गर्मी के मौसम में फ्रिज का ठंडा पानी मिल जाए तो क्या कहनें। तपती गर्मी में अमूमन कई लोगों की आदत होती है बर्फ की तरह ठंडा पानी पीने की और उन्हें तुरंत राहत भी महसूस होती है। लेकिन खूब ठंडा पानी पीना स्वास्थ्य के लिए अच्छा नहीं है और शारीरिक रूप से कुछ दिक्कतों का अनुभव कर सकते हैं। वैसे भी ठंडे पानी को पचने में घंटों लग जाता है।  22 से 24 डिग्री सेल्सियस तक का पानी पीने में कोई दिक्कत नहीं है क्योंकि एक स्वस्थ मनुष्य के शरीर का तापमान 98.6 डिग्री सेल्सियस होता है। अगर इस तापमान से कम तापमान का पानी पीते है तो पचाने में दिक्कत होती है। इस तापमान का पानी पचने में लगभग सात घंटे लग जाते है। लेकिन सामान्य तापमान का पानी पीने से वह तीन घंटे में पच जाता है। वहीं गुनगुना पानी पचने में एक घंटे का समय लेता है। किसी भी लिहाज से खूब ठंडा पानी पीना स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ है। यहां जानिए क्या-क्या परेशानी झेलनी पड़ सकती है। 
पाचन क्रिया पर असर 
ठंडा पानी पीकर भले ही राहत महसूस कर रहे हों लेकिन इसे पीने से पाचन क्रिया में रूकावट पैदा होती है। इसका कारण यह है कि ठंडा पानी पीने पर पेट में रक्त वाहिकाएं संकुचित हो जाती है और इसका असर पाचन क्रिया पर पड़ता है। पाचन प्रक्रिया धीमी हो जाती है और खाना सही तरीके से नहीं पचता है। साथ ही शरीर भोजन के पोषक तत्वों को अवशोषित नहीं कर पाता है।
हृदय की गति का धीमा होना 
अध्ययनों में साबित हुआ है कि ठंडा पानी पीने से हृदय दर में कमी होती है और यह वैगस नर्व को उत्तेजित करता है। वैगस नर्व शरीर के उन कार्यों को नियंत्रण में करता है जिस पर नियंत्रण न हो। इसके सीधे प्रभावित होने से हृदय दर में कमी आती है। 
गले में दर्द 
फ्रिज से तुरंत निकाला हुआ ठंडा पानी पीने से गला प्रभावित होता है। गले में दर्द और खराश होने लगती है। श्वसन तंत्र में बलदम बन सकता है जिससे कई तरह से गले में संक्रमण की संभावना रहती है। 
ब्रेन फ्रीज का खतरा 
एकदम आइसक्रीम खाने से जैसे ब्रेन फ्रीज की शिकायत हो सकती है वैसे ही खूब ठंडा पानी पीने से भी हो सकती है। ब्रेन फ्रीज तब होता है जब ठंडा पानी रीढ़ की हड्डी में मौजूद संवेदनशील नसों को प्रभावित करता है। इसके कारण सिरदर्द होने लगता है और वह सामान्य सिरदर्द से थोड़ा ज्यादा परेशान करने वाला होता है। 
वजन पर भी असर 
यह बात कुछ लोगों को हैरान कर सकती है लेकिन ठंडा पानी पीने से वजन बढ़ सकता है। खाना खाने के तुरंत बाद खूब ठंडा पानी पीना अच्छा विचार नहीं है। इसे पीने से खाने में मौजूद फैट सख्त हो जाते हैं। इससे शरीर को एक्स्ट्रा फैट को तोड़ नहीं पाता है। 
कब्ज की शिकायत 
भोजन करने के बाद ठंडा पानी पीना खाने को सख्त और कठोर बना देता है और इससे मलत्याग में परेशानी का सामना करने पड़ता है। आंतों में संकुचन होने से कब्ज की समस्या बढ़ जाती है। 
खत्म होने लगती है ऊर्जा 
गर्मी के मौसम ठंडा पानी पीने से पहले तो बड़ा अच्छा और सुकून महसूस होता है लेकिन लंबे समय में यह ऊर्जा खींच लेता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि ऊर्जा शरीर के तापमान को सही करने में खर्च होने लगती है ताकि उसे सामान्य स्तर पर लाया जा सके।