देश भर में आज बैसाखी का त्योहार मनाया जा रहा है। सूर्य के मेष राशि में आने पर यह त्योहार मनाया जाता है। ज्योतिषशास्त्र के अनुसार जैसे मकर संक्रांति का हिन्दू धर्म में महत्व है, वैसे ही वैशाख संक्रांति का भी खास महत्व होता है। फसल कटने के बाद नए साल की शुरुआत के तौर पर बैसाखी का पर्व मनाया जाता है। बैसाख संक्रांति में सूर्य मेष राशि में सुबह 8 बजकर 10 मिनट पर प्रवेश करेंगे। इस संक्रान्ति पर स्नान व दान आदि का पुण्य़काल दोपहर 02:34 तक रहेगा।
दान की है परंपरा अनोखी
बैसाखी पर गंगास्नान और दान का काफी महत्व होता है। इस दिन अन्न, वस्त्र, पंखा, फल और पानी से भरा घड़ा दान करना काफी शुभ माना जाता है। हिंदू मान्यता के अनुसार आज के दिन जौ दान करना सोना दान करने के बराबर पुण्य माना जाता है इसीलिए आज जौ दान अवश्य कीजिए। आज के दिन चावल व अनाज दान करने का भी विशेष महत्व बताया जाता है।
बैसाखी पर स्नान और पूजा का महत्व
बैसाखी के पर्व पर गंगा स्नान और सूर्य उपासना विशेष फलदायी है। आज गंगा स्नान को काफी शुभ माना जाता है। हिन्दू मान्यता है कि आज के दिन गंगा स्नान से जीवन के सभी कष्ट दूर हो जाते हैं। लेकिन जो लोग किसी भी वजह से धार्मिक स्थानों की नदियों या सरोवरों में स्नान करने जाने में सर्मथ न हों, वो घर पर ही किसी पवित्र नदी या सरोवर के जल को नहाने के पानी में मिलाकर स्नान करें। इससे भक्त तीर्थों के समान ही पुण्य अर्जित कर सकते हैं।
