JUNK FOOD

Ultra Processed Food: सिर्फ यूथ अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड खाते हैं ये कहना बिल्कुल गलत होगा, क्योंकि भागदौड़ भरी इस जिंदगी में समय की कमी के चलते हर उम्र के लोग इस तरह के खाने का सेवन करते हैं। अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड में हाई कैलोरी के साथ चीनी की भारी मात्रा होती है, जो पेट भरने के साथ ही वजन को भी तेजी से बढ़ाती है। पर अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का ज्यादा सेवन शरीर में कई तरह की बीमारियां पैदा करने के साथ ही कैंसर के खतरे को कई गुना बढ़ा देता है। एक रिसर्च में सामने आया है कि अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड खाने से हमारे शरीर में कैंसर जैसी बीमारी होने की आशंका ज्यादा होती है।

JUNK FOOD

क्या होते हैं अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड?

कई तरह की प्रक्रियाओं से गुजरने के बाद इस तरह के खाने में सभी तरह के पोषक तत्व नष्ट हो जाते हैं। आमतौर पर इस तरह का खाना फैक्ट्रियों में भारी मात्रा में तैयार किया जाता है, जिसकी वजह से इसको कॉस्मेटिक फूड भी कहा जाता है। और इस तरह के खाने में सिर्फ कैलोरी और भारी मात्रा में चीनी होती हैं। अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड की श्रेणी में इंस्टेंट नूडल्स और सूप, रेडी टू ईट मील्स, पैक्ड स्नैक्स, फिजी कोल्ड ड्रिंक्स, केक, बिस्किट और पिज़्जा आदि आते हैं।

बढ़ता है कैंसर का खतरा

CANCER

एक स्टडी में सामने आया है कि लंबे वक़्त तक या भारी मात्रा में अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड का सेवन शरीर में कैंसर के खतरे को बढ़ा देता है। इस तरह का खाना बच्चे और युवाओं को ही पसंद नहीं हैं बल्कि हर उम्र के लोग अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड खाना पसंद करते हैं, ऐसे में भविष्य में इंसानों की सेहत पर खतरा मंडरा रहा है। अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड के सेवन से सबसे ज्यादा ओवेरियन कैंसर और ब्रेन कैंसर का खतरा बढ़ता है। इस तरह का खाना सिर्फ कैंसर ही नहीं बल्कि मोटापा , टाइप 2 डायबिटीज और कार्डियोवैस्कुलर हार्ट डिजीज का भी कारण बनता है। कार्डियोवैस्कुलर हार्ट डिजीज में हार्ट स्ट्रोक और दिल के दौरे जैसी समस्याएं शामिल होती हैं।

अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड से दूरी है जरूरी

HEALTHY FOOD

आजकल के लाइफस्टाइल को देखते हुए लोगों को अपने खानपान का बहुत ध्यान रखना चाहिए। अल्ट्रा प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाते हुए खानपान की आदतों में बदलाव करते हुए लोगों को हैल्थी और अच्छे पोषकतत्वों वाले खाने को अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए। उम्र के हिसाब से भी खानपान में बदलाव बेहद जरूरी है क्योंकि एक उम्र पर आकर हर पोषक तत्व को आसानी से पचा पाना मुश्किल होता है।

वर्तमान में गृहलक्ष्मी पत्रिका में सब एडिटर और एंकर पत्रकारिता में 7 वर्ष का अनुभव. करियर की शुरुआत पंजाब केसरी दैनिक अखबार में इंटर्न के तौर पर की. पंजाब केसरी की न्यूज़ वेबसाइट में बतौर न्यूज़ राइटर 5 सालों तक काम किया. किताबों की शौक़ीन...