World Homeopathy Day 2024 : इस दुनिया में कई प्रकार की बीमारियों से लोग प्रभावित होते हैं। कई प्रकार की बीमारियां हर साल लोगों को जकड़ती हैं, जिनसे कई सारी बीमारियां जानलेवा भी हैं। ऐसे में हमेशा से ही इन बीमारियों से बचाव और उनके इलाज के लिए साइंटिस्ट्स और रिसर्चर्स एक्सेरिमेंट्स करते रहे हैं। मेडिकल फील्ड में होने वाले इन्ही एक्सपेरिमेंट्स की बदौलत दुनिया भर में कई प्रकार की चिकित्सीय प्रणालियों ने जन्म लिया।
एलोपैथी, आयुर्वेद आदि जैसे कई मेडिकल सिस्टम्स हैं, उन्ही में से एक अद्भुत और कारगर मेडिकेशन प्रणाली होम्योपैथी भी है। होम्योपैथी किसी भी बीमारी को जड़ से समाप्त करने के लिए जानी जाती है। बता दें दुनिया भर में हर साल 10 अप्रैल को, होम्योपैथी के फाउंडर सैमुअल हैनीमैन (जो कि एक जर्मन चिकित्सक थे) के जीवन में अद्भुत कार्यों और मेडिकल फील्ड में उनके अप्रतिम योगदान के लिए विश्व होम्योपैथी दिवस के रूप में मनाया जाता है। दरअसल सैमुअल हैनीमैन की लेगेसी काफी महान रही है जिस कारण से उनको हमेशा याद किया जाता है। उन्होंने लेट ऐटींथ सेंचुरी में वैकल्पिक चिकित्सा यानिकि ऑल्टरनेटिव मेडिसिन को बढ़ावा दिया।
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आज भी भारत ही नहीं बल्कि कई अन्य देशों में भी होम्योपैथिक चिकित्सा के एक्सेमप्लरी रिजल्ट्स पर काफी विश्वास जताया जाता है, यही कारण है, इन देशों में होम्योपैथी डॉक्टर्स बड़ी संख्या में प्रैक्टिस करते हैं। इनफैक्ट यह कहना गलत नहीं होगा कि आज भी बहुत से लोग होम्योपैथी को एलोपैथिक दवा से ज्यादा पसंद करते हैं। इस आर्टिकल में आप जानेंगे कि होम्योपैथी डे क्यों मनाया जाता है।
क्यों मनाया जाता है वर्ल्ड होम्योपैथी डे

दुनिया भर में हर साल 10 अप्रैल को विश्व होम्योपैथी दिवस के तौर पर मान्य जाता है। जर्मनी में इसी तारीख को होम्योपैथी के जनक, इस्साक फ्रेडरिक सैमुअल हैनिमैन,का जन्म 1755 में हुआ था। जानकारी के लिए बता दें, विश्व होम्योपैथी दिवस केवल डॉ. हैनिमैन की जयंती को मानने के लिए या उनके योगदान का स्मरण करने के लिए ही नहीं बल्कि होम्योपैथी के प्रेजेंट और फ्यूचर सिचुएशन पर विचार करने के लिए मनाया जाता है।
जानिए क्या है होम्योपैथी का अर्थ

सेंट्रल काउंसिल ऑफ होम्योपैथिक स्टडीज की माने तो, जब एक पूरी तरह से स्वस्थ इंसान में किसी नेचुरल बीमारी के लक्षण दिखाई देते हैं तो यह हर लक्षण के अनुसार दवाओं के साथ रोगियों का इलाज करने की एक प्रभावी तकनीक है। होम्योपैथी की बुनियाद सिमेट्री से इलाज है, जिसमे पेशेंट्स का पूरी तरह से इलाज किया जाता है, लेकिन उनकी बीमारी की हर कंडीशन को ध्यान में रखते हुए, व्यक्तिगत रूप से भी इलाज किया जाता है।
विश्व होम्योपैथी दिवस 2024 का ये है उद्देश्य
विश्व होम्योपैथी दिवस का मुख्य उद्देश्य इस वैकल्पिक चिकित्सा प्रणाली यानिकि होम्योपैथी मेडिसिन के बारे में अवेयरनेस को बढ़ाना है ताकि इसे ज्यादा से ज्यादा लोगों के लिए आसानी से इस्तेमाल कराया जा सके।
वैश्विक होम्योपैथिक फ्रेटरनिटी, होम्योपैथी मेडिसिन प्रणाली के विकास, सुधार और आधुनिकीकरण के लिए एकजुट होने का प्रयास करती है ताकि ज्यादा से ज्यादा लोगों तक इसका लाभ पहुंचाया जा सके। आजकल कई भयानक से भयानक बीमारियों से पीड़ित मरीजों का होम्योपैथी से इलाज संभव हो पा रहा है। होम्योपैथी से भयानक से भयानक रोग को जड़ से मिटाया जा सकता है। हर साल विश्व होम्योपैथी दिवस पर कई सारे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों का आयोजन होता है, जिसमें फील्ड के विशेषज्ञ भाग लेते हैं, और होम्योपैथी के प्रति जन जागरूकता फैलाते हैं।
