Dust free home
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Summary: घर को एलर्जी-फ्री बनाए रखने के 8 असरदार उपाय

अगर आप चाहते हैं कि आपका घर हमेशा स्वच्छ और एलर्जी-फ्री रहे, तो नियमित सफाई, सही वेंटिलेशन और केमिकल-फ्री क्लीनिंग आदतें अपनाना बेहद ज़रूरी है। इन आसान 8 उपायों से आप अपने परिवार को एलर्जी, धूल और प्रदूषण से सुरक्षित रख सकते हैं।

8 Effective Home Tips: आज की भागदौड़ भरी ज़िंदगी में एलर्जी एक आम लेकिन परेशान करने वाली समस्या बन गई है। धूल, पालतू जानवरों के बाल, परागकण, फफूंदी और सफाई में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स जैसे कई कारण घर के अंदर एलर्जी फैलाते हैं। इसके कारण छींक आना, खांसी, आंखों में जलन, सांस लेने में तकलीफ या त्वचा पर खुजली जैसी दिक्कतें होती हैं। अक्सर इनका कारण घर की हवा में मौजूद ना दिखाई देने वाले कण होते हैं। अगर आप भी चाहते हैं कि आपका घर हमेशा साफ, स्वस्थ और एलर्जी-फ्री रहे,

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तो थोड़ी सावधानी और नियमित देखभाल से यह संभव है।

धूल घर के अंदर होने वाली एलर्जी का सबसे बड़ा कारण मानी जाती है। रोज़ाना झाड़ू और पोछा लगाने से घर में धूल जमा नहीं होती। कोशिश करें कि झाड़ू की जगह वैक्यूम क्लीनर का इस्तेमाल करें, जिससे बारीक धूल और छोटे-छोटे कण भी साफ़ हो जाएं। वैक्यूम क्लीनर में HEPA फिल्टर हो तो और भी बेहतर है।

चादरें, तकिए के कवर, और परदे धूल के कण और बैक्टीरिया को आसानी से पकड़ लेते हैं। इन्हें हफ्ते में कम से कम एक बार गर्म पानी से धोएं। इससे धूल में मौजूद छोटे कीड़े मर जाते हैं और हवा साफ बनी रहती है। अगर संभव हो, तो एंटी-एलर्जिक फैब्रिक का इस्तेमाल करें।

घर की हवा में मौजूद प्रदूषक तत्व और एलर्जन को दूर करने के लिए एयर प्यूरिफायर बहुत कारगर होता है। HEPA फिल्टर वाला एयर प्यूरिफायर धूल, परागकण, फफूंदी और धुएं के कणों को आसानी से हटाता है। अगर आप बड़े शहर में रहते हैं या किसी प्रदूषित इलाके में हैं, तो इसे जरूर इस्तेमाल करें।

Control the humidity level in the house
Control the humidity level in the house

ज्यादा नमी फफूंदी और बैक्टीरिया को जन्म देती है, जो एलर्जी का मुख्य कारण होती है। घर में नमी 40–50% के बीच रखनी चाहिए। इसके लिए आप डीह्यूमिडिफायर या एग्जॉस्ट फैन का उपयोग कर सकते हैं, खासकर बाथरूम और किचन में।

अगर आपके घर में पालतू जानवर हैं, तो उनकी नियमित सफाई बहुत ज़रूरी है। उनके बाल और डैंडर  एलर्जी को बढ़ा सकते हैं। हफ्ते में एक बार पालतू जानवर को नहलाएं और कोशिश करें कि उन्हें बेड या सोफे पर न बैठने दें।

बाजार में मिलने वाले कई क्लीनिंग प्रोडक्ट्स में तेज़ केमिकल्स होते हैं, जो एलर्जी और सांस की समस्या को बढ़ा सकते हैं। इनकी जगह नेचुरल क्लीनिंग एजेंट्स जैसे सिरका, बेकिंग सोडा, नींबू या इको-फ्रेंडली क्लीनर्स का उपयोग करें। ये घर को साफ भी रखेंगे और हवा को खराब भी नहीं करेंगे।

जूते-चप्पल घर में गंदगी, धूल और कई तरह के एलर्जन लेकर आते हैं। इसलिए कोशिश करें कि घर के दरवाजे पर ही जूते उतारने की आदत बनाएं। इससे घर का फर्श साफ रहेगा और एलर्जन तत्व अंदर नहीं आएंगे।

कुछ इनडोर पौधे जैसे स्पाइडर प्लांट, पीस लिली और एरेका पाम हवा को शुद्ध करने में मदद करते हैं। लेकिन ध्यान रखें कि पौधों में पानी जमा न रहे, वरना फफूंदी पनप सकती है। ऐसे पौधों का चुनाव करें जो ऑक्सीजन बढ़ाएं और एलर्जी न फैलाएं।

उत्तराखंड से ताल्लुक रखने वाली तरूणा ने 2020 में यूट्यूब चैनल के ज़रिए अपने करियर की शुरुआत की। इसके बाद इंडिया टीवी के लिए आर्टिकल्स लिखे और नीलेश मिश्रा की वेबसाइट पर कहानियाँ प्रकाशित हुईं। वर्तमान में देश की अग्रणी महिला पत्रिका...