First Karwa Chauth Tips: करवाचौथ का दिन आमतौर पर हिंदु कैलेंडर के अनुसार कार्तिक महीने की पूर्णिमा के चौथे दिन मनाया जाता है। इस दिन विवाहित महिलाएं अपने पतियों की अच्छी सेहत और लंबी आयु के लिए चंद्रमा का अर्घ देने तक उपवास रखती हैं। नव-विवाहित या जो महिलाओं पहली बार करवाचौथ का व्रत रखने जा रही हैं उनके लिए ये दिन बेहद खास और यादगार हो सकता है। हालांकि करवाचौथ की तैयारी एक से दो हफ्ते पहले शुरू हो जाती है, लेकिन कुछ बातें हैं जिसे नव-विवाहित महिलाओं को ध्यान में रखना आवश्यक होता है। वहीं कुछ प्रचलित प्रथाएं हैं जिसे शास्त्रों के अनुसार अपनना जरूरी होता है। तो चलिए जानते हैं कि अपने पहले करवाचौथ को यादगार बनाने के लिए किन बातों का ध्यान रखा जाना चाहिए।
सरगी का रखें ध्यान

करवाचौथ के लिए सरगी का विशेष महत्व होता है। आमतौर पर सरगी सास या ससुराल की ओर से आती है। यदि आप पहली बार करवाचौथ का व्रत रखने जा रही हैं तो अपनी सास से सरगी लेना न भूलें। सरगी एक रस्म है जिसमें सुबह 4 बजे तैयार होकर सरगी में रखें गए पकवानों को खाया जाता है। इसमें मट्ठी, मिठाई, ड्राय फ्रूट, फल और सब्जी-परांठे को सरगी की थाली में रखा जाता है।
सास के लिए बनाएं बायना
जिस प्रकार सरगी जरूरी होती है उसी प्रकार सास के लिए बायना निकालना भी जरूरी माना जाता है। बायने में सास के लिए साड़ी या सूट, सुहाग का सामान, मिठाई और गिफ्ट को शामिल किया जाता है। यदि आपकी सास आपके साथ नहीं रहती हैं तो आप बायना निकाल दें और उसे बाद में उन्हें दे सकती हैं।
पहनें लाल जोड़ा
वैसे तो करवाचौथ पर किसी भी रंग के कपड़े पहने जा सकते हैं। लेकिन यदि आप नव-विवाहित हैं या पहली बार व्रत रखने जा रही हैं तो लाल रंग के जोड़े का चुनाव करें। लाल रंग को सुहाग की निशानी माना जाता है। जो आपको दुल्हन वाली फीलिंग भी देगा। जरूरी नहीं है कि आप अपने पहले करवाचौथ पर अपनी शादी का जोड़ा पहनें। आप लाल साड़ी, सूट और हल्के लहंगे का चुनाव भी कर सकती हैं।
पेय पदार्थ न लें
करवाचौथ पर अधिकांश महिलाएं व्रत रखती हैं। जिसमें खाने और पानी का सेवन निषेध होता है। शास्त्रों के अनुसार इस दिन निर्जला व्रत रखा जाता है इसलिए पूरे दिन पानी, चाय, कॉफी और जूस से दूरी बनाई जाती है। लेकिन जिन महिलाओं को स्वास्थ्य संबंधित समस्याएं हैं वे पानी या चाय का सेवन कर सकती हैं।
पूजा की थाली हो यूनिक

करवाचौथ की पूजा की थाली काफी विशेष होती है। रेशम और चमकदार मोतियों से सजी पारंपरिक पूजा थाली आपके करवाचौथ को यादगार बना सकती है। थाली में एक छलनी, पानी पीने के लिए तांबे का करवा, दीपक, मिठाई, रोली-चंदन, चावल और फूल को शामिल किया जाना चाहिए।
करें सोलह श्रृंगार
ये दिन विवाहित महिलाओं के लिए खास होता है। खासकर नवविवाहित महिलाएं इस दिन दुल्हन की तरह सजती हैं। इस दिन सोलह श्रृंगार किया जाता है जिसमें बिंदी, चूड़ी, मेंहदी, सिंदूर, ज्वेलरी, काजल, पायल, मांग टीका, लिपस्टिक, बिछिए जैसी 16 श्रृंगार की चीजों से श्रृंगार किया जाता है।
