भारत के 20 प्रसिद्ध मंदिर जरूर देखें
भारत के ये सभी मंदिर हजारों साल पुराने हैंI इन सभी मंदिरों की नक्काशी में भारतीय संस्कृति, कला व सौंदर्य का अनूठा संगम देखने को मिलता हैI
20 Famous Temples of India:भारत की संस्कृति सबसे खास हैI यहाँ की पावन धरती पर सभी धर्मों का संगम देखने को मिलता हैI यही वजह है कि यहाँ एक से बढ़कर एक पुराने व भव्य कलात्मक मंदिर हैंI यह सभी मंदिर हजारों साल पुराने हैं, जिसे देख कर भारत के विशाल इतिहास का अंदाजा लगाया जा सकता हैI इन सभी मंदिरों की नक्काशी में भारतीय संस्कृति, कला व सौंदर्य का अनूठा संगम देखने को मिलता हैI आइए भारत के प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में विस्तार से जानते हैंI
भारत के 20 प्रसिद्ध मंदिर- 20 Famous Temples of India
| जगह | शहर से दूरी/किलोमीटर |
| बृहदेश्वर मंदिर (Brihadeeswarar Temple | 850 मीटर |
| कैलाशनाथ मंदिर (Kailashnath Temple) | 210 मीटर |
| लिंगराज मंदिर (Lingaraj Temple) | 9.1 किलोमीटर |
| शोर मंदिर (Shore Temple) | 57.8 किलोमीटर |
| केदारनाथ मंदिर (Kedarnath Temple) | 74.4 किलोमीटर |
| पुष्कर का ब्रह्मा मंदिर (Brahma Temple of Pushkar) | 350 मीटर |
| बद्रीनाथ मंदिर (Badrinath Temple) | 22.8 किलोमीटर |
| अंबरनाथ मंदिर (Ambarnath Temple) | 9.2 किलोमीटर |
| सोमनाथ मंदिर (Somnath Temple) | 408 किलोमीटर |
| श्री वरदराजा पेरुमल मंदिर (Sri Varadaraja Perumal Temple) | 137.5 किलोमीटर |
| काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple) | 6.6 किलोमीटर |
| पद्मनाभस्वामी मंदिर (Sree Padmanabhaswamy Temple) | 1.4 किलोमीटर |
| महाकाल मंदिर (Mahakal Temple) | 2.7 किलोमीटर |
| घृष्णेश्वर मंदिर (Grishneshwar Mahadev Temple) | 32.4 किलोमीटर |
| तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji) | 22.5 किलोमीटर |
| वैष्णो देवी मंदिर (Vaishno Devi Temple) | 17.3 किलोमीटर |
| बैजनाथ मंदिर (Baijnath Temple) | 1.1 किलोमीटर |
| स्वर्ण मंदिर (Golden Temple) | 2 किलोमीटर |
| कोर्णाक का सूर्य मंदिर (Sun Temple at Konark) | 1.6 किलोमीटर |
| कामाख्या देवी मंदिर (Kamakhya Devi Temple) | 14.7 किलोमीटर |
बृहदेश्वर मंदिर (Brihadeeswarar Temple)

बृहदेश्वर मंदिर तमिलनाडु के तंजौर में स्थित हैI यह हिन्दुओं का एक प्रसिद्ध मंदिर हैI यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित हैI यह मंदिर द्रविड़ियन कला का बेहतरीन उदाहरण पेश करता हैI इस मंदिर के शीर्ष की ऊंचाई 66 मीटर हैI इस मंन्दिर का निर्माण कार्य 1003-1010 ई. के बीच चोल शासक राजाराज चोल प्रथम ने करवाया थाI
प्रवेश शुल्क
यहाँ दर्शन के लिए प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI यहाँ दर्शन का समय सुबह 6 से रात के 9 बजे तक का होता हैI
कैलाशनाथ मंदिर (Kailashnath Temple)

कैलाशनाथ मन्दिर महाराष्ट्र के औरंगाबाद जिले में ‘एलोरा की गुफाओं’ में स्थित हैI यह मंदिर दुनिया भर में एक ही पत्थर की शिला से बनी हुई सबसे बड़ी मूर्ति के लिए विश्व प्रसिद्ध हैI इस मंदिर का निर्माण कार्य लगभग 150 वर्षों में पूरा हुआ था और इसे बनाने में तक़रीबन 7000 मज़दूर लगे थेI
प्रवेश शुल्क
कैलाश मंदिर में दर्शन के लिए भारतीय भक्तों को 10 रूपए और विदेशी भक्तों को 850 रूपए प्रवेश शुल्क का भुगतान करना पड़ता हैI यहाँ दर्शन करने का समय सुबह 6 बजे से शाम के 6 बजे तक का ही होता हैI
लिंगराज मंदिर (Lingaraj Temple)

लिंगराज मंदिर कई कारणों से एक विशेष मंदिर हैI यह भुवनेश्वर का सबसे बड़ा और सबसे पुराने मंदिरों में से एक हैI इस मंदिर का निर्माण सोमवंशी राजा जजाति केशरि ने 11वीं शताब्दी में करवाया थाI यह मंदिर भगवान शिव के एक रूप हरिहारा को समर्पित हैI
प्रवेश शुल्क
लिंगराज सभी भक्तों के लिए निशुल्क हैI यह मंदिर भक्तों के लिए सुबह 5 बजे से रात के 9 बजे तक खुला रहता हैI
शोर मंदिर (Shore Temple)

शोर मंदिर चेन्नई से लगभग 55 किलोमीटर की दूरी पर बंगाल की खाड़ी के तट पर स्थित हैI यह दक्षिण भारत का सबसे प्राचीन मंदिर हैI मान्यताओं के अनुसार इस मंदिर का निर्माण आठवीं शताब्दी में किया गया थाI यह मंदिर द्रविड़ वास्तुकला का बेहतरीन नमूना हैI
प्रवेश शुल्क
शोर मंदिर में दर्शन करने के लिए भुगतान करना पड़ता हैI यहाँ दर्शन का समय हर दिन सुबह 6 से शाम के 6 बजे तक का होता हैI
केदारनाथ मंदिर (Kedarnath Temple)

केदारनाथ मंदिर उत्तराखंड का सबसे विशाल शिव मंदिर हैI हिमालय पर्वत की गोद में बसा यह मंदिर बारह ज्योतिर्लिंग में सम्मिलित होने के साथ-साथ चार धाम और पंच केदार में से भी एक हैI पौराणिक कथाओं के अनुसार भगवान शिव की सवारी नन्दी बैल की प्रतिमा मन्दिर के बाहर एक रक्षक के रूप में स्थित हैI
प्रवेश शुल्क
इस मंदिर में भगवान शिव के दर्शन के लिए भक्तों को कोई प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता हैI यहाँ भक्त सुबह 6 बजे से दिन के 3 बजे तक फिर शाम 5 बजे से 7 बजे तक दर्शन कर सकते हैंI
पुष्कर का ब्रह्मा मंदिर (Brahma Temple of Pushkar)

पुष्कर का ब्रह्मा मंदिर राजस्थान का एक प्रसिद्ध तीर्थस्थान हैI यह अजमेर से तक़रीबन 11 किलोमीटर दूर हैI इस मंदिर का निर्माण 14 वीं सदी में करवाया गया थाI इस मंदिर में कमल पर विराजमान ब्रहमाजी की चार मुख वाली मूर्ति है, जिसके बाएं तरफ उनकी युवा पत्नी गायत्री और दाएं तरफ सावित्री बैठी हुईं हैंI
प्रवेश शुल्क
इस मंदिर में कोई प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता हैI यह मंदिर सर्दियों के मौसम में सुबह 6:30 बजे से रात के 8:30 बजे तक खुला रहता है और गर्मियों में 6 बजे से रात के 9 बजे तक खुला रहता हैI
बद्रीनाथ मंदिर (Badrinath Temple)

बद्रीनाथ मंदिर भारत के चार धामों में से एक प्रमुख तीर्थस्थल हैI बद्रीनाथ मंदिर भगवान विष्णु के रूप को समर्पित हैI यह मंदिर अपनी वास्तुकला और पौराणिक कथाओं के लिए विश्व प्रसिद्ध हैI
प्रवेश शुल्क
बद्रीनाथ मंदिर में दर्शन के लिए श्रद्धालुओं को कोई प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता हैI यहाँ श्रद्धालु सुबह 4:30 से 8 बजे तक और शाम में 4 से 9 बजे तक दर्शन कर सकते हैंI
काशी विश्वनाथ मंदिर (Kashi Vishwanath Temple)

काशी विश्वनाथ मंदिर बनारस में स्थित हैI यह मंदिर गंगा नदी के तट पर स्थित है और भगवान शिव को समर्पित हैI इस मंदिर की गिनती भारत के सबसे पवित्र मंदिरों में की जाती हैI हर साल यहाँ लाखों तीर्थयात्री दर्शन के लिए आते हैंI
प्रवेश शुल्क
यहाँ दर्शन के लिए किसी भी भक्त से कोई प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता है, यहाँ सभी भक्त सुबह 3 बजे से रात के 11 बजे तक निशुल्क दर्शन कर सकते हैंI
अंबरनाथ मंदिर (Ambarnath Temple)

अंबरनाथ मंदिर प्राचीन हिन्दू शिल्पकला की ज्वलंत मिसाल हैI इस मंदिर का निर्माण ग्यारहवीं शताब्दी के मध्य में किया गया थाI अंबरनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित हैI यह मंदिर वलधान नदी के तट पर स्थित है और इसके चारों तरफ आम तथा इमली के पेड़ लगे हुए हैंI
प्रवेश शुल्क
यहाँ कभी भी प्रवेश के लिए भक्तों से कोई प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता हैI यहाँ दर्शन करने का समय सुबह 6 से रात के 8 बजे का होता हैI
सोमनाथ मंदिर (Somnath Temple)

सोमनाथ मंदिर 12 ज्योतिर्लिंगों में सर्वप्रथम हैI ज्यादातर श्रद्धालू जो 12 ज्योतिर्लिंग के दर्शन की योजना बनाते हैं, वे सोमनाथ से ही इसकी शुरुआत करते हैंI ऐसी मान्यता है कि इस मंदिर का निर्माण स्वयं चन्द्रदेव ने किया थाI इस मंदिर का उल्लेख ऋग्वेद में भी मिलता हैI
प्रवेश शुल्क
सोमनाथ मंदिर में कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI यह मंदिर दर्शन के लिए सुबह 8:30 से 3:30 तक खुला रहता हैI
श्री वरदराजा पेरुमल मंदिर (Sri Varadaraja Perumal Temple)

श्री वरदराजा पेरुमल मंदिर तामिरभरणी नदी के किनारों पर स्थित हैI इस मंदिर के मुख्य देवता वीरराघवन हैं और इस मंदिर की “उत्सव मूर्ति” श्री वरदराजा पेरूमल की है, जिनके नाम पर ही इस मंदिर का नाम पड़ा हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ भक्तों को दर्शन के लिए भुगतान नहीं करना पड़ता हैI यह मंदिर भक्तों के लिए हर दिन सुबह 6 बजे से 12 बजे तक और फिर शाम के 4 से रात 9 बजे तक ही दर्शन के लिए खुला रहता हैI
पद्मनाभस्वामी मंदिर (Sree Padmanabhaswamy Temple)

पद्मनाभस्वामी मंदिर केरल के तिरुवनंतपुरम जिले में स्थित हैI यह मंदिर जगत के पालनकर्ता भगवान विष्णु को समर्पित है और यहाँ भगवान विष्णु की शेषनाग पर शयन मुद्रा वाली प्रतिमा स्थापित हैI इस मंदिर में दर्शन के लिए ड्रेस कोड निर्धारित हैI यहाँ पुरुषों को धोती और महिलाओं को साड़ी पहननी पड़ती हैI अनदेखी करने वाले श्रद्धालुओं को मंदिर के गर्भ गृह में प्रवेश नहीं करने दिया जाता हैI
प्रवेश शुल्क
सभी भक्त यहाँ निशुल्क दर्शन कर सकते हैंI
महाकाल मंदिर (Mahakal Temple)

महाकाल मंदिर मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित हैI यहाँ मंदिर देवों के देव महादेव को समर्पित हैI इस मंदिर के गर्भगृह में भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में एक ज्योतिर्लिंग स्थापित हैI यहाँ की जाने वाली भस्म आरती विश्व प्रसिद्ध हैI महाकाल मंदिर में शिवरात्रि के अवसर पर भव्य मेले का आयोजन किया जाता हैI
प्रवेश शुल्क
यह मंदिर सुबह 4 बजे से रात के 11 बजे तक खुला रहता हैI वैसे तो मंदिर में प्रवेश करने के लिए कोई भुगतान नहीं करना पड़ता है, लेकिन अगर आप भीड़ में अपना समय नहीं बर्बाद करना चाहते हैं तो आप वीआईपी दर्शन कर सकते हैं, इसके लिए आपको 250 रूपए का भुगतान करना पड़ता हैI
घृष्णेश्वर महादेव मंदिर (Grishneshwar Mahadev Temple)

घृष्णेश्वर महादेव मंदिर महाराष्ट्र के दौलताबाद में स्थित हैI दौलताबाद से इस मंदिर की दूरी मात्र 10 किलोमीटर की हैI यह मंदिर भी भगवान शिव के बारह ज्योतिर्लिंगों में एक ज्योतिर्लिंग हैI हालांकि, यह अंतिम ज्योतिर्लिंग हैI
प्रवेश शुल्क
यह मंदिर सुबह 5:30 से रात के 11 बजे तक खुला रहता हैI यहाँ प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI
तिरुपति बालाजी मंदिर (Tirupati Balaji Temple)

तिरुपति बालाजी मंदिर आंध्र प्रदेश के तिरुपति जिले में स्थित हैI इस मंदिर में भगवान विष्णु वेंकटेश्वर रूप में विराजमान हैंI ऐसी धारणा है कि प्रभु वेंकटेश्वर कलयुग में मानव समाज के कल्याण और उत्थान के लिए प्रकट हुए हैंI यह मंदिर 1500 साल पुराना हैI
प्रवेश शुल्क
इस मंदिर में दर्शन के लिए आपको प्रवेश शुल्क नहीं देना पड़ता है, लेकिन यहाँ आपको दर्शन के लिए ड्रेस कोड का पालन करना पड़ता हैI अगर आप यहाँ के तय ड्रेस कोड में नहीं जाते हैं तो आपको दर्शन करने की अनुमति नहीं दी जाती हैI यहाँ सुबह 7:30 से शाम के 7 बजे तक और फिर रात के 8 बजे से 1 बजे तक दर्शन करने की अनुमति होती हैI
वैष्णो देवी मंदिर (Vaishno Devi Temple)

वैष्णो देवी मंदिर माता रानी के मंदिर के नाम से भी प्रसिद्ध हैI वैष्णो देवी मंदिर माँ दुर्गा का गुफा मंदिर हैI यह मंदिर त्रिकुटा पहाड़ियों पर स्थित हैI यह समुद्र तल से लगभग 15 किलोमीटर की ऊंचाई पर स्थित हैI यह मंदिर देवी माँ के 108 शक्तिपीठों में से एक हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ भक्त सुबह 5 बजे से 12 बजे तक और फिर शाम में 4 बजे से रात के 9 बजे तक दर्शन कर सकते हैंI फरवरी से जून और सितंबर से नवंबर तक का महीना यहाँ आने के लिए सबसे अच्छा माना जाता हैI
बैजनाथ मंदिर (Baijnath Temple)

बैजनाथ मंदिर भगवान शिव को समर्पित एक प्रसिद्ध प्राचीन मंदिर हैI बैजनाथ मंदिर में स्थापित शिवलिंग रावण द्वारा लाया गया थाI जब रावण ने भगवान शिव की पूजा करके उन्हें प्रसन्न किया तब भगवान शिव ने रावण को आशीर्वाद दिया और शिवलिंग का रूप धारण कर लियाI सावन के महीने में यहाँ भक्तों की भीड़ लगी रही हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ भक्तों से कोई प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता है, लेकिन अगर आप वीआईपी द्वार से भगवान के दर्शन करना चाहते हैं तो आपको यहाँ दर्शन के लिए भुगतान करना होगाI
स्वर्ण मंदिर (Golden Temple)

स्वर्ण मंदिर का निर्माण सिख गुरु राम दास जी ने करवाया थाI यह पंजाब के अमृतसर शहर में स्थित हैI इसकी दीवारों को सोने की परत से मढ़ा गया है, इसीलिए इसे “द गोल्डन टेम्पल” कहा जाता हैI यहाँ परिसर के अंदर एक पवित्र झील हैI
प्रवेश शुल्क
यहाँ कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता हैI यहाँ सुबह 4 बजे से रात के 11 बजे तक दर्शन किया जा सकता हैI यहाँ आने के लिए सबसे अच्छा समय अप्रैल से लेकर सितंबर तक का महीना माना जाता है, क्योंकि इस दौरान यहाँ का मौसम काफी अच्छा होता हैI
कोर्णाक का सूर्य मंदिर (Sun Temple at Konark)

कोर्णाक का सूर्य मंदिर भारत के सबसे प्रसिद्ध मंदिरों में से एक हैI यह मंदिर उड़ीसा राज्य के कोर्णाक शहर में स्थित हैI यह भगवान सूर्य देव को समर्पित हैI इस मंदिर का आकार भी एक रथ के समान है, जिसे सात घोड़े खींचते हुए नजर आते हैंI दरअसल यह सात घोड़े सप्ताह के 7 दिन को दर्शाते हैं और इस रथ में कुल 24 पहिए बने हुए हैं, जिसे 1 दिन के 24 घंटे का प्रतीक माना जाता हैI
प्रवेश शुल्क
कोणार्क मंदिर हर दिन सुबह 6 बजे से रात के 8 बजे तक दर्शन के लिए खुला रहता हैI यहाँ भारतीयों को 30 रूपए और विदेशियों को 500 रूपए का भुगतान करना पड़ता हैI
कामाख्या देवी मंदिर (Kamakhya Devi Temple)

कामाख्या देवी का यह खूबसूरत मंदिर असम के गुवाहाटी की नीलांचल पहाड़ियों पर स्थित हैI इस मंदिर की गिनती 51 शक्तिपीठों में सबसे प्रमुख 4 शक्तिपीठों में की जाती हैI इस मंदिर की सबसे खास बात देवी माँ की प्रतिमा से रजस्वला का होना हैI रजस्वला के रुकने के बाद यहाँ श्रद्धालु दर्शन के लिए उतावले रहते हैंI
प्रवेश शुल्क
इस खास मंदिर में दर्शन के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं लिया जाता हैI
भारत के प्रसिद्ध मंदिर देखने का सही समय- Best Time to Visit Famous Temples of India
वैसे तो आप इन सभी प्रसिद्ध मंदिरों को देखने के लिए पूरे साल में कभी भी जा सकते हैं, लेकिन कोशिश करें कि गर्मी के मौसम में ना जाएँ, क्योंकि गर्मी में भीड़ के कारण आपको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता हैI
कैसे पहुँचे?
हवाई मार्ग से– भारत के प्रसिद्ध मंदिरों को देखने के लिए आप हवाई मार्ग का चुनाव कर सकते हैंI अधिकांश मंदिर उन शहरों में स्थित हैं, जहाँ हवाई सेवा उपलब्ध हैI
रेल मार्ग से– भारतीय रेल सभी बड़े शहरों के साथ-साथ छोटे शहरों से भी जुड़ा हुआ हैI इन प्रसिद्ध मंदिरों को देखने के लिए आप रेल सुविधा का इस्तेमाल कर सकते हैं और बड़ी आसानी से इन जगहों पर पहुँच सकते हैंI
सड़क मार्ग से– भारत की प्रसिद्ध मंदिरों को देखने के लिए आप सड़क मार्ग के द्वारा भी आसानी से पहुँच सकते हैंI आप इन प्रसिद्ध मंदिरों को देखने के लिए अपनी गाड़ी या फिर बसों का भी उपयोग कर सकते हैंI
ठहरने के लिए 5 स्टार होटल
भारत की सबसे खास बात है कि यहाँ के सभी प्रसिद्ध मंदिरों के आस-पास रूकने के लिए होटल्स की अच्छी सुविधा उपलब्ध हैI आप जहाँ भी जाएँगे, वहां आपको सस्ते व अच्छे दामों पर रुकने के लिए कई होटल्स और लॉज की सुविधा आराम से मिल जाएगीI
FAQ | भारत के प्रसिद्ध मंदिरों के बारे में अक्सर पूछे जाने वाले सवाल
भारत के प्रसिद्ध मंदिर अलग-अलग जगहों पर हैं, जिसे देखने के लिए आपको वहां पहुंचना होगा, लेकिन आप एक दिन में ही मंदिरों के दर्शन कर सकते हैंI
भारत के अधिकांश मंदिरों में दर्शन के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं लगता है, इसलिए आपको दर्शन के लिए ज्यादा पैसे खर्च नहीं करने होने, बस आपको आने-जाने और रूकने का किराया देना होगाI
आप भारत के प्रसिद्ध मंदिरों को देखने के लिए कभी भी जा सकते हैंI
आपको सभी मंदिरों के आस-पास रूकने के लिए कई सस्ते और अच्छे होटल बड़े आराम से मिल जाएँगेI
भारत के अधिकांश मंदिर रात के समय दर्शन के लिए बंद हो जाते हैंI आप मंदिर में सुबह से लेकर रात के 11 बजे तक दर्शन कर सकते हैंI
रात के समय मंदिरों में दर्शन करने की अनुमति नहीं होती है, रात में प्रवेश द्वार बंद कर दिया जाता हैI
