Summary: घर पर ही खास नया साल: शादीशुदा ज़िंदगी का सुकूनभरा जश्न
शादीशुदा ज़िंदगी में नया साल मनाने के लिए बड़ी पार्टियों की नहीं, थोड़े समय, प्यार और साथ की ज़रूरत होती है। घर की सादगी में बिताए गए पल रिश्ते को और गहरा बना देते हैं।
New Year Celebration for New Couple: नया साल आते ही सोशल मीडिया पर पार्टी, ट्रैवल और कैंडल-लाइट डिनर की तस्वीरें छा जाती हैं। लेकिन हर शादीशुदा कपल के लिए बाहर जाकर नया साल मनाना आसान या ज़रूरी नहीं होता। कभी बच्चे, कभी बजट, तो कभी बस थकान ऐसे में घर पर रहकर नया साल मनाना ही बेहतर लगता है। अच्छी बात यह है कि घर पर रहकर भी नया साल उतना ही खास, सुकूनभरा और रोमांटिक बनाया जा सकता है—बस नज़रिये की ज़रूरत है।
साल के आख़िरी दिन को ‘हम’ का दिन बनाएँ
नया साल सिर्फ़ रात 12 बजे का जश्न नहीं होता, बल्कि उससे पहले के पूरे दिन का एहसास होता है। साल के आख़िरी दिन थोड़ा वक्त निकालकर साथ बैठिए। चाय या कॉफी के साथ बीते साल की बातें करें क्या अच्छा रहा, क्या मुश्किल था, और किस दौर ने आपको और करीब लाया। बिना किसी शिकायत या बहस के, सिर्फ़ सुनने और समझने के इरादे से की गई बातचीत रिश्ते में एक नई गर्माहट भर देती है।
घर को हल्का-सा सजाएँ, भारी नहीं

घर को होटल जैसा सजाने की ज़रूरत नहीं। बस कुछ दीये, फेयरी लाइट्स, खुशबूदार मोमबत्ती या फूल काफी हैं। बेडरूम या लिविंग एरिया में छोटी-सी सजावट माहौल बदल देती है। जब घर खूबसूरत लगता है, तो मन भी अपने आप हल्का और उत्सव के मूड में आ जाता है।
साथ में खाना बनाएँ या ऑर्डर करें
शादीशुदा ज़िंदगी में रोज़ खाना बनाना एक जिम्मेदारी बन जाता है, लेकिन नए साल की रात इसे मज़ेदार बनाया जा सकता है। साथ मिलकर कुछ आसान-सा बनाइए पास्ता, पिज़्ज़ा या कोई स्पेशल डेज़र्ट। अगर थकान ज़्यादा है, तो बिना गिल्ट बाहर से ऑर्डर करें। ज़रूरी यह नहीं कि खाना क्या है, ज़रूरी यह है कि उसे साथ बैठकर, बिना मोबाइल के खाया जाए।
मोबाइल से थोड़ा ब्रेक लें
नया साल अक्सर दूसरों की ज़िंदगी देखने में निकल जाता है—कौन कहाँ घूम रहा है, किसने क्या पहना। लेकिन शादीशुदा रिश्ते के लिए सबसे बड़ा तोहफ़ा है—पूरा ध्यान। कुछ घंटों के लिए फोन साइलेंट कर दें। फोटो खींचना बुरा नहीं, लेकिन हर पल रिकॉर्ड करने के बजाय उसे जीने की कोशिश करें।
छोटे-छोटे सरप्राइज़ रिश्ते में जान डालते हैं
सरप्राइज़ हमेशा महंगे गिफ्ट नहीं होते। एक छोटा-सा नोट, हाथ से लिखा मैसेज, या एक पुरानी तस्वीर के साथ बीते साल की याद ये छोटी बातें दिल को छू जाती हैं। आप चाहें तो एक-दूसरे के लिए एक छोटा-सा रेज़ोल्यूशन भी लिख सकते हैं, जैसे “इस साल मैं तुम्हारी बात और ध्यान से सुनूँगा/सुनूँगी।”

आधी रात के बाद भी जश्न ज़रूरी नहीं
अगर बच्चे हैं या आप जल्दी थक जाते हैं, तो ज़रूरी नहीं कि 12 बजे तक जागें। नया साल सुबह की चाय के साथ भी मनाया जा सकता है। नए साल की पहली सुबह साथ बैठकर प्लान बनाना यह एहसास दिलाता है कि ज़िंदगी की दौड़ में आप दोनों एक ही टीम हैं।
सादगी में छुपा है असली सुकून
शादीशुदा ज़िंदगी में नया साल मनाने का मतलब शोर-शराबा नहीं, बल्कि साथ होने का एहसास है। बिना बाहर जाए, बिना दिखावे के, अगर आप दोनों मुस्कुरा पा रहे हैं तो वही सबसे बड़ा सेलिब्रेशन है।
नया साल बाहर की रौनक से नहीं, रिश्ते की गहराई से खास बनता है। और कभी-कभी घर की चार दीवारों के बीच मनाया गया नया साल, ज़िंदगी की सबसे खूबसूरत याद बन जाता है।
