College ka Pehla Din
College ka Pehla Din

Hindi Funny Story: लाइब्रेरी में किताब ढूंढ़ते-ढूंढ़ते मेरी उंगलियां एक दूसरी उंगली से टकराईं। मैंने चौंककर देखा-वो था! आंखों में गहराई, होंठों पर मुस्कान। उसने किताब मेरी तरफ बढ़ाते हुए कहा-
“ लगता है  ह मारी पसंद एक जैसी है।”
मेरी धड़कनें तेज हो गईं। मैंने किताब ली और जल्दी से निकलने लगी। तभी पीछे से उसकी आवाज आई-
‘सुनिए, फ्रेशर्स पार्टी में डांस मुझसे करोगी? ‘
प लटी नहीं, बस कदम रुक गए। आसपास का शोर धीमा पड़ गया, दिल की आवाज सबसे ऊंची थी।
उस दिन पहली बार महसूस हुआ कि शर्म सिर्फ नजरें झुकाने का नाम नहीं, बल्कि दिल की धड़कनों को सुनने का भी नाम है।
आईने में देखा-गालों पर लाली थी, पर आंखों में सपनों की चमक और मुस्कान भी।
आज भी वो लम्हा याद आता है तो होंठ खुद-ब-खुद बुदबुदाते हैं
हाय! जब मैं शर्म से लाल हुई।