Overview: सही ढंग से ब्रश न करने पर हो सकती है ये जानलेवा बीमारी, हो जाएं सतर्क
पुअर ओरल हाइजीन न केवल दांतों की समस्याओं का कारण बनती है, बल्कि यह मुंह, सिर और गले के कैंसर जैसे जानलेवा रोगों का जोखिम भी बढ़ाती है।
Bad Oral Hygiene Causes: ओरल हाइजीन एक ऐसी समस्या है जो न केवल आपके दांतों को खराब करती है बल्कि हार्ट डिजीज और कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी का कारण भी बन सकती है। हाल ही में हुए एक शोध में ये बात सामने आई है कि जो लोग अपनी ओरल हेल्थ का ध्यान नहीं रखते हैं या सही ढंग से ब्रश नहीं करते उन्हें मुंह और गले का कैंसर होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है। हालांकि समय रहते यदि ओरल हाइजीन का ध्यान रखा जाए तो इन बीमारियों के खतरे को कम किया जा सकता है। तो चलिए जानते हैं कैसे पुअर ओरल हाइजीन कैंसर के खतरे को बढ़ा सकती है, साथ ही जानते हैं इससे बचने के उपायों के बारे में।
क्या कहती है रिसर्च

एम्स, दिल्ली के ऑन्कोलॉजी डिपार्टमेंट द्वारा हाल ही में हुई एक रिचर्स के अनुसार सही ढंग से ब्रश न करने और ओरल हाइजीन से संबंधित लापरवाही मुंह, गला और गर्दन के कैंसर का कारण बन सकती है। साथ ही कैंसर से जूझ रहे पेशेंट्स की रिकवरी भी ओरल हाइजीन पर निर्भर करती है। रिर्सचर्स के अनुसार कीमोथेरेपी और अन्य थेरेपी के दौरान मुंह के गुड बैक्टीरिया नष्ट हो जाते हैं जिसकी वजह से ओरल प्रॉब्लम्स उत्पन्न हो सकती हैं। जो बढ़कर कैंसर के नए सेल्स को डेवलप कर सकती हैं।
मुंह और गले के कैंसर के लक्षण
लगातार सूजन: लंबे समय तक मौखिक देखभाल की कमी से मसूड़ों की बीमारी (पेरियोडॉन्टाइटिस) हो सकती है, जो मसूड़ों के ऊतकों में पुरानी संक्रमण का कारण बनती है। यह संक्रमण मौखिक क्षेत्र में लगातार सूजन पैदा करता है। सूजन की लंबी प्रक्रिया से कोशिकाओं और ऊतकों को नुकसान पहुंचता है, जिसके परिणामस्वरूप कैंसर कोशिकाएं विकसित हो सकती हैं।
मुंह के छाले: खराब मौखिक स्वास्थ्य के कारण बार-बार होने वाले मुंह के छाले और दांतों का गिरना आम है। शोधों के अनुसार, पांच या अधिक दांतों का नुकसान मुंह, गले और स्वरयंत्र क्षेत्रों में कैंसर के खतरे को बढ़ाता है।
दांतों का ढीलापन: कैंसर होने की स्थिति में दांत ढीले और बेजान हो सकते हैं। जिससे चबाने और निगलने में समस्या हो सकती है। कई बार दांत गिरने भी लग जाते हैं।
वजन कम होना: कैंसर जैसी गंभीर बीमारी का सबसे बड़ा लक्षण है कि व्यक्ति का वजन बिना किसी कारण के कम होने लगता है। वह कमजोर और बीमार नजर आने लगता है।
पुअर ओरल हाइजीन से हो सकती हैं ये समस्याएं

– पीरियोडोनाइटिस
– मुंह, गले और गर्दन का कैंसर
– दातों में सड़न और बदबू
– हमेशा मुंह में छाले होना
– ब्लीडिंग गम्स
– दांतों में दर्द और सूजन
ओरल हेल्थ का कैसे रखें ध्यान
– दिन में दो बार फ्लोराइड युक्त टूथपेस्ट से ब्रश करें।
– रोजाना फ्लॉसिंग करें ताकि दांतों के बीच जमा भोजन के कण और प्लाक हट सकें।
– नियमित रूप से दंत चिकित्सक के पास जाएं—साल में एक या दो बार जांच और सफाई के लिए।
– धूम्रपान और शराब से बचें, खासकर जब मौखिक स्वास्थ्य खराब हो।
– फल और सब्जियों से भरपूर स्वस्थ आहार लें ताकि शरीर की रक्षा प्रणाली मजबूत रहे।
– मुंह के छाले, मसूड़ों से खून बहना या दांतों की समस्याओं का तुरंत इलाज करवाएं।
– शर्करा युक्त पेय जैसे सोडा, मीठे जूस और फ्लेवर्ड कॉफी से बचें, क्योंकि ये हानिकारक बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं, जिससे दांतों का इनेमल खराब होता है और कैविटी व मसूड़ों की बीमारी होती है।
