होमियोपैथी चिकित्सा की एक प्राकृतिक पद्धति है जिसे सदियों से उपयोग में लाया जा रहा है। आमतौर पर लोग होमियोपैथी की तुलना में एलोपैथी पर ज्यादा जोर देते हैं क्योंकि उन्हें इस चिकित्सा पद्धति की खासियत का अंदाजा नहीं होता हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसे ही फैक्ट्स-
- होमियोपैथी से जुड़ी चिकित्सा में इंसान का समग्र इलाज होता है। इस चिकित्सा में शरीर, भावना, मन और आत्मा सभी को ठीक किया जा सकता है।
- होमियोपैथिक दवाएं प्रेग्नेन्ट वुमन और स्तनपान कराने वाली महिलाओं के लिए सुरक्षित होता है।
- ये छोटे बच्चों के साथ- साथ नवजात शिशु के लिए भी सुरक्षित है।
- यदि कोई पहले से दूसरी दवा खा रहा हो, तो भी होमियोपैथी में इलाज कराई जा सकती है।
- इस इलाज पद्धति में व्यक्ति का संपूर्ण इलाज होता है, सिर्फ उसके तत्कालिक लक्षणों की नहीं।
- यदि चिकित्सक गलत दवा शुरू कर दे तो भी इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं होता।
सुनिए होमियोपैथी के बारे में क्या कहना है ‘लिगा मेडिकोरम होम्योपैथिका इंटरनैशनलिस’ संस्था के नेशनल वाइस प्रेसिडेंट, डॉ. एस.पी. एस बक्शी का-
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