। इन्हीं अंकों में एक अंक पांच नंबर भी है। ज्योतिष में अंक पांच की महिमा को आइए विस्तारपूर्वक जानें लेख से-
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पांच उंगलियां, पांच हैं सागर अति विशाल, पांच चिह्नï दे गए हैं हमको पंज पियारे, पंच तत्त्व, पंजाब और पंचामृत को जांच, काम क्रोध, मद, मोह और लोभ हैं पंच विकार, साम, दाम, दंड, भेद, भय ये हैं पंच उपचार, व्यास, चिनाब, झेलम अपनी सतलुज रावी, पंच प्रचार की भली करें श्री राम…
यह जीवन अंकों से संचालित है। जब कोई बच्चा जन्म लेता है तो उसका नामकरण कुछ दिनों बाद होता है, लेकिन जन्मतिथि के रूप में अंक उसके जन्म लेते ही जुड़ जाते हैं। इससे भी पहले जब वह गर्भ में पल रहा होता है तब भी अंकों ‘महीना के आधार पर उसके जन्म लेने की उल्टी गिनती शुरू हो जाती है। कहने का तात्पर्य यह कि गर्भ में आने से लेकर मृत्यु, अंकों द्वारा ही संचालित होती है। अंकशास्त्री इसे अंक ज्योतिष या न्यूमरोलॉजी कहते हैं। ज्योतिष की कई शाखा हैं, जिनमें से अंक ज्योतिष भी एक है सामान्यतय ज्योतिष में ग्रहों का प्रभाव कार्य करता है अंक ज्योतिष का सर्वप्रथम उल्लेख वैदिक शास्त्रों में मिलता है। वराहमिहिर द्वारा रचित ‘वराहमिहिर संहिताÓ में इस पर काफी प्रकाश डाला गया है। हालांकि आधुनिक अंक शास्त्र का जनक ग्रीक गणितज्ञ पाइथागोरस को माना जाता है। प्रत्येक ग्रह किसी न किसी नम्बर से जुड़ा हुआ है या हम इस प्रकार भी कह सकते हैं कि कोई एक नम्बर किसी ग्रह विशेष का प्रतिनिधित्व करता है, जैसे कि 1 नम्बर सूर्य, 2 नम्बर चन्द्र तथा 9 नम्बर मंगल या इत्यादि नम्बर 1 से 9 तक ही लिए जाते हैं को इसमें सम्मिलित नहीं किया गया है ग्रह भी 9 ही होते ह, अत: प्रत्येक ग्रह का एक विशेष अंक है पाश्चात्य अंक ज्योतिष सात ग्रहों के अलावा नैपच्यून व यूरेनस को क्रमश: आठवां व नौवा ग्रह मानता है जबकि भारतीय अंक ज्योतिष राहु-केतु को आठवें एवं नवें ग्रह के रूप में लेता है। भारतीय एवं पाश्चात्य अंक ज्योतिष के फलादेश कथन में थोड़ा सा अन्तर रहता है। अंक पांच का स्वामी बुध ग्रह को माना गया है और बुध को ग्रहों का राजकुमार माना जाता है हर समय यह बली रहता है, बहुत से गुणों तथा अवगुणों से भरा होता है लेकिन फिर भी अंक पांच के जातको की कुछ अपनी विशेषताएं होती हैं जो इसे बाकी अंको के जातको से भिन्न बनाती है यह तर्क शास्त्र में अत्यधिक निपुण होता है।
आइये जाने अंक ‘5 की महिमा
पंच तत्त्व 1. धरती, 2. आकाश, 3. जल, 4. अग्नि और 5. वायु। 5 एक प्राइम नंबर है। 5 वक्त नमाज पढ़ी जाती है, जीसस क्राइस्ट के 5 घावों का जिक्र है.. पंचमुखी शिव 1. अघोड़, 2. ईशान, 3. तत्पुरुष, 4. वामदेव, (वर्ण देव), 5. रुद्र। सिख धर्म में पांच चिह्न 1. केश 2. कड़ा 3. कंघा 4. कच्छा और 5. कृपाण। पंचरंगा अचार-पांच परमेष्ठी होते है1. अरिहंत, 2. सिद्ध, 3. आचार्य, 4. उपाध्याय, 5. साधू… पंचशील के सिद्धांत पंच महाभूत…1. आकाश 2. वायु 3. अग्नि 4. जल 5. पृथ्वी पांच ग्यानेंद्रियां…1. श्रवन 2. त्वचा 3. नेत्र 4. जिव्हा 5. नासिका.पंच वायु 1. प्राण 2. अपान 3. व्यान 4. उदान 5. समान…पांच इन्द्रियां… 1. हाथ 2. पैर 3. मुख 4. गुदा 5. मुतेंद्रिय… पांच उपप्राण…1. नाग 2. कूर्म 3. करकल 4. देवदत्त 5. धनञ्जय..धनवान के पांच शत्रु..1. राजा 2. चोर 3. उत्तराधिकारी 4. सेवक 5. क्षय रोग… पांच नियम… 1. सत्य 2. अहिंसा 3. अस्तेय 4. चोरी न करना 5. ब्रह्मïचर्य… पंचामृत: 1. दूध, 2. दही, 3. घी, 4. शक्कर, 5. शहद का मिश्रण…पांच महासागर… 1. प्रशान्त महासागर 2. अन्ध महासागर 3. उत्तरध्रुवीय महासागर 4. हिन्द महासागर 5. दक्षिणध्रुवीय महासागर…पंच मुखी रुद्राक्ष पंच देवो, विष्णु, शिव, गणेश, सूर्य और देवी का स्वरूप है… पंचतंत्र- मित्रभेद, मित्रलाभ, ककोलुकियम, लब्ध प्रणाश, अपरीक्षित कारक पंच मकार: मॉस, मतस्य, मुद्रा, मदिरा और मैथुन, तांत्रिक क्रिया के पंच मकार हैं…पंच प्रयाग पंच स्थान कर्म पांच जित नीति, पंच गव्य क्षत्रिय के पांच कर्तव्य… वैश्य के धन के पांच विभाजन ब्राह्मïण के पांच करने कर्तव्य, शरीर के पांच स्थान कर्म, पांच कालायें, पांच वर्ग अक्क्षर, मनुष्य के पांच गुरु, कामदेव के पांच बाण। पंच पक्षी विचार-पंक्षी वर्गकूट के अन्तर्गत: इस प्रकार है: 1. गरूड़ 2. पिंगल 3. काक 4. कुक्कुट 5. मोर। इन पांचो पंक्षी वर्ग में नक्षत्रों को बॉटा गया है, 1. गरुड़ अश्विनी, आर्द्रा, पू.फा., विशाखा, उ.षा 2. पिंगल भरणी, पुनर्वसु, उ.फा., अनुराधा, श्रवण 3. काक. कृतिका, पुष्य, हस्त, ज्येष्ठा, घनिष्ठा 4. कुक्कुट रोहिणी, आश्लेषा, चित्रा, मूल, शतभिषा 5. मयूर मृगशिरा, मघा, स्वाती, पूर्वाषाढ़ा, पूर्वाभाद्रपद, उ.भा. और रेवती। साम, दाम, दंड, भेद, भय कार्य करने या काम निकलवाने के पांच रास्ते- पंचजन्य, कृष्ण के शंख का नाम, पंचांग, पञ्चतंत्र, पंचनामा
अंक पांच का महत्त्व
आपका अंक पांच है तो, आपके भीतर ऊर्जा का अथाह सागर होता है। आप कभी थकते नहीं है। आप बहुमुखी प्रतिभा के धनी व्यक्ति होते हैं। हर क्षेत्र की जानकारी आपके पास उपलब्ध रहती है। एक से अधिक काम करने का गुण भी आपके भीतर होता है। आप संसाधनों का उपयोग करना बहुत अच्छे तरीके से जानते हैं। आप कोई भी फैसला लेने में देरी नहीं करते, शीघ्रता से निर्णय लेते हैं। आपके अंदर बहुत जल्दबाजी होती है। आपको मनोरंजन की चीजे बहुत प्रिय होती है। आप स्वयं भी विनोदी व्यक्ति होते हैं। आपके भीतर चतुराई तथा बुद्धिमानी भी कूट-कूट कर भरी होती है। बुध का प्रभाव होने से आपको वह काम करना रुचिकर लगता है जो पहले किसी ने ना किया हो। आपको सदा नए कामों में रुचि रहती है। उसमें भी विशेषकर वह काम जिनका संबंध आम लोगों से होता हो। तर्कशक्ति बहुत अच्छी होती है और आप बहुत बढ़िया तरीके से जानते हैं कि लोगों से कैसे निपटकर अपना काम बनाया जाए। आप किसी का भी हस्तक्षेप अपने काम में सहन नहीं करते हैं क्योकि आपको स्वतंत्र रूप से कार्य करना पसंद हैं। आपकी सबसे बड़ी खूबी यह है कि अपने बुद्धि बल पर आप स्वयं को परिस्थितियों के अनुसार ढालकर जीवन में कामयाबी हासिल करते हैं। आप संसाधनों का कुशलता से उपयोग करते हैं और अपनी बहुमुखी प्रतिभा के आधार पर जिन्दगी के हर मोड़ को समझते हैं लेकिन कठिन परिस्थितियों में भी संतुलन बनाकर रखते हैं।
अंक पांच की कमियां
आपकी सबसे बड़ी कमी यह है कि आपके अंदर एकाग्रता का अभाव रहता है और हर काम में जल्दबाजी होती है। आप शांत चित्त से कभी कोई काम नहीं करते हैं, कोई भी काम करना हो आप उसको करने के लिए ट्रिक्स का उपयोग ज्यादा करते हैं। यदि आप सतर्कता से काम नहीं करते हैं तो आप किसी एक में भी सफल नहीं हो पाएंगे आपके अंदर की अधीरता, शीघ्रता, व्याकुलता और असंतुष्टि आपको किसी भी काम में परिपूर्णता हासिल नहीं करने देती है। प्रेम संबंधो में बदलाव, उनमें वैरायटी और कामुकता तलाशने के चक्कर में आप अपना अमूल्य समय बर्बाद करते हैं। यह आपके लिए घातक सिद्ध हो सकता है। एक ओर संबंधो में बदलाव करते हैं तो दूसरी ओर प्रेम संबंधो और वैवाहिक मामलों में स्वयं को बेवफा पा सकते हैं। यदि आपने अपने मनमौजीपन वाले स्वभाव को नियंत्रित नहीं किया तो निन्दनीय और आलोचनात्मक कामों के कारण आपकी लोकप्रियता कम हो सकती है और आपके ऊपर से लोगों का विश्वास कम हो सकता है।
पांच अंक वालों का व्यक्तित्त्व और जीवन
आप किसी काम का आरंभ करने वाले नहीं होते हैं लेकिन आप अपने बुद्धि बल से जीवन में सफल रहते हैं। आप क्या सोचते हैं और क्या करते हैं वह आप अपने तक ही सीमित रखते हैं उसमें किसी तरह का कोई दखल नहीं होना चाहिए। जिन्दगी को पूरी तरह से और जिन्दादिली से जीना चाहते हैं। स्वभाव से स्वतंत्र तथा स्वच्छंद होने से जीवन में अच्छी तथा बुरी दोनों ही बातों का सामना आपको करना पड़ता है। आप सदा अपनी आजादी को प्यार करते हैं और घुमक्कड़ प्रवृति के होते हैं। जिससे हर प्रकार का अनुभव अपने जीवन से आपको मिलता है। आप हर बात को अपरंपरागत तरीके से संपन्न करते हैं क्योंकि आपको रूढ़िवादी होना या एक ही ढ़र्रे पर चलते रहना नापसंद होता है। आप जीवन के उन पहलुओं पर भी रोशनी डालते हैं जिनका होना मुश्किल होता है। लेकिन आप उन्हें संपन्न करते हैं और समस्याओं से जूझते भी हैं। आपको प्रेम संबंध बनाने में अत्यधिक रुचि होती है लेकिन घर से बाहर ही आपका प्यार ज्यादा छलकता है। आप यदि विवाहित हैं तब आप साथी के प्रति नीरस से रहते हैं क्योंकि आपको यह केवल दिनचर्या में शामिल एक काम लगता है प्रेम संबंधों और वैवाहिक जीवन में आप को नीरस संबंध नहीं चाहिए होते और ना ही किसी तरह का कोई बंधन ही आप पसंद करते हैं। आप प्रेम संबंधों की वजह से या घरेलू जिन्दगी की वजह से अपनी स्वतंत्रता से समझौता कभी भी नहीं करते हैं। अपनी स्वतंत्रता पर ज्यादा ध्यान देने के कारण आपको विवाह करने से पहले एक बार गंभीरता से सोचना चाहिए क्योंकि विवाह के बाद जीवनसाथी के प्रति आपकी बहुत सी जिम्मेवारियां होती हैं और आप उनसे भागने का प्रयास कर सकते हैं। आपका साथी अगर एडजस्ट करने वाला है और आप पर किसी तरह का कोई प्रतिबंध नहीं लगाता है तब आप उससे विवाह कर सकते हैं। इसलिए आपको ऐसे साथी की तलाश करनी चाहिए जो आप पर कोई रोक-टोक ना लगाए।
अंक पांच के अंतर्गत आने वाले व्यवसाय
आप उन सभी कार्यों में सफल हो सकते हैं जिनका सीधा संबंध पब्लिक रिलेशन ऑफिसर हो सकते हैं, सेल्स एग्जेक्यूटिव आदि पद पर काम कर सकते हैं वो सभी काम जो लोगों की उन्नति तथा वृद्धि से संबंध रखते हैं उन्हें करके आप एक सफल व्यवसायी बन सकते हैं। यातायात व पर्यटन का संबंध लोगों से ही होता है इसलिए आप ट्रांसपोर्ट अथवा पर्यटन से संबंधित व्यवसायों में भी सफल हो सकते हैं। आप खेलों के आयोजन से संबंधित विभाग में भी काम कर सकते हैं और वो सभी काम जिनका संबंध मनोरंजन के क्षेत्र से होता है, उनमें आप सफलता पा सकते हैं। आप सरकार तथा नियम, कानून से संबंधित काम कर सकते हैं अर्थात् वकालत कर सकते हैं। आप वैधानिक मुद्दो से संबंधित सबसे ऊंचे ओहदे वाले अफसर के नीचे काम करने वाले क्लर्क भी हो सकते हैं। बुध का संबंध होने से आप कला की दुनिया से संबंधित व्यवसाय में भी सफलता पा सकते हैं-विशेषकर, अभिनय की दुनिया में आप सफल हो सकते हैं चाहे वह मंच के लिए हो या चाहे वह स्क्रीन करनी हो आप न्यूज रिपोर्टर भी हो सकते हैं। शीघ्रता से धन कमाने के चक्कर में आप जुए आदि कामों में व्यस्त हो सकते हैं। वह सभी काम जिन्हें जुए अथवा सट्टे का नाम दिया जाएगा आप कर सकते हैं, लेकिन यहां आपको थोड़ा सतर्क रहने की आवश्यकता होती है। आपको रहस्यमयी विद्याओं और आध्यात्मिकता में भी रुचि हो सकती है। अंक 5 के लोगों के लिए बादाम, अखरोट, चुकंदर, नारियल की गिरि और जौ की रोटियों का सेवन करना विशेष रूप से लाभकारी हैं।
आपकी सबसे बड़ी कमी यह है कि आपके अंदर एकाग्रता का अभाव रहता है और हर काम में जल्दबाजी होती है। आप शांत चित्त से कभी कोई काम नहीं करते हैं, कोई भी काम करना हो आप उसको करने के लिए ट्रिक्स का उपयोग ज्यादा करते हैं।
