Summary: घर में बने लिक्विड फर्टिलाइज़र की ख़ास बात
ये फर्टिलाइज़र न केवल पौधों को आवश्यक पोषक तत्व देते हैं बल्कि मिट्टी की उर्वरता और पौधों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाते हैं।
Homemade Liquid Fertilizer: आज के समय में होम गार्डनिंग केवल एक शौक नहीं बल्कि तनाव से राहत और प्रकृति से जुड़ाव का माध्यम बन चुकी है। छोटे-से बालकनी में सब्ज़ियाँ, फूल और हर्ब्स उगाने का चलन लगातार बढ़ रहा है। लेकिन एक सच्चाई यह भी है कि पौधों की देखभाल जितनी सरल दिखती है उतनी होती नहीं। बीज, गमले, मिट्टी और खासकर महंगे केमिकल फर्टिलाइज़र इस शौक को खर्चीला बना देते हैं। ऐसे में यदि आप अपने पौधों को सस्ता, सुरक्षित और प्राकृतिक पोषण देना चाहते हैं तो घर में मौजूद रोज़मर्रा की चीज़ों से बने लिक्विड फर्टिलाइज़र आपके लिए वरदान साबित हो सकते हैं।
लहसुन का लिक्विड फर्टिलाइज़र

लहसुन में प्राकृतिक एंटीबैक्टीरियल और ऐंटिफंगल गुण पाए जाते हैं जो पौधों को कीड़ों से बचाने में बेहद प्रभावी हैं। इससे लिक्विड फर्टिलाइज़र बनाने के लिए लहसुन के छिलकों को एक बर्तन में पानी के साथ रातभर भिगो दें। सुबह इस पानी को छानकर पौधों की पत्तियों पर हल्के स्प्रे के रूप में छिड़कें। यह एक प्राकृतिक कीटनाशक की तरह कार्य करता है और एफिड्स, व्हाइट फ्लाई और अन्य हानिकारक कीड़ों को दूर रखता है।
केले के छिलके का पानी
केले के छिलके फॉस्फोरस, पोटैशियम और कैल्शियम जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं जो पौधों की वृद्धि और फूल आने की प्रक्रिया में अहम भूमिका निभाते हैं। इससे लिक्विड फर्टिलाइज़र बनाने के लिए छिलकों को टुकड़ों में काटकर रातभर पानी में भिगो दें। सुबह यह पानी छानकर पौधों की जड़ों में डालें। महीने में दो बार के प्रयोग से पौधों में नई कलियों और फलों की पैदावार बढ़ाता है और पत्तियों को हरी और स्वस्थ बनाता है।
एलोवेरा का पानी

एलोवेरा में मौजूद एंज़ाइम और मिनरल पौधों के लिए एक बेहतरीन रूटिंग हार्मोन का कार्य करते हैं। इससे लिक्विड फर्टिलाइज़र बनाने के लिए एलोवेरा की पत्ती से जेल निकालकर पानी में मिलाएँ और पौधों की जड़ों में डालें या स्प्रे करें। सप्ताह में एक बार उपयोग सही माना जाता है। यह पौधों की जड़ों को मजबूत बनाता है, नई जड़ों को विकसित करता और सूखे पौधों को पुनर्जीवित करने में मदद करता है।
चायपत्ती का पानी
जो इस्तेमाल की हुई चायपत्ती आप फेंक देते हैं वही पौधों के लिए वरदान है। इससे लिक्विड फर्टिलाइज़र बनाने के लिए चायपत्ती को एक बर्तन में पानी के साथ रातभर भिगोकर रखें। सुबह इस पानी को छानकर पौधों में डालें। सप्ताह में एक बार डालना उपयुक्त और उपयोगी पाया गया है। यह पौधों की पत्तियों को हरा और ताज़ा बनाए रखता है। यह मिट्टी के सूक्ष्मजीवों को भी सक्रिय करता है जिससे मिट्टी की गुणवत्ता बढ़ती है।
सोयाबीन का पानी

सोयाबीन में प्रोटीन, आयरन और मिनरल्स होते हैं जो मिट्टी को पोषण देकर पौधों की जड़ों को मजबूत बनाते हैं। इससे लिक्विड फर्टिलाइज़र बनाने के लिए सोयाबीन के दानों को रातभर पानी में भिगो दें। सुबह यह पानी छानकर पौधों की जड़ों में डालें। हर दस दिन में एक बार प्रयोग करने से पौधों को अच्छा लाभ मिलता है। यह मिट्टी की संरचना को सुधारता है और पौधों को गहरी जड़ें विकसित करने में मदद करता है।
ये फर्टिलाइज़र न केवल पौधों को आवश्यक पोषक तत्व देते हैं बल्कि मिट्टी की उर्वरता और पौधों की रोग-प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ाते हैं।
