जो लोग तम्बाकू या धूम्रपान करने के आदी होते हैं, उनके लिए तम्बाकू व धूम्रपान छोड़ना एक बड़ी चुनौती है इसलिए अक्सर लोग अपनी बुरी आदत को छोड़ने के लिए एक्सपर्ट की सहायता और रेहाब सेंटर की मदद लेते हैं। किंतु एक बार ट्रैक पर आने पर शरीर को इतने फायदे होते हैं जिनके बारे मे जानकर कोई भी व्यक्ति धूम्रपान जैसी बुरी लत को आज से छोड़ देगा। तो आइये जानते हैं उन फायदों के बारे में-
 
  • धूम्रपान छोड़ने से पुरूषों में नपुंसकता की आशंका कम हो जाती है। इसके अलावा महिलाओं में गर्भधारण में कठिनाई, गर्भपात, समय से पहले जन्म होने जैसी समस्याएं भी कम होती है। 
  • खुद को धूम्रपान व तम्बाकू से दूर रखने पर फेफड़े, गले, प्रोस्टेट ग्रंथि, पेट व मुंह का कैंसर होने का खतरा भी कम हो जाता है। 
  • धूम्रपान बंद करने के कुछ ही समय के अंदर व्यक्ति में कार्बन मोनोआॅक्साइड और निकोटिन की मात्रा खून में 50 प्रतिशत तक कम हो जाती है और खून में आॅक्सीजन की मात्रा बढ़ जाती है। इससे निश्चित ही व्यक्ति की आयु में बढोत्तरी  होती है।
  • धूम्रपान बंद के एक साल के अंदर भीतर दिल की बीमारियां की आशंका 50 प्रतिशत तक कम हो जाती है। 
  • शरीर में ब्लड सर्कुलेशन सुचारू रूप से होने लगता है और शरीर में आॅक्सीजन की मात्रा अच्छी होने लगती है, जिससे ब्राॅन्काइटिस व सांस से जुड़ी कोई भी बीमारी होने की आंशका काफी हद तक घट जाती है। 
  • अगर व्यक्ति  इस बुरी लत को 30 वर्ष की उम्र से पहले छोड़ देता है तो उस व्यक्ति के जीवत रहने की औसत आयु में बढ़ोत्तरी हो जाती  है।
डॉ. रामानंद श्रीकांत्या नादिग, हेड, क्लिनिकल एडवाइजरी बोर्ड, हेल्दी के अनुसार जो लोग धूम्रपान व तम्बाकू सेवन की आपनी आदत को छोड़ना चाहते हैं उनके लिए सपोर्ट सिस्टम, कार्यक्रमों और चिकित्सीय दवाओं के माध्यम से लत को दूर करना संभव है। निम्नलिखित उत्पाद स्मोकिंग जैसे व्यसन को कम करने में मदद कर सकते हैं-
 
  • निकोटिन गम
  • निकोटिन पैच
  • लोजेंजिस
ब्यूप्रोपियन एसआर और वैरेनिकलाइन टार्टेट जैसी डाॅक्टर की लिखी दवाओं का उपयोग निकोटिन की लत को छोड़ने के लिए किया जा सकता है, लेकिन चिकित्सक के मार्गदर्शन में ही।