महाशिवरात्रि पर भगवान शिव को 10 चीजों से करें खुश
महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर भगवान शिव की पूजा में कुछ जरूरी चीजों को अवश्य शामिल करना चाहिए, ताकि जीवन में सकारात्मक बदलाव और सुख-समृद्धि का वास हो।
Maha Shivratri worship: महाशिवरात्रि आने में बस कुछ ही दिन रह गए हैं। महाशिवरात्रि हिंदू धर्म का एक पवित्र पर्व है, इस दिन भगवान शिव की पूजा की जाती है। इस दिन भक्त भगवान शिव से आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए व्रत रखकर उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। महाशिवरात्रि के शुभ अवसर पर भगवान शिव की पूजा में कुछ जरूरी चीजों को अवश्य शामिल करना चाहिए, ताकि जीवन में सकारात्मक बदलाव और सुख-समृद्धि का वास हो।
जल

भगवान शिव स्वयं ही जल हैं। इन पर जल चढ़ाने का महत्व समुद्र मंथन की कथा से जुड़ा हुआ है। समुद्र मंथन में जब भगवान शिव ने विष पिया था तब उनका कंठ एकदम नीला पड़ गया था। इस विष की गर्माहट को शांत करने के लिए और भगवान शिव को शीतलता प्रदान करने के लिए सभी देवी-देवताओं ने उन्हें जल अर्पित किया। तभी से भगवान शिव को जल अर्पित किया जाता है और इनकी पूजा में जल का विशेष महत्व होता है।
बेलपत्र

बेलपत्र भगवान शिव के तीन नेत्रों का प्रतीक होता है। इसलिए तीन पत्तियों वाला बेलपत्र भगवान शिव को अत्यंत प्रिय होता है। ऋषि मुनियों के अनुसार शिवजी को बेलपत्र चढ़ाना एवं 1 करोड़ कन्याओं के कन्यादान का फल एक समान होता है।
आंकड़े का फूल
भगवान शिव को आंकड़े का फूल बहुत ज्यादा पसंद होता है। शास्त्रों में बताया गया है कि भगवान शिव की पूजा में एक आंकड़े का फूल चढ़ाना सोने के दान के बराबर फल देने वाला होता है।
धतूरा

धतूरा भगवान शंकर को बहुत प्रिय है। देवी भागवत पुराण के अनुसार समुंद्र मंथन से निकले हलाहल विष को जब भगवान शिव ने पिया था जब उसकी जलन से वे व्याकुल होने लगे। तब अश्विनी कुमारों ने भांग, धतूरा, बेल आदि औषधियों से उनकी व्याकुलता को दूर किया। तब से ही भगवान शंकर को धतूरा प्रिय है।
भांग
भगवान शिव को भांग भी प्रिय है। जब भगवान शिव ने समुद्र मंथन से निकले विष का पान किया था तब उन्हें औषधि के रूप भांग दी गई थी। इसलिए इनकी पूजा में भांग भी चढ़ाया जाता है।
कपूर

भगवान शिव को कपूर की महक काफी पसंद है। इनकी पूजा में कपूर का उपयोग करना शुभ माना जाता है। भगवान शिव के मंत्र में उन्हें कपूर के समान उज्जवल बताया गया है। इसलिए शिवरात्रि पूजन में कपूर जरूर शामिल करें।
दूध

भगवान शिव को दूध भी प्रिय है, इनका अभिषेक दूध से किया जाता है। दूध से भगवान शिव का अभिषेक करना काफी शुभ माना जाता है। इस शिवरात्रि भगवान शिव को दूध जरूर अर्पित करें।
चावल
पूजा-पाठ में चावल को अक्षत कहा जाता है। अक्षत का मतलब होता है जो चावल टूटा हुआ ना हो। भगवान शिव के पूजन में अक्षत का उपयोग करना जरूरी होता है। पूजा में अक्षत ना हो तो पूजा पूर्ण नहीं मानी जाती है।
चंदन
भगवान शिव अपने मस्तक पर चंदन का त्रिपुंड लगाते हैं, इसलिए इनकी पूजा में चन्दन का विशेष महत्व होता है। भगवान शिव को चंदन चढ़ाने से मान-सम्मान में वृद्धि होती है।
रुद्राक्ष

रुद्राक्ष भगवान शिव का प्रतीक है। ऐसा माना जाता है कि भगवान शिव के आंसुओं से ही रुद्राक्ष की उत्पत्ति हुई है। इसलिए भगवान शिव की पूजा में इसका खास महत्व होता है।
