Amla for Digestion: प्राचीन काल से ही भारत में आंवले को पूज्नीय और फलदायी माना गया है। ये एक सुपरफूड है जिसे करौंदा या आमलकी के नाम से भी जाना जाता है। आयुर्वेद के अनुसार आंवले का नियमित रूप से सेवन करने से शरीर का वात, पित्त और कफ संतुलित होता है। इसमें भरपूर मात्रा में पॉलीफेनोल्स, विटामिन सी,ए, कैल्शियम, आयरन और मैग्नीशियम होता है। जिन लोगों को डाइजेशन से संबंधित समस्याएं हैं उन्हें मुख्य रूप से इसका सेवन करना चाहिए। ये त्वचा, बालों और हड्डियों के विकास में भी मदद करता है। लेकिन आंवले को डेली डाइट में किस प्रकार शामिल किया जाए ये जानना बेहद जरूरी है। तो चलिए जानते हैं आंवले की विभिन्न रेसिपीज के बारे में।
Also read : पुरानी शॉल को इस तरीके से कर सकते हैं इस्तेमाल, कभी नहीं होगी वेस्ट : Reuse old shawl
खट्टा-मीठा आंवले का अचार
अचार चाहे आम का हो या फिर आंवले का सर्दियों के मौसम में मेथी और आलू के परांठे के साथ बेहद स्वादिष्ट लगता है। हालांकि आम और मिर्च के अचार को सहेजने के लिए अधिक तेल का इस्तेमाल किया जाता है लेकिन आंवले का अचार कम तेल में भी आसानी से डाला जा सकता है। ये अचार पौष्टिकता से भरपूर होता है जो आपकी पाचन संबंधित समस्याओं का इलाज कर सकता है। आंवले का अचार खट्टा और खट्टा-मीठा दोनों तरह से डाला जा सकता है।
सामग्री:
– ½ किलो आंवला
– 100 ग्राम गुड़
– 20 ग्राम अदरक
– 6-7 हरी मिर्च
– 2 टीस्पून विनेगर
– नमक, आधा टी-स्पून- हल्दी, हींग, लाल मिर्च पाउडर, मेथीदाना, सौंफ और कलौंजी
– 4 टेबलस्पून तेल
विधि:
आंवले को साफ करके कुकर में पानी डालकर 3-4 सीटी आने तक पकाएं। फिर ठंडा होने पर आंवले के बीज निकालकर अलग कर लें। अदरक और मिर्च का पेस्ट बनाएं। एक कड़ाही में सभी मसालों को डालकर ड्राई रोस्ट करें और पीसकर पाउडर बना लें। फिर कहाड़ी में थोड़ा तेल डालकर अदरक का पेस्ट भूनें। अब इसमें आंवला सूखे मसाले और गुड़ डालकर कुछ देर के लिए पकाएं। विनेगर डालगर 2-3 मिनट के लिए पकाएं। फिर आंच बंद करके अचार को ठंडा होने दें और फिर कांच के कंटेनर में भर लें।
आंवले की कैंडी
आंवला कैंडी बच्चे और बूढ़े हर किसी को पसंद होती है। ये स्वाद में तो बेहतरीन होती ही है साथ ही ये खाना पचाने का काम बखूबी कर सकती हैं। इसे बनाना बेहद आसान है।
सामग्री:
– ½ किलो आंवला
– 250 ग्राम चीनी
– ½ चम्मच चाट मसाला और काला नमक
– ½ जीरा
– ¼ नमक
विधि:
आंवले को साफ करलें और कुकर में एक गिलास पानी डालकर 1-2 सीटी आने तक उबालें। आंवला ठंडा हो जाए तो उसे हल्का सूखने के लिए रख दें। फिर एक बर्तन में आंवला और चीनी डालकर उसे घुलने के लिए 3-4 दिन के लिए छोड़ दें। इससे आंवला चीनी को काफी मात्रा में एब्जॉर्ब कर लेगा। फिर आंवले को छानकर चीनी वाले पानी को अलग कर लें। आंवला को तेज धूप में 2-3 दिन तक सुखाएं और सूख जाने पर स्टोर कर लें।
आंवले का जूस
डाइजेशन के लिए आंवले का जूस बेहद फायदेमंद होता है। इसमें भरपूर मात्रा में विटामिन सी होता है जो स्किन, बाल और इम्यूनिटी को मजबूत करता है।
सामग्री:
– 3-4 आंवला
– ½ चम्मच काला नमक
– 1 चम्मच गुड़ या शक्कर
– 1 गिलास पानी
विधि:
एक गिलास गुनगुने पानी में आंवला के टुकड़े डालें और उसमें काला नमक और शक्कर डालकर मिक्सी में चला लें। जूस पूरी तरह से पिस जाने पर खाली पेट इस जूस का सेवन करें। इस जूस को खाली पेट पीने पर ही फायदा मिलता है।