Brahma Muhurta Miracles : ब्रहम मुहूर्त यानी वो समय जब देवतागण धरती पर विचरण कर रहे होते हैं। ब्रहम मुहूर्त वो समय होता है, जब मंदिर के कपाट खोल दिए जाते हैं ताकि देवी-देवता मंदिर में वास कर सकें। उस वक्त मंदिर में देवी-देवताओ का शृंगार और पूजन किया जाता है। इस वक्त भक्तजन मंदिरों में दर्शनों के लिए आने लगते हैं। वैज्ञानिक दृष्टिकोण से देखें, तो जो भी व्यक्ति ब्रह्म मुहूर्त में उठता है, वो ज्यादा बुद्धिमान और ताजगी से भरपूर रहता है।
ब्रहम मुहूर्त में उठने के लाभ
तनाव रहता है दूर
अगर आप हर समय अपने आप को थका हुआ और परेशान महसूस करते हैं, तो ब्रह्म मुहूर्त में जरूर उठें। ऐसा माना जाता है कि अगर आप ब्रह्म मुहूर्त में जागते हैं, तो आप खुद-ब-खुद दुश्चिंताओं, तनाव और उलझनों से दूर होने लगते हो। दरअसल, इस वक्त स्वच्छ हवा होती है और ऐसा कहा जाता है कि इस वक्त वायुमण्डल में आक्सीजन का लेवल उच्च होता है। शुद्ध हवा में सांस लेने से हमारे फेफड़े स्वस्थ रहते हैं, जो हमारे स्वास्थ्य के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं। साथ ही हमें आत्मिक शांति का बोध होता है। इससे हमारा मानसिक विकास होता है और मानसिक संतुलन भी उचित रहता है। इस प्रकार से हम खुद को चुस्त और दुरूस्त महसूस करने लगते हैं।
पितरों का मिलता है आशीर्वाद
बहुत बार ऐसा होता है कि हम खुद ही ब्रह्म मुहूर्त में उठ तो जाते हैं, मगर बिस्तर से उठने में आलस करते हैं। कारण मन का दिलो-दिमाग पर हावी होना। मगर धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक ऐसा कहा जाता है कि ये वो वक्त होता है, जब देवतागण और विशेषतौर से हमारे पितर घरों में प्रवेश करते हैं। इससे हमें सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है।
घर में होता है निर्मलता का वास
अगर आप आठ या नौ बजे तक सोए रहते हैं, तो आप अपना कोई भी कार्य समय पर नहीं कर पाते हैं। नतीजन झल्लाहट में हर काम अधूरा रह जाता है। साफ-सफाई से लेकर ऑफिस जाने तक हर काम में देरी होने लगती है। ऐसे में अगर आप सुबह जल्दी जग जाते है, तो आप अपना हर कार्य समय के अनुरूप कर सकते हैं। इसके अलावा वातावरण में सम्पूर्ण शांति और निर्मलता का वास होता है।
आध्यात्मिक शक्ति बढ़ती है

अगर हम सुबह सवेरे उठकर ध्यान लगाते हैं और ईश्वर का स्मरण करते है, तो इससे आध्यात्मिक शक्ति का विकास होता है। इस समय हम बिना किसी शोर और उलझन के परमात्मा को याद कर सकते हैं और अपने मन एवं इंद्रियों के जरिए उनसे सीधे तौर पर जुड़ सकते हैं। ब्रहम मुहूर्त में मन ही मन धार्मिक श्लोकों का उच्चारण शुभ माना जाता है।
अध्ययन के लिए उत्तम
इस समय कुछ भी अगर आप याद करते है, तो वो सदा के लिए आपके दिमाग में बैठ जाती है। इस वक्त विद्यार्थी अगर अध्ययन करते हैं, तो वे बुद्धिमान हो जाते हैं। इसके अलावा लेखन के लिए ये समय बेहद उपयुक्त है। इस समय हमारे मन के भाव रचनात्मक रूप से कार्य करते हैं।
