पूरे भारत में कोरोना की दूसरे लहर ने कहर मचाया हुआ है। कोरोना संक्रमण के कारण पूरे भारतवासी परेशान है । कोरोना की दूसरी लहर पहली के मुताबिक बहुत तेजी से फैल रही है और ऐसे हालातों में अक्सर लोग घबरा रहे हैं। पर ऐसे में घबराने से कोई लाभ नहीं , जरूरी है तो आपस में दूरी बनाए रखें , हाथों को बार बार धोए , और सबसे जरूरी है मास्क का इस्तेमाल करें।
वास्तव में , ऐसी कठिन समस्या में डबल मास्किंग एक बेहतर विकल्प है । डबल मास्किंग वायरस से बचाए रखने में काफी मददगार है , यह आपको दोहरी सुरक्षा देता है । डबल मास्क आपकी सुरक्षा बढ़ता है , वायरस को आप तक पहुंचने नहीं देता । हालांकि एक अध्ययन के अनुसार ये बताया गया है कि , अगर सभी को डबल मास्किंग किया जाता है तो इस संक्रमण का जोखिम को 96.4% कम किया जा सकता है । अब आप सोच रहें होंगे की डबल मास्किंग क्या है ? चलिए जानते हैं इस बारे में ।
क्या है डबल मास्किंग ?
जब कोई व्यक्ति एक मास्क दूसरे मास्क के ऊपर पहनता है तो उसे ‘ डबल मास्किंग ‘ कहा जाता है । डबल मास्किंग से , मास्क के किनारे पर एक मजबूत सील बन जाती है जो आपके नाक और मुंह को वायरस से बचा के रखती है । क्योंकि आप जानते है की , खांसने से या किसी के छिकने से आती बूंदों से यह वायरस आपके नाक या मुंह से शरीर में प्रवेश करता है । इन बूंदों को सांस लेने से भी आप इस संक्रमण के शिकार बन सकते हैं । अपने आप को बचाने के लिए डबल मास्क पहनना बहुत जरूरी है इससे आप इन्फेक्शन का रिस्क कम कर सकते हैं ।
कब और कैसे पहने डबल मास्क
भीड़ भाड़ वाली जगहों पर जैसे : एयरपोर्ट , बस स्टैंड , या फिर पब्लिक और लोकल किसी भी वाहन में , अपने काम के स्थान पर , जहां भी आप लोगों के बीच हो मास्क का इस्तेमाल करें । घर से निकलते ही मास्क पहन ले और उसे घर आने के बाद भी उतार कर रखें । खुद को इस संक्रमण से बचाने एक यही एक बेहतर विकल्प है ।
कैसे पहने
* एक सर्जिकल मास्क के ऊपर एक क्लॉथ मास्क , दो क्लॉथ मास्क , या फिर 3 ply मास्क के ऊपर एक क्लॉथ मास्क पहन सकते हैं ।
* बेहद भीड़ भाड़ वाली जगहों पर , फेस शील्ड के साथ एक मास्क का इस्तेमाल कर सकते हैं ।
* यदि कोई n95 मास्क का उपयोग कर रहा है ,तो डबल मास्किंग की जरूरत नहीं है ।
बच्चों के लिए डबल मास्किंग का प्रयोग न करें
यह भी है जरूरी:
क्या करना चाहिए
* कपड़े के मास्क को रोजाना गर्म पानी में धोएं ।
* नाक , मुंह और ठुड्ढी को अच्छी तरह से ढक कर ही मास्क पहने ।
* परिवार के सदस्यों के साथ मास्क बांटने से बचें ।
* मास्क को हटाने के बाद , अपने हाथों को अच्छी तरह से साफ करें ।
* एक बार पहनने के बाद डिस्पोजेबल मास्क को फेंक दें।
* मास्क को एक समय के बाद बदल दें और नए मास्क का इस्तेमाल करें ।
* मास्क पहन कर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें ।
क्या नहीं करना चाहिए
* गर्दन के चारों ओर या ठुड्डी पर अपना मास्क न लगाएं ।
* गीला मास्क न पहने
* मास्क को बार बार न छुएं ।
* बोलते समय मास्क न उतारें । ।
* छींकते समय मास्क न निकलें ।
* दो वर्ष के कम उम्र के बच्चों को मास्क न लगाएं।
इन सभी बातों का ध्यान रखें और सभी पर अमल भी करें। अपने , अपने परिवार और समाज के स्वास्थ्य की सुरक्षा की ओर यह एक महत्वपूर्ण कदम है ।
बचाव में ही बचाव है ।
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