Fish Aquarium: हर कोई अपने घर को बेस्ट लुक देना चाहता है। लोग अपने घर को सजाने के लिए कई प्रकार के सुंदर डेकोर्स, वॉल हैंगिंग्स, आर्ट पीसेज आदि के साथ साथ फिश-एक्वेरियम का भी इस्तेमाल करते नजर आते हैं। एक्वेरियम में तैरती और अटखेली करती रंग बिरंगी मछलियां हर किसी के मन को मोह लेती हैं। लेकिन, क्या आप जानते हैं? एक्वेरियम (Aquarium) रखने से ना सिर्फ आपका घर सुंदर लगता है बल्कि साथ ही इसके कई अन्य फायदे और नुकसान भी हैं। वास्तु से लेकर फेंगशुई तक कई रीतियों और परंपराओं में एक्वेरियम रखने के फायदे और नुकसान का ब्योरा मिलता है। आपके लिए एक्वेरियम अपने घर में रखना फायदेमंद होगा या फिर नुकसान का सौदा साबित होगा, इस विषय में विस्तार से जानने के लिए इस लेख को अंत तक पढ़िएगा।
घर में एक्वेरियम लाने से पहले जान लें ये जरूरी बातें

- अगर आप अपने घर में एक्वेरियम लाने का सोच रहे हैं, तो आपको कुछ खास बातों का ध्यान रखना होगा। जिस तरह से एक्वेरियम में रहने वाली मछलियां आपके घर सुख, समृद्धि और शांति लाती हैं, उसी प्रकार से यह कई बार आपके लिए खतरनाक भी साबित हो सकती हैं।
- एक्वेरियम का साइज हमेशा उसमे रहने वाली मछलियों के अनुरूप होना चाहिए। अगर आप चाहते हैं कि आपके घर में एक्वेरियम शुभता लाए तो आपको खास ख्याल रखना होगा कि एक्वेरियम का साइज़ इतना हो कि मछली उसमे आराम से तैर सके। मछलियों की शेप और साइज के अनुसार ही एक्वेरियम भी बड़ा होना चाहिए। अगर मछली एक्वेरियम में परेशानी से रहेगी तो निश्चित ही यह आपके जीवन में परेशानी को बढ़ावा देगा।
- अगर आप मांसाहारी हैं और खास तौर पर आप मछली का सेवन करते हैं तो आपको मछली पालने से बचना चाहिए। दरअसल मछलियां अपनी तरंगों से इस विषय में जान लेती हैं जो आपके लिए नुकसानदायक हो सकता है। मछलियों को फेंगशुई में काफी शक्तिशाली माना जाता है, इसलिए ही फेंगशुई के अनुसार घर में मछली की मूर्ति को रखना भी काफी शुभ माना गया है।
- अपने घर में मछलियों को सोच समझकर ही पालें। जो मछलियां जोड़े में रहती हैं, उनको जोड़े के अनुसार ही रखें। यदि आप इन मछलियों को बिना जोड़े के रखेंगे तो यह विपरीत परिणाम से किसी को बरबाद करने की ताकत भी रखती हैं। साथ ही यह भी जान लें कि फाइटर मछली को अन्य मछलियों से अलग पालना चाहिए। यदि आप फाइटर मछली को अन्य साधारण मछलियों के साथ रखेंगे तो ये ठीक नहीं रहेगा।
- फेंगशुई के अनुसार यदि आप अपने घर में सुख और समृद्धि चाहते हैं तो आपको अपने एक्वेरियम में नौ मछलियां पालनी चाहिए। नौ मछलियां पालने से घर में सुख समृद्धि आती है और सदस्यों की सफलता का योग बनता है। फेंगशुई टिप्स के अनुसार नौ मछलियों का ये शुभ नंबर का फॉर्मूला बेहद कारगर है।
- फिश एक्वेरियम को आप अपने घर की पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा में रख सकते हैं। दरअसल यह काफी शुभ माना जाता है। ये सभी दिशा जल दिशा होती हैं, ऐसे में जल तत्व की यहां उपस्थिति जल तत्व को सकारात्मक शक्ति देती है।
- एक्वेरियम में पाली जाने वाली मछलियों के रहने की उचित व्यवस्था का ख्याल रखा जाना चाहिए। दरअसल माना जाता है कि एक्वेरियम में फिल्टर, ऑक्सीजन पंप आदि को समय समय पर साफ करते रहना चाहिए साथ ही मछलियों के बेहतर जीवन के लिए जलीय पौधे भी होने चाहिए।
- घर में एक्वेरियम रखने से पहले किसी वास्तु शास्त्र अथवा फेंगशुई के विशेषज्ञ से संपर्क कर जान लें कि आपके घर में मछली लाना शुभ होगा या अशुभ। मछली पालने से पूर्व ही इस विषय में जानना काफी अच्छा रहता है।
कौन सी मछलियों का पालन है शुभ

अगर आप अपने घर में खुशियों, सुख, समृद्धि और शांति की अभिलाषा के साथ मछलियां पालना चाहते हैं तो आपको विशेष तौर पर शुभ मछलियों के बारे में जान लेना चाहिए। विभिन्न फेंगशुई के विशेषज्ञ बताते हैं कि कई मछलियां घर में रखने के लिए अति शुभ मानी गई हैं। यदि आप इन विशेष मछलियों को अपने घर में रखते हैं तो आपका जीवन सुख शांति से भर जाता है। इन मछलियों में एरोवाना, ब्लैक मूर, गोल्ड फिश, फ्लावर हॉर्न फिश, तितली कोई, गप्पी फिश, फ्लेटी फिश, कोरी कैटफिश, गौरमी, एंजलिश, टेट्रास, रासबोरा, क्लाउन फिश, रेनबो फिश या किलीफिश रख सकते हैं। इनके अलावा कोई भी मछली घर में पालने के लिए शुभ नही मानी जाती है, इसलिए जब भी मछली खरीदने जाएं, तो विशेषत : इन मछलियों का ध्यान रखें।
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एक्वेरियम रखने के हैं कई शानदार फायदे

कई लोग अपने घर में मछली घर यानिकि एक्वेरियम रखते हैं, लेकिन वो इसके असल फायदों से अनजान होते हैं। दरअसल फेंगशुई और वास्तुशास्त्र में मछली का एक विशेष स्थान है। ऐसे में मछली पालने के साथ साथ नकली मछली को घर में रखने से भी फायदा होता है। हिंदू मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु ने मत्स्य अवतार लिया इसलिए कई हिंदू परिवारों में मछली को संकटहर्ता माना जाता है। विस्तृत रूप से इस बारे में जानते हैं
घर के कई खतरों को अपने पर ले सकती है मछली
फेंगशुई के विद्वान मानते हैं कि जिस घर में भी मछली को पाला जाता है, उस घर में कोई संकट नहीं आता है। दरअसल मान्यता है कि जिस घर में मछली होती है, वो उस घर के सभी संकट अपने ऊपर ले लेती है। ऐसे में उस घर के सभी सदस्य सेफ रहते हैं। अगर आप भी मछली पालते हैं और आपकी मछली मर गई है, तो इसके पीछे यह भी एक कारण हो सकता है। अगर आपके एक्वेरियम की कोई मछली मर जाती है, तो दुख मानने के बजाय उसी तरह की एक और मछली को अपने एक्वेरियम में स्थान दें।
घर में बढ़ती है सुख समृद्धि
अगर आप सही ढंग से अपने घर में मछली पाल रहे हैं तो ये शुभता को निमंत्रण देती है। माना जाता है जिस घर में मछली को पालने के साथ साथ समय से दाना दिया जाता है, उस घर में सुख समृद्धि का वास होता है। अगर आप भी अपने घर में एक एक्वेरियम लाने का प्लान कर रहे हैं, तो याद रखें ये मछली सिर्फ अच्छी पेट ही नहीं बल्कि आपका गुड लक भी साबित हो सकती हैं।
शनि संबंधित दोषों को करती है दूर
कई लोगों की कुंडली पर शनि का कोप होता है। ऐसे में यदि आप भी शनि के कोप के पात्र हैं या आपकी साढ़े साती चल रही है तो आपको अपने घर में मछली पालकर नियमित तौर पर उसको दाना डालना चाहिए। मछली को दाना डालने से शनि के कोप से मुक्ति मिलती है। साथ ही मछलियों का घर में होना आर्थिक वृद्धि का भी प्रतीक है।
मन की शांति का अनोखा स्त्रोत
अगर आप अपने घर में फिश एक्वेरियम लाते हैं, तो आपके जीवन में अलौकिक शांति आती है। बता दें जब कभी आपका मन विचलित हो, ऐसे समय में रंग बिरंगी मछलियों को अटखेलियां करते देख मन को असीम शांति अनुभव होती है। ऐसे में आपका स्ट्रेस और टेंशन छूमंतर हो जाती है। मन की शांति के लिए घर में फिश एक्वेरियम रखना उपयुक्त माना गया है।
एक्वेरियम रखने में चूक कर सकती है नुकसान

जहां घर में एक्वेरियम रख कर आप अपने जीवन को बेहद सुख और समृद्धि पूर्ण बना सकते हैं वहीं अगर मछली पालने में आप से कोई चूक होती है, तो ये आपके लिए काफी नुकसानदायक भी साबित हो सकता है। दरअसल घर में मछलियों को पालना किसी साधारण जानवर को पालने जैसा नहीं है। इसमें विशेष तौर पर कई बातों में सावधानियां भी बरतनी चाहिए। आइए इस बारे में जानते हैं।
दिशा का रखें खास ख्याल
फिश एक्वेरियम को कभी भी घर की पूर्व, उत्तर या उत्तर-पूर्व दिशा के अलावा किसी अन्य दिशा में रखना शुभ नहीं माना जाता है। दरअसल वास्तु शास्त्र के अनुसार किसी अन्य दिशा में फिश एक्वेरियम रखना काफी ज्यादा खतरनाक हो सकता है। कहा जाता है कि उत्तर, पूर्व और उत्तर पूर्व दिशा में एक्वेरियम रखने से वहां की पॉजिटिव एनर्जी में बढ़ोत्तरी होती है। फिश एक्वेरियम से होने वाले ग्राहिक खतरों से बचने के लिए एक्वेरियम को उचित दिशा में ही रखना चाहिए।
रसोईघर में एक्वेरियम रखने से बचें
गलती से भी कभी एक्वेरियम को रसोई में नहीं रखना चाहिए। दरअसल रसोई अग्नि तत्व है और एक्वेरियम जल तत्व है। ऐसे में यदि अग्नि और जल तत्व मिल जाए तो इससे कलह और कलेश का खतरा बढ़ जाता है। यदि आप अपने घर में शांति चाहते हैं तो एक्वेरियम को रसोई में न रखें। रसोई में मछलीघर रखने से आपके घर की शांति पूरी तरह से भंग हो जाती है।
मान्यता है जिस घर में एक्वेरियम होता है, वहां पर आने वाले खतरों को मछलियां अपने ऊपर ले लेती है। ऐसे में मरी हुई मछलियों को लंबे समय तक एक्वेरियम में रखना काफी खतरनाक हो सकता है। मछली मरने पर तुरंत ही उसको एक्वेरियम से बाहर निकाल कर उसमें उसी रंग की मछली छोड़ दें। मरी हुई मछली को एक्वेरियम में ज्यादा देर तक छोड़ने पर दोष लगता है।
यदि आप एक्वेरियम में सफाई नहीं रखेंगे तो यह आपकी और आपके परिवार के सदस्यों की सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। एक्वेरियम के नकारात्मक और नुकसानदायक प्रभावों से बचने के लिए समय समय पर एक्वेरियम की सफाई करते रहें। साफ सफाई रखने से एक्वेरियम का शुभ फल प्राप्त होता है।
कितने दिनों में बदलना चाहिए एक्वेरियम (Fish Aquarium) का पानी ?

- घर में एक्वेरियम और उसमें तैरती रंग बिरंगी खूबसूरत मछलियां हर किसी के मन को जीत लेती हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं, अन्य पालतू जानवरों के मुकाबले मछलियों को पालना और उनका सही ख्याल रखना उतना आसान नही होता है। मछली को ख्याल रखने के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होता है, एक्वेरियम के पानी का ख्याल रखना। क्योंकि ठीक समय पर पानी की सफाई ना करने के कारण मछलियां मर भी सकती हैं।
- इसलिए आपको सप्ताह में एक बार या 10 से 12 दिनों के अंतराल में फिश एक्वेरियम की सफाई करते रहना चाहिए। हर हफ्ते एक्वेरियम का पूरा पानी बदलना जरूरी नहीं होता है, इसीलिए आप केवल 10 से 20 प्रतिशत पानी भी बदल सकते हैं और हर 2 सप्ताह के बाद एक्वेरियम के सारे पानी को बदलकर अच्छे साफ करें।
- एक्वेरियम की सफाई करते समय कौनो में जमा गंदगी को भी साफ करना ना भूलें। एक्वेरियम में भरने वाले पानी के पीएच लेवल का भी ख्याल रखें मछलियों के लिए आमतौर पर नल का पानी भी सही रहता है, जिसका पीएच लेवल 7.5 से लेकर 6.5 के आसपास रहना चाहिए।
FAQ | क्या आप जानते हैं
क्या घर में एक एक्वेरियम रखना शुभ है?
घर के लिए कौन सा एक्वेरियम है सबसे बेहतर?
एक्वेरियम का पानी कितने दिनों में बदलना चाहिए?
सुख समृद्धि के लिए घर में कौन सी मछली रखना शुभ है?
फिश एक्वेरियम का लगभग रेट क्या है?
