बचपन से था लिखने का शौक

एलेक्जेंड्रा वीनस बख्शी को बचपन से ही लिखने का शौक था। शुरूआत कविताओं से हुई और धीरे-धीरे उन्होंने कहानियां लिखना भी शुरू कर दिया। प्रतिष्ठित गार्गी कॉलेज से ग्रेजुएशन करने के बाद उन्होंने लॉ की पढ़ाई की। आज वो महिला सशक्तिकरण से संबंधित मामलों में विशेषज्ञ हैं। एलेक्जेंड्रा की दिल से इच्छा है की युवा पीढ़ी हिन्दी भाषा को लिखने और उसे बढ़ावा देने में अत्यधिक रूचि ले।

हिंदी भाषा से युवाओं को जोड़ने की है कोशिश

 एलेक्जेंड्रा की कोशिश है कि उनकी कहानियों पर नाटकों का मंचन हो। यदि ऐसा होता है तो उनकी कहानियां युवाओं के बीच आसानी से पहुंचेगी।एलेक्ससे एलेक्जेंड्रा आजकल वो अपनी दूसरी नॉवल पर काम कर रही हैं।

उपलब्धियां

आईसीयूएनआर पुरस्कार से बतौर एक वूमन अचीवर ऑफ द ईयर से सम्मानित किया गया । 

 

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