आजादी की रुह को समझें
Azadi ki Ruh ko Smjhe

Independence Day Story: आजादी कहें या स्वतंत्रता ये ऐसा शब्द है जिसमें पूरा आसमान समाया है। इसलिए मेरे प्यारे मित्रगण गृहलक्ष्मी टीम आपसे सिर्फ इतना कहना चाहती है कि कल के दिन अपने तिरंगे को नीचे नहीं गिरने दें। अगर कहीं भी देश का तिरंगा नीचे गिरा हुआ नजर आए

तो उसे उठा लें और उसका सम्मान करें क्योंकि हमारी नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि मुश्किलों से मिली आजादी की रुह को समझें। आजादी के दिन तिरंगे के रंगो का अनोखा अनुभव महसूस करें इस पर्व को भी आजाद भारत के जन्मदिवस के रूप में पूरे दिल से उत्साह के साथ मनाएं।