सही विकास के लिए ज़रूरी पोषक तत्वों की ज़रूरत
किसी भी पौधे को घर में लगाने से पहले इस बात को सुनिशित करना होता है कि उन्हें समय समय पर धूप, पानी, खाद और सभी आवश्यक पोषक तत्व मिलते रहे।
Gardening Tips: पौधों के सही विकास के लिए ज़रूरी पोषक तत्वों की ज़रूरत होती है। यदि आपके पौधों को सही मात्रा में पशक तत्व नहीं मिल रहा है तो ज़ाहिर सी बात है कि उनकी ग्रोथ संतुलित नहीं होगी, उन पर फूल और फल सही समय पर नहीं आयेंगे। इसलिए, किसी भी पौधे को घर में लगाने से पहले इस बात को सुनिशित करना होता है कि उन्हें समय समय पर धूप, पानी, खाद और सभी आवश्यक पोषक तत्व मिलते रहे। गार्डन के पौधों में फल और फूल लाने के बारे में सोच रहे हैं तो जैविक फर्टिलाइजर का उपयोग कर सकते हैं। कुछ ऐसे उर्वरक होते हैं जिनके इस्तेमाल से पौधों में अच्छी फ्रूटिंग और फ्लावरिंग होने लगती है।
पौधों में फूल और फल बढ़ाने वाले पोषक तत्व

गमले या गार्डन की मिट्टी में लगे पौधों में फूल और फल बढ़ाने वाले कुछ पोषक तत्व होते हैं। यह फॉस्फोरस और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व पौधे में लगाने वाली कली, फूल और फलों की ग्रोथ के लिए सहायक होते हैं। एक तरह से देखा जाए तो फॉस्फोरस पौधों की जड़ों को मजबूत करने के साथ पौधे की ग्रोथ में मदद करता है। दूसरी तरफ़ पोटेशियम फूलों के खिलने और फलों के पकने में सहायक होता है। इसीलिए पौधों में फूल और फल लाने के लिए लोग उन खादों का इस्तेमालकरते हैं जिनमें फॉस्फोरस और पोटेशियम की अच्छी मात्रा ज़्यादा होती है। इन दोनों के अलावा कैल्शियम और कॉपर भी पौधों में फ्लावरिंग और फ्रूटिंग के लिए उपयुक्त होते हैं। पौधों के फलने और फूलने के लिए आप इन खादों का इस्तेमाल कर सकते हैं।
बोन मील

बोन मील एक पोषक तत्वों से भरपूर जैविक उर्वरक है। पौधों में इसका उपयोग फल, फूल और सब्जियों की पैदावार को बढ़ाने के लिए लोग करते हैं। आप भी यदि बोन मील का इस्तेमाल करने के बारे में सोच रहे हैं तो पौधों में फूल और फल लगने के दौरान कर सकते हैं। यह जैविक खाद है जिसकी वजह से इससे पौधे को कोई नुकसान नहीं होता और पैदावार में बढ़ोत्तरी होती है।
एप्सम साल्ट

गार्डन में लगे पौधों में फ्लावरिंग या फ्रूटिंग नहीं हो रही हो तो एप्सम साल्ट सबसे अच्छा माना जाता है। पौधों में एप्सम साल्ट का इस्तेमाल करके आप अधिक से अधिक फ़्लावर और फ़्रूट पा सकते हैं। आपको बता दे कि एप्सम साल्ट में प्रचुर मात्रा में मैग्नीशियम पाया जाता है जो पौधे में फूलों को खिलने में मदद करता है। साथ ही साथ यह मिट्टी से नाइट्रोजन और फॉस्फोरस को सोखने में भी सहयक होता है।
मस्टर्ड केक

सरसों की खली को सबसे अच्छी जैविक खाद के तौर पर जाना जाता है। जिस पौधे में फल और फूल नहीं लग रहे हो आप उसमें इसका इस्तेमाल कर सकते हैं। ऐसा पाया गया है कि फलों वाले पौधों में मस्टर्ड केक के प्रयोग से फल फूल ज्यादा और जल्दी लगते हैं। मस्टर्ड केक के इस्तेमाल से फल की गुणवत्ता भी अच्छी होती है। गार्डन की मिट्टी तैयार करते समय या फिर पौधे की ग्रोइंग स्टेज में आप मस्टर्ड केक पाउडर को इस्तेमाल कर सकते हैं।
ऑर्गेनिक पोटाश फर्टिलाइजर

पोटाश फर्टिलाइज़र को पोटेशियम का प्रमुख सोर्स माना जाता है। यह फल, फूल और सब्जियों की साइज को बढाने के साथ पौधों की रोगों से रक्षा करता है। यह पौधों की जड़ों को हेल्दी बनाता है जिससे उनकी ग्रोथ जल्दी होती है। किसी पौधे में फूल आने की क्रिया से लेकर फल लगने तक आप पोटाश फर्टिलाइजर का उपयोग कर सकते हैं क्योंकि इसी दौरान पौधे को पोटेशियम की सबसे अधिक आवश्यकता होती है।
केले के छिलकों की खाद

केले के छिलके कई दृष्टि से उपयोगी होते हैं। इनसे बनी जैविक खाद कई गुणों से परिपूर्ण होती है। केले के छिलके की खाद में पोटेशियम और मैग्नीशियम जैसे पोषक तत्वों की पर्याप्त मात्रा पायी जाती है। पौधों में फूल खिलने और फल लगने के लिए यह दोनों की पोषक तत्व काफी आवश्यक होते हैं। केले के छिलके से खाद बनाना बहुत ही आसान होता है जिसे अपने घर पर ही बनाया जा सकता है। खाद बनाने के लिए सबसे पहले केले के छिलकों को धूप में अच्छी तरह से सुखाने के बाद उनका पाउडर बना लें।
