इम्यून सिस्टम या प्रतिरक्षा तंत्र  शरीर की सबसे महत्वपूर्ण प्रणाली है जब बीमारियों को रोकने की बात आती है। हम सभी प्रतिरक्षा प्रणाली के विभिन्न स्तरों के बारे में बात करते हैं । कुछ में दूसरों की तुलना में मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली होती है। लेकिन कई चीजें हैं जो पर्याप्त रूप से मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली इम्यून सिस्टम को कमजोर कर सकती हैं। इम्यून सिस्टम शरीर को संभावित हानिकारक बीमारियों और बैक्टीरिया, परजीवी, फंगल और वायरल संक्रमण के कारण होने वाली स्थितियों को विकसित करने से बचाती है। प्रतिरक्षा प्रणाली की समस्याओं से बीमारियां और संक्रमण हो सकते हैं। कमजोर इम्यून सिस्टम के कुछ बाहरी कारण भी हो सकते हैं आइए जानें क्या हैं वो कारण –

तनाव या स्ट्रेस 

अक्सर लोग इसे अनदेखा कर देते हैं लेकिन तनाव का आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली पर एक बड़ा प्रभाव पड़ता है। दीर्घकालिक तनाव – तनावपूर्ण स्थितियों या घटनाओं के कारण होता है जो लंबे समय तक रहता है।

यह शरीर के कोर्टिसोल स्तर को बढ़ाता है। तनाव आपको सर्दी और फ्लू के प्रति अधिक संवेदनशील बना सकता है, साथ ही हृदय रोग, मधुमेह और अन्य बीमारियों जैसी गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं भी पैदा कर सकता है।

खराब खान-पान 

खान -पान का हमारे प्रतिरक्षा तंत्र पर बहुत प्रतिकूल प्रभाव पड़ते हैं। यदि हमारा खाने का समय और डाइट उचित न हो तो इम्यून सिस्टम कमजोर होने लगता है और हमन जल्द ही बीमारियों का शिकार होने लगते हैं।

एक स्वस्थ आहार में भरपूर मात्रा में फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज और कम वसा वाला दूध शामिल होना चाहिए। खाने में जंक फूड्स की मात्रा ज्यादा होने से इम्यून सिस्टम वीक होने लगता है। 

अत्यधिक शराब या नशा 

शराब का अधिक मात्रा में सेवन करने से कीटाणुओं को मारने के लिए सफेद रक्त कोशिकाओं की क्षमता कम हो सकती है। शराब के सेवन की मात्रा के अनुपात में प्रतिरक्षा प्रणाली को नुकसान बढ़ता है।

लंबे समय में, शराब प्रतिरक्षा कोशिकाओं के कामकाज को बाधित कर सकती है, जिससे संक्रामक रोगों और कैंसर के लिए आपकी संवेदनशीलता बढ़ जाती है। इसके अलावा किसी भी तरह का नशा प्रतिरक्षा तंत्र को कमजोर कर सकता है। 

नींद की कमी

पर्याप्त नींद के बिना, प्रतिरक्षा प्रणाली को पुनर्निर्माण का मौका नहीं मिलता है, और यह कमजोर हो जाती है। कई अध्ययनों से पता चलता है कि जिन लोगों को रात में अच्छी नींद नहीं आती है या जिन्हें पर्याप्त नींद नहीं मिलती है उनमें वायरस के संपर्क में आने के बाद बीमार होने की संभावना अधिक होती है, जैसे कि सामान्य सर्दी।

मोटापा

मोटापा एक कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली को जन्म दे सकता है। यह सफेद रक्त कोशिकाओंके बनने , एंटीबॉडी का उत्पादन करने और सूजन को रोकने के लिए प्रभावित कर सकता है। एक रिसर्च के अनुसार  मोटापा इन्फ्लूएंजा संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली के तत्वों को चालू करने की शरीर की क्षमता को कम करता है।

 

एक रिसर्च के अनुसार  मोटापा इन्फ्लूएंजा संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक अपनी प्रतिरक्षा प्रणाली के तत्वों को चालू करने की शरीर की क्षमता को कम करता है।

हाइजीन न रखना 

हाइजीन मेन्टेन न रखने से शरीर में जर्म्स जल्दी अटैक कर सकते हैं। जिससे इम्यून सिस्टम वीक होने लगता है। हाइजीन की कुछ आदतें जैसे  अपने दांतों को रोजाना दो बार ब्रश करना, खाने से पहले अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना और अपने नाखूनों को साफ सुथरा रखना ये सब किसी भी तरह के  संक्रमण को दूर रखने के लिए सहायक कारक हैं। 

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