Winter Health Care: सर्दी में खिली-खिली धूप और अपने आस-पास हर चीज प्यारी लगती है। लेकिन जरा सी सावधानी हटी और आप बिस्तर में रजाई के अंदर भर्ती कर दिये जाएंगे और गजक, मूंगफली से ज्यादा डॉक्टर की दी हुई गोलियों पर अपना दिन बिताएंगे। हमारे पंचमंत्र से जानें पांच सरल उपाय जिनके जरिये आप कर सकते हैं सर्दी से दोस्ती।
दीपावली की छुट्टियां खत्म हो चुकी हैं और नए महीने के साथ-साथ अब आगाज हो चुका है नए मौसम का। सर्दियां अब बिना दस्तक दिए धीरे-धीरे आपकी खिड़कियों और दरवाजों से आपके घर में दाखिल होने लगी हैं। बाजार में मूंगफली की रेहड़ियां और गली में शॉल बेचने वाले अब दिन में दो-तीन बार तो आपको दिख ही जाते होंगे। धूप अब चुभती या तपाती नहीं है और सुबह-शाम बाल्कनी में एक कम्बल ओढ़कर बैठे हुए अपने दोनों हाथों से चाय के कप को घेरने का तो मजा ही कुछ और है।
लेकिन हर मौसम की तरह सर्दियों में भी इस बात का भी पूरा ध्यान रखेें कि आपकी यह सर्दियां इनका मजा लेते हुए गुजरें, न कि बिस्तर में ठिठुरते हुए और दवाखानों के चक्कर लगाते हुए। इसीलिए हम आपके लिए लेकर आये हैं हमारा ‘पंचमंत्र’, जिनके इस्तेमाल से आप इस मौसम का पूरा लुत्फ उठा सकते हैं।
Winter Health Care: ढेर सारा पानी पिएं

मौसम चाहें कोई भी हो, एक स्वस्थ शरीर के लिए पानी पीना पहली और अनिवार्य शर्त है। दरअसल सर्दियों में वातावरण में पहले से ही नमी बनी रहती है जिसके कारण हमारे शरीर में पानी की उचित मात्रा बनी रहती है लेकिन हमेशा इस बात का ध्यान रखें और नियमित अंतराल पर पानी पीते रहें। ठण्डे व सामान्य पानी के स्थान पर गुनगुना पानी पिएं। गर्म पानी की बोतल हमेशा अपने साथ ही रखें। यह शरीर को हीटर और कम्बल से भी ज्यादा गर्मी पहुंचाता है। प्रत्येक दिन करीब 3-4 लीटर पानी पीने से भी आप डॉक्टर के पास लगने वाले छोटे-मोटे चक्करों से तो यकीनन निजात पा सकते हैं।
नियमित रूप से व्यायाम करें

मौसम चाहे कोई भी हो, एक स्वस्थ शरीर की कामना करने वाले हर व्यक्ति को व्यायाम जरूर करना चाहिए। आप चाहें तो सुबह-सुबह दौड़ लगाकर और कुछ छोटे-मोटे व्यायाम करके पूरे दिन अपने शरीर को गर्म रख सकते हैं। इसके अलावा अगर आप जिम जाते हैं तो शाम के बजाय सुबह वहां का रूख करें क्योंकि आप के दिन की शुरूआत में सर्दी आपको सबसे ज्यादा प्रभावित करती है। और यदि आप इन दोनों ही जगहों पर नहीं जा सकते हैं तो अपने घर पर बैठकर सरल तरीके से योग करें, इससे आपके तन के साथ-साथ मन को भी नई ऊर्जा मिलेगी। जहां एक तरफ इसके कारण आपके विभिन्न अंगों की आयु बढ़ती है वहीं दूसरी तरफ प्रत्येक दिन 30 से 40 मिनट का व्यायाम हर प्रकार की मौसमी बीमारी से निपटने में मदद करता है।
सर्दी-जुकाम से बचें

हिंदुस्तान के हर घर की सबसे आम बीमारी, कॉमन कोल्ड या फिर हिंदी में सर्दी-जुकाम कही जाने वाली इस बला से बचने की तैयारी आपको सर्दी में नहीं बल्कि पूरे साल करनी पड़ती है। इसका कारण है हमारे शरीर में रोगों से लड़ने की प्रतिरोधक क्षमता मौसमी बदलाव के दौरान कुछ बैक्टेरिया और अन्य परजीवियों से प्रभावित होना। इसीलिए अपने खान-पान में हल्की सी तब्दीली करके, जैसे ठंडे पानी और आइस्क्रीम आदि के सेवन से दूर रहकर भी आप इससे बच सकते हैं। जितना सम्भव हो पानी को गर्म करके ही नहाएं, अपने सिर को कम से कम गीला करें, नहाते ही सिर समेत अपने पूरे बदन को तौलिये से पोंछकर सुखाएं।
फूल से सतर्क रहें
नवंबर-दिसंबर के दौरान आपको हाथ में रूमाल लिए हुए कई लोग मिल जाएंगे। हर दस मिनट के अंतराल पर छींकों की झड़ी, या फिर रूमाल के जरिये कहीं खांसी की आवाज दबाने की कोशिश से आपका ऑफिस, सार्वजनिक परिवहन में सामना होता ही रहेगा।
लेकिन ऌफ्लू इससे भी कहीं ज्यादा घातक है, यह शरीर पर जबरदस्त तरीके से घात करता है जिसके बाद बुखार, बदन टूटना, सर और टांगों के जोड़ों में दर्द के अलावा कमजोरी भी आ सकती है और ध्यान न दिए जाने पर इसके परिणाम भयंकर हो सकते हैं।
इससे बचने का सबसे आसान तरीका है अपने शरीर और आसपास के स्थान की सफाई रखना। हमेशा किसी भी सार्वजनिक स्थान से लौटने के बाद अपने हाथ-पांव अच्छी तरह धोएं। इसके अलावा अपने डेस्क, कम्प्यूटर, बिस्तर आदि को नियमित रूप से साफ करते रहें। अगर घर में काई फ्लू से ग्रस्त हैं तो उसका विशेष ध्यान रखें। उनके आहार में जूस, दाल और सूप आदि को अवश्य शामिल करें।
निमोनिया को कहें न

भारत समेत पूरे विश्व में सबसे खतरनाक और जानलेवा बीमारियों में शामिल निमोनिया सर्दियों में और भी ज्यादा भयंकर हो जाता है। सर्दियों में हवा की नमी और ठहराव के कारण निमोनिया का वायरस आसानी से जिंदा रह सकता है और आपके फेफड़ों में इन्फेक्शन के जरिये आपको गम्भीर रूप से बीमार कर सकता है। इसीलिए सर्दियों में स्वास्थ्य सम्बंधी किसी भी प्रकार की समस्या को छोटा समझने की भूल न करें। सांस लेने में दिक्कत हो, सीने में दर्द, बलगम और खांसी ही क्यों न हो, फौरन अपने नजदीकी स्वास्थ्य केन्द्र पर जांच करवाएं।
आप इस दौरान अत्यंत मीठे फल या ऐसे उत्पाद जिनमें शक्कर की मात्रा ज्यादा हो उनसे बचें, बाहर के खाने, फास्ट फूड पर नियंत्रण रखें और कोशिश करें कि ज्यादा से ज्यादा घर का बना हुआ खाना ही खाएं। दही, रायते, कोल्ड ड्रिंक से परहेज करें और अपने भोजन में अदरक, हल्दी-दूध, शहद, लौंग और लहसुन आदि का ज्यादा से
ज्यादा सेवन करें। इसके अलावा अपने बदन को खुली हवा से बचाकर रखें, मोटे ऊनी कपड़े पहनें और घरों में खिड़कियों को कम से कम खुला रखें। गर्माहट के लिए कमरे में हीटर आदि लगाना भी एक अच्छा तरीका है।
तो ये था हमारा पंचमंत्र, कुछ ऐसे उपाय जिन्हें अपनाकर आप इस सर्दी में मौसम की मार से बच सकते हैं और दिल्ली की सर्दी से लेकर मनाली की छुट्टियों तक का लुत्फ बिना किसी चिंता के उठा सकते हैं।
