अपने बच्चे को मानसिक रूप से करें तैयार हर जिम्मेदारी निभाने के लिए: Child Mental Health
Sensory Disorder Therapy Credit: istock

Child Mental Health: अगर आप अपने बच्चे को लाइफ में एक अच्छा इंसान बनता देखना चाहते हैं, तो इसकी तैयारी उसके बचपन से ही शुरू कर देनी चाहिए। बच्चे को ना सिर्फ मानसिक रूप से बल्कि, शारीरिक और भावात्मक रूप से भी मजबूत बनाना चाहिए। अगर आपका बच्चा मानसिक रूप से तैयार होगा, तो वो दुनिया की किसी भी तरह की चुनौतियों का सामना कर पाएगा। अब ऐसे में ज्यादातर पैरेंट्स का यही सवाल होता है कि, वो अपने बच्चे को मानसिक रूप से कैसे तैयार करें?

इसके लिए वो चीज या लाइफ स्किल्स का सहारा लें? हालांकि पैरेंट्स को चाहिए की वो अपने बच्चे की मानसिक परिस्थितियों को समझें और उनकी जरूरतों को पहचानें। मानसिक रूप से तैयार बच्चों में आत्मविश्वास के साथ साथ आत्म सम्मान और जीवन जीने का सरल नजरिया विकसित होता है। 

चलिए जानते हैं, आप अपने बच्चे को किस तरह से मानसिक रूप से तैयार कर सकते हैं।

बच्चों को बात करने का दें मौका

Child Mental Health
you should opt friendly attitude with kids Credit: istock

पैरेंट्स को जरूरी है, कि वो अपने बच्चों को खुलकर बात करने का मौका दें। क्योंकि जब तक बचे खुलकर अपनी बात नहीं, कर पाएंगे तब तक वो अपने मन के अंदर की भड़ास भी नहीं निकाल पाएंगे। आप अपने बच्चों के साथ दोस्ताना व्यवहार रखें। ताकि उनका विश्वास आप पर हो जाए, कि आप उन्हें समझेंगे। ताकि उन्हें भी लगे कि, परिस्थिति कोई भी क्यों ना हो, आप उनका साथ नहीं छोड़ेंगे।

खुलकर जताएं प्यार

खुलकर जताएं प्यार
pamper your child

जरूरी नहीं कि पैरेंट्स का ज्यादा प्यार उन्हें बर्बाद कर दे। कभी कभी प्यार बच्चों को एक अच्छा इंसान भी बना देता है। अपने बच्चों को प्यार करते हैं, तो उस प्यार को खुलकर जताएं भी। ताकि बच्चे आपको समझें। अपने बच्चे के साथ समय बिताना, साथ में खेलना और उसकी बातों को सुनना, यह सभी चीजें उसके मानसिक विकास में भी मदद करेंगी। 

सिखाएं समाजिकता

सिखाएं समाजिकता
social attiquetts are necessary to teach them

बच्चों के अच्छे मानसिक विकास के लिए सबसे पहले उन्हें समाजिकता सिखाएं। आप उन्हें लोगों के बीच लेकर जाएं और मिलवाएं। जिससे वो बात करना सीख सकें। वो दोस्तों के अलावा रिश्तेदारों के सामने कैसे रहें, इसके गुण भी उन्हें जरुर सिखाएं। अगर बच्चे घर के बाहर काम करना चाहते हैं, तो उन्हें रोके नहीं। आपकी इन छोटी छोटी कोशिशों से बच्चे खुलकर रहना सीख पाएंगे जिससे उनका विश्वास बढ़ेगा।

गलती को मानना सिखाएं

गलती को मानना सिखाएं
teach them to accept their mistakes

बच्चों को यह सिखाना काफी चैलेंजिंग हो सकता है। बच्चे वही करते हैं, जिनकी सीख आप उन्हें देते हैं। अगर उन्होंने अनजाने में किसी के साथ कुछ भी गलत किया है, तो उन्हें अपनी गलती मानना सिखाएं और उस गलती की माफ़ी भी मांगना सिखाएं। बच्चों के स्वभाव में झुकाव की आदत उन्हें बचपन से ही सिखानी चाहिए। बच्चों के मानसिक विकास के लिए यह कदम सबसे जरूरी है।

खुद की समस्या को खुद करने दें हल

खुद की समस्या को खुद करने दें हल
let themselve solve their problems

बच्चों का अच्छा मानसिक विकास तभी हो पाएगा जब आप उन्हें उनकी समस्याओं को खुद हल करने देंगे। इससे वो अपनी परिस्थितियों से खुद ही निपटना सीखेंगे। हालांकि उनके अंदर यह समझ धीरे धीरे बढ़ेगीम लेकिन वो इन समस्याओं से कैसे लड़ना है, यह सीख जाएंगे। इससे उनको जीवन में एक फायदा मिलेगा, और वो यह है कि, वह कभी मानसिक रूप से बीमार नहीं पड़ेंगे। अगर कोई समस्या आई भी तो उसे समझेंगे भी और उससे लड़ेंगे भी।  

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बच्चों के मानसिक विकास के लिए यह कुछ ऐसे कदम हैं, जिन्हें हर पैरेंट्स को उठाने चाहिए। बच्चों का अच्छा मानसिक विकास उन्हे समाज में रहने योग्य बनाता है। साथ ही वो एक अच्छा इंसान भी बन पाते हैं।

मेरा नाम मोनिका अग्रवाल है। मैं कंप्यूटर विषय से स्नातक हूं।अपने जीवन के अनुभवों को कलमबद्ध करने का जुनून सा है जो मेरे हौंसलों को उड़ान देता है।मैंने कुछ वर्ष पूर्व टी वी और मैग्जीन के लिए कुछ विज्ञापनों में काम किया है । मेरा एक...

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