वैश्विक महामारी कोरोना वायरस जिस तेजी से पूरी दुनिया में पांव पसार रहा है उसी तेजी के साथ इसको लेकर तरह -तरह की भ्रांतियां भी फैल रही हैं। कोरोना वायरस से बचाव और रोकथाम के लिए लोगों के मन में हर दिन नए-नए सवाल उठ रहे हैं तो हम विश्व स्वास्थ्य संगठन, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और विशेषज्ञों द्वारा दी गईं जानकारियां आपके साथ साझा करेंगे।
प्रश्न- माइक्रोवेव में चीज़ें रखने से कोरोना वायरस खत्म हो सकता है? 
जवाब- ये बात एकदम सही है कि उच्च तापमान सूक्ष्म जीवाणुओं को नष्ट कर देता है। अगर माइक्रोवेव में खाने के किसी भी सामान को उच्च तापमान में रखकर पकाते या गर्म करते हैं तो कोरोना वायरस इससे नष्ट हो जाएगा। 
प्रश्न- दवा लेने के बाद भी क्या हाई बीपी के मरीज़ को खतरा अधिक है? 
जवाब- ब्लडप्रेशर काबू में है या नहीं इससे कोरोना वायरस होने या न होने का कोई ताल्लुक नहीं है। चीन और ब्रिटेन में ऐसे कई मामले मिले हैं जिनमें हाई बीपी के मरीज़ों पर इसका अधिक असर पड़ा है। हालांकि, अभी तक ऐसे कोई भी साक्ष्य नहीं है जिससे ये साबित हो कि हाई बीपी की दवा से कोरोना के लक्षण ज़्यादा गंभीर होते हैं इसलिए बिना डॉक्टर की सलाह लिए दवा बंद न करें। 
प्रश्न- घर में बिजली के स्विच को सैनिटाइज़ करना ज़रूरी है? 
जवाब- नहीं, घर के अंदर के स्विच को सैनिटाइज़ करने की कोई ज़रूरत नहीं लेकिन कभी-कभी घर के बाहर लगे कॉलबेल को सैनिटाइज़ करें लेकिन गीले कपड़े या गीले हाथों से इसे कभी भी साफ न करें, ये खतरनाक साबित हो सकता है। 
प्रश्न- हर 15 मिनट में पानी पीने से कोरोना वायरस नहीं होता?
जवाब- कई लोगों का मानना है कि ढेर सारा पानी पीने से यह वायरस पेट में चला जाएगा और पेट में बनने वाले रसायन उसे नष्ट कर देंगे, ये बिल्कुल गलत है। दरअसल, ये वायरस शरीर में प्रवेश कर तेज़ी से कोशिकाओं में फैलता है जिससे व्यक्ति संक्रमित हो जाता है। इसका अधिक मात्रा में पानी पीने से कोई संबंध नहीं है।
प्रश्न- क्या कोरोना का संक्रमण होगा तो खुद-ब-खुद पता चल जाएगा? 
जवाब- नहीं, ऐसा बिल्कुल नहीं है। कोरोना वायरस से बहुत से लक्षण सामने आ रहे हैं जैसे सांस से सम्बंधित दिक्कतें, सामान्य फ्लू और जुकाम आदि। ऐसे भी कई मामले सामने आये हैं जिसमें कोरोना से संक्रमित शख्स में कई दिनों तक कोई लक्षण नहीं दिखाई देता है लेकिन फिर भी उसके संपर्क में आने वाला दूसरा शख्स इससे संक्रमित हो सकता है। कोरोना के लक्षणों में बुखार, खांसी, सांस लेने में तकलीफ, चक्कर आना, उल्टी होना और नाक बहना हो सकता है। जो कि संक्रमण ज़्यादा फैलने पर निमोनिया में तब्दील हो जाते हैं।