बच्चों को यूं दें टॉयलेट ट्रेनिंग
“टॉयलेट मैनर्स” बच्चों की परवरिश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैI जब आप घर पर होती हैं तब तो आप आसानी से मैनेज कर लेती हैंI लेकिन बाहर जाने पर आपकी मुसीबत बढ़ जाती हैI इसलिए जरूरी है कि बच्चों को छोटी उम्र से ही टॉयलेट ट्रेनिंग दी जाएI
Toilet Etiquette for Kids: “टॉयलेट मैनर्स” बच्चों की परवरिश का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैI अक्सर माँओं से ये गलती हो जाती है कि वे बच्चों को सही उम्र में टॉयलेट ट्रेनिंग नहीं देती हैं, या देने में दिलचस्पी नहीं दिखाती हैंI उन्हें लगता है कि अभी उनका बच्चा इसके लिए काफी छोटा है, थोड़ा और बड़ा हो जाए तब सिखाना शुरू करेंगीI इसका नतीजा ये होता है कि बच्चा घर में कहीं पर भी सूसू-पॉटी कर देता है और आपको साफ करना पड़ता हैI
जब आप घर पर होती हैं तब तो आप आसानी से मैनेज कर लेती हैंI लेकिन बाहर जाने पर आपकी मुसीबत बढ़ जाती हैI इसलिए जरूरी है कि बच्चों को छोटी उम्र से ही टॉयलेट ट्रेनिंग दी जाएI
हाथ धोने का सही तरीका सिखाएं

बच्चों को ये आदत होती है कि वो बार बार मुंह में हाथ डालते हैं और इसी कारण जल्दी बीमार भी पड़ते हैंI हमारे हाथों के माध्यम से अधिकांश बैक्टीरिया हमारे शरीर के अन्दर प्रवेश करते हैं खासकर बच्चों मेंI इसलिए छोटी उम्र से ही उन्हें हाथ साफ रखना सिखाना बहुत जरूरी हैI उनमें ये आदत डालें कि वे जब भी टॉयलेट से आएं, खेलने के बाद, जानवरों को छूने पर, बीमार इंसान से मिलने के बाद, खाने से पहले और बाहर से घर आने के बाद अच्छी तरह से साबुन से हाथ धोएं. कभी भी गंदे हाथों को मुंह में ना डालेंI
टॉयलेट ट्रेनिंग दें

जैसे ही आपका बच्चा 2 साल का हो जाए उसे टॉयलेट ट्रेनिंग देना शुरू कर देंI शुरू शुरू में बच्चा इसके लिए तैयार नहीं होगा, उसे डर लगेगाI दरअसल बच्चे टॉयलेट सीट को देख कर डरते हैं, उन्हें लगता है कि अगर वे इसके ऊपर बैठेंगे तो फ्लश करने पर इसके अन्दर गिर जाएँगेI इसलिए ये आपकी जिम्मेदारी है कि आप बच्चे को सहज महसूस करा कर ट्रेनिंग देंI सीट पर कैसे बैठना है, अपने हाथों को कहाँ रखना है, फ्लश कैसे करना, धीरे धीरे उन्हें सबकुछ सिखाएंI अगर आप उन्हें ये सब नहीं सिखाती हैं तो बच्चा बड़ा होने पर भी आपके ऊपर ही निर्भर रहेगा, और जब भी उसे बाथरूम जाना होगा तो आपको ही आवाज लगाएगाI
सीट ऊपर/नीचे करना सिखाएं

बच्चों को ये जरूर सिखाएं कि टॉयलेट करने के बाद सीट ऊपर क्यों करना चाहिएI सूसू व पॉटी करने के बाद फ्लश करना क्यों जरूरी है, कैसे अच्छे से फ्लश करें, ताकि आपका बच्चा धीरे धीरे खुद से करना शुरू करे, और जब वह स्कूल जाने लगे तो आप इसे लेकर टेंशन फ्री रहेंI
फ्लोर पर टॉयलेट करने से मना करें

अक्सर माएं ऐसी गलती करती हैं कि शुरू में अपने बच्चे को फ्लोर पर टॉयलेट करना सिखाती हैं, जिसके कारण बच्चे फ्लोर पर ही टॉयलेट करने में सहज हो जाते हैं और जब बाद में उन्हें सीट पर बैठाया जाता है तो उन्हें इसमें दिक्कत होती हैI वे सीट पर बैठेते ही रोने लगते हैंI कुछ बच्चे तो सीट पर बैठ कर सूसू भी नहीं कर पातेI इसलिए शुरुआत से ही बच्चे को सीट पर बैठा कर टॉयलेट की ट्रेनिंग देंI
