Summer Diet: गर्मी के मौसम में बाहर का बढ़ता तापमान शरीर के तापमान को भी बढ़ा देता है। मई-जून के महीने में चलने वाली लू से बचने के लिए ठंडे पेय पदार्थों का सेवन शुरू हो जाता है। लेकिन ज्ञान की कमी के चलते इन ठंडे पेय पदार्थों के सेवन का असर हमारी भूख और स्वास्थ्य पर पड़ता है। ऐसे में ठंड से बचने के साथ ही खुद को फिट रखने के लिए हमें अपनी डाइट का ध्यान भी रखना बेहद जरूरी है। दैनिक आहार में ठंडी तासीर वाली हैल्दी चीजों की मात्रा बढ़ाकर गर्मी की मार को आसानी से काबू पाया जा सकता है।
ठंडी तासीर वाली सब्जियों का सेवन

गर्मी की वजह से शरीर का तापमान बढ़ने लगता है और पानी की कमी होने लगती है। अत्यधिक पसीना आने के कारण इलेक्ट्रोलाइट बैलेंस गड़बड़ाने से शरीर में मौजूद मिनरल्स, विटामिन जैसे पानी में घुलनशीन पोषक तत्व का लेवल भी कम हो जाता है जिसके चलते चक्कर आना, कमजोरी या थकावट जैसी समस्याएं होने लगती हैं। इससे बचने के लिए इन दिनों हमें आहार में घिया, खीरा, टिंडा, तरबूज, खरबूजा जैसे पानी-बहुल खाद्य पदार्थ और पेय पदार्थों का सेवन ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए। इस तरह की चीज़ें तासीर में ठंडी होने के कारण सेहत के लिए फायदेमंद होती हैं।
पानी पीने से कंट्रोल रहेगा शरीर का तापमान
शरीर में विषाक्त पदार्थाे के कारण पसीना में गंध आती है। इसके निराकरण के लिए रोजाना सिलिकॉन तत्व से भरपूर खाद्य पदार्थों को आहार में शामिल करना फायदेमंद है जैसे- प्याज, बादाम, स्ट्राबेरी, अंगूर। मूत्र के जरिये इन विषाक्त पदार्थों के उत्सर्जन (फ्लश आउट) के लिए रोजाना 8-10 गिलास पानी पिएं। पानी पीने से शरीर का तापमान कंट्रोल में रहता है और पसीना कम आता है।
मसालेदार खाने से बनाएं दूरी

अधिक शर्करायुक्त, प्रीजर्वेटिव, कलरफुल और मिर्च-मसालेदार खाद्य पदार्थाे के सेवन से परहेज करना बेहतर है। ऐसे खाद्य पदार्थ तो खाने में तो जरूर अच्छे लगते हैं लेकिन पाचन संबंधी कई तरह की समस्याओं का कारण बनते हैं। बाजार में मिलने वाली आइसक्रीम या कोल्ड ड्रिंक्स थोड़ी देर के लिए मजा तो देते हैं लेकिन शरीर में जाकर गर्मी उत्पन्न करते हैं। इसलिए इनका सेवन सीमित मात्रा में करना चाहिए या फिर घर में बनी आइसक्रीम, कस्टर्ड, फ्रूट क्रीम, नींबू पानी, नारियल पानी, शेक या फलों के शर्बत जैसी चीजें बेहतर हैं।
विटामिन और मिनरल्स से भरपूर संतरे-अनार का जूस, नारियल पानी, ताजा फलों का जूस, स्मूदी, चुकुंदर-अदरक-नींबू का जूस, आंवला का जूस पीना बेहतर है। इसके अलावा सूप, दाल का पानी, अदरक-तुलसी-काली मिर्च की चाय, ग्रीन टी पी सकते हैं। ये इम्यूनिटी बढ़ाने में मदद करते हैं और विभिन्न बीमारियों से रक्षा करते हैं। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए रात में भिगोकर रखें 12-15 दाने ड्राई फ्रूट्स सुबह नाश्ते में जरूर लें। इन्हें रात को भिगोकर पसीना अधिक आने से इस मौसम में शरीर में नमक का लेवल भी गड़बड़ा जाता है। कोशिश करें कि शर्बत या जूस में चुटकी भर नमक जरूर डालें या सलाद में नींबू-नमक स्प्रिंकल जरूर करें।
कम हो गर्म तासीर वाला भोजन
गर्मियों में हमारी पाचन प्रक्रिया धीमी पड़ जाती है, जिसके कारण भूख जल्दी नहीं लगती। इसलिए केोशिश करनी चाहिए कि इस मौसम में गरिष्ट भोजन न करें यानी तला-भुना भोजन। आहार में घी, मक्खन, तेल जैसी चीजों का इस्तेमाल कम से कम करें। गर्म तासीर वाली चीजों को आहार में कम से कम शामिल करें जैसे- मांसाहारी खाद्य पदार्थ, अंडा, साबुत दालें। क्योकि इन्हें पचाने में कम से कम 3-4 घंटे लगते हैं। गर्म तासीर होने के कारण ब्लोटिंग, एसिडिटी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। आहार में ऐसे खाद्य पदार्थाे से जितना परहेज करें, बेहतर होगा।
खाने में हर्बस का इस्तेमाल

आमतौर पर खाना बनाने में घी तेल में अजवायन, गर्म मसाला, मेथी दाने, काली मिर्च , सरसों का छौंक लगाया जाता है जो तासीर मे गर्म होते हैं और शरीर को गर्माहट प्रदान करते हैं। गर्मी को देखते हुए इनकी बजाय ठंडी तासीर वाले मसाले या हर्बस का इस्तेमाल करना बेहतर हैं। थाइम, पुदीना, हरा धनिया, करी पत्ता, राई, खसखस, फ्लेक्स, खरबूजे के बीज डाल कर अपने खाने का स्वाद बढ़ा सकते हैं। इसी तरह लाल मिर्च को कम करके हरी मिर्च का इस्तेमाल ज्यादा कर सकते हैं। ठंडक प्रदान करने के लिए दाल-सब्जी के तड़के में साबुत सौंफ या पिसा पाउडर डाल सकते हैं।
गर्मी का मौसम आते ही कूलिंग इफेक्ट वाले फूड और ड्रिंक्स का दौर बढ़ जाता है। शरीर में हाइड्रेशन और इलेक्ट्रोलाइट बेलेंस (सोडियम, पोटेशियम, क्लोराइड) मेंटेन करने के लिए आमतौर पर रोजाना कम से कम 2.3 लिटर पानी जरूर पीना चाहिए। शरीर में इलेक्ट्रोलाइट बेलेंस बनाए रखने के लिए घर से निकलने से पहले नमकीन नींबू पानी जरूर पीना चाहिए।
चाय-कॉफी या ग्रीन टी जैसे कैफीनयुक्त पदाथों का सेवन कम करना चाहिए। वरना शरीर डिहाइड्रेट हो जाता है। यह आपके ड्यूरेटिक्स का काम करता है। इनके बजाय छाछ, लस्सी, नारियल पानी, नींबू पानी जैसी चीजें लेनी चाहिए। कोला ड्रिंक्स जैसे पेय पदार्थ अवायड करने चाहिए क्योंकि ये भी डिहाइड्रेट करते हैं। बहुत ज्यादा चीनीयुक्त सैचुरेटेड शरबत, स्कावॉश, आइस क्रीम, शेक अवायड करने चाहिए। इनके बजाय फलों और सब्जियों के बने जूस पीना बेहतर है। एसिडिटी की शिकायत में गुलकंद का पानी राहत पहुंचाएगा।
(डॉ रचना कटारिया, आहार विशेषज्ञ, कटारिया डाइट क्लीनिक, नोएडा)