छठ मैया को प्रसन्न करने के लिए प्रसाद में चढ़ाए ये 8 तरह की चीजें: Chhath Puja Prasad
महापर्व छठ की शुरुआत 17 नवंबर से होने वाली है। यह त्यौहार चार दिन तक चलने वाला है।
Chhath Puja Prasad: महापर्व छठ की शुरुआत 17 नवंबर से होने वाली है। यह त्यौहार चार दिन तक चलने वाला है। पहले दिन नहाय-खाय, दूसरे दिन खरना, तीसरे दिन शाम में सूर्य अर्घ्य से चौथे दिन सुबह अर्घ्य पर समापन होता है। छठ पूजा में प्रसाद और अलग-अलग फलों को चढ़ाने की मान्यता है। कहा जाता है कि छठी मईया को ये सारे फल और सामान बहुत ज्यादा पसंद है। पूजा में इन चीजों का भोग लगाने से मईया सबसे ज्यादा प्रसन्न होती हैं।
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ठेकुआ

छठ पूजा में वैसे तो कई तरह के प्रसाद चढ़ाएं जाते हैं। लेकिन, सबसे महत्वपूर्ण ठेकुआ प्रसाद होता है। इसे गुड़ और आटे से बनाया जाता है। छठ की पूजा ठेकुआ के बिना अधूरी मानी गई है।
डाभ नींबू
डाभ नींबू सामान्य नींबू से काफी बड़ा होता है। इसका स्वाद खट्टा-मीठा होता है और यह देखने में भी काफी बड़ा लगता है। छठ की पूजा में इस नींबू का एक अलग महत्व है। आपकों पूजा की थाली में डाभ नींबू देखने को मिल जाएंगे। छठी मैया को प्रसाद के रूप में डाभ नींबू चढ़ाना बेहद शुभ माना जाता है।
नारियल

छठ की पूजा में पवित्रता का बेहद महत्व है। नारियल चढ़ाने से हमारे घर में लक्ष्मी आती है। इसके अलावा छठ पूजा की थाली में आपकों नारियल देखने को जरूर मिल जाएंगे। कहा जाता है कि जिन भी व्यक्तियों की कुछ मानता होती है, वह अपने पूजा के डाले में नारियल को जरूर रखते हैं।
केला

केला छठी मईया को बहुत पसंद है। कहा जाता है कि केला भगवान विष्णु का भी प्रिय फल है। इसमें विष्णुजी वास करते हैं। हिंदू धर्म में केला शुद्ध फल माना गया है। छ्ठी मईया को प्रसन्न करने के लिए लोग कच्चे केले का अरघा भी चढ़ाते हैं। कई लोगों की मन्नतें भी होती है, जिस वजह से वह एक पूरी केले का अरघा छठी मैया को प्रसाद के रूप में चढ़ाते हैं।
गन्ना

छठ पूजा में नारियल की तरह गन्ने का भी महत्व है। छठ पूजा में गन्ने से बने गुड़ का इस्तेमाल भी प्रसाद में किया जाता है। छठ पूजा के लिए कई लोग गन्ने का घर बनाते हैं। कहते हैं कि इससे छठी मईया घर में सुख–समृद्धि लाती है।
सुपारी
हमारे हिंदू धर्म में सुपारी का बेहद महत्व है। किसी भी पूजा में सुपारी का इस्तेमाल होता है। ठीक इसी तरह छठ पूजा में भी प्रसाद के थाली में लोग छोटी सुपारी डालना नहीं भूलते हैं।
सिंघाड़ा
माता लक्ष्मी को सिंघाड़ा बेहद पसंद होता है। पानी में रहने के कारण सिंघाड़ा सख्त हो जाता है, जिस वजह से कोई भी पक्षी इसे झूठा नहीं कर सकता हैं। इसके साथ ही छठ पूजा में सिंघाड़े का भी बेहद महत्व है। पूजा की थाली में आपकों सिंघाड़ा देखने को जरूर मिल जाएगा। कहते हैं की पूजा के बाद इसका सेवन जरूर करना चाहिए।
चावल के लड्डू
छठ पूजा में प्रसाद के रूप में विशेष चावल के लड्डू भी चढ़ाए जाते हैं। इन्हें धान की कई परतों से तैयार किया जाता है। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक, चावल की नई फसल पहले सूर्य को अर्पित करना महत्वपूर्ण है और इसलिए छठी मैया को गन्ने के साथ कसार के लड्डू चढ़ाने की परंपरा है।
