Postpartum Recovery Tips
Postpartum Recovery Tips

Postpartum Recovery: डिलीवरी (प्रसव) के बाद एक महिला शरीर और मन दोनों से कमजोर हो जाती है। इस समय महिला के सामने कई नई चुनौतियां होती है, जिसे उसे पूरा करना होता है। जैसे की; नए शिशु की देखभाल से लेकर मां की नींद पूरी होने तक। ऐसे में नई-नई मां बनी महिला हर प्रकार से कमजोर महसूस करती है। इस लेख में आज हम इस विषय पर आपके साथ कुछ जरूरी टिप्स साझा करने जा रहे हैं, जो डिलीवरी के बाद जल्दी रिकवरी में आपके लिए मददगार साबित होंगे।

postpartum recovery

डिलीवरी के बाद महिलाओं को आसानी से पचने वाले भोजन का सेवन करना चाहिए। क्योंकि डिलीवरी के बाद कुछ समय के लिए हमारे शारीरिक कार्यों की क्षमता कम जाती है और हमारे शरीर को पूरी तरह आराम की जरूरत होती है। हल्का खाना पचने में आसान होता है, जिससे आप कांस्टिपेशन, गैस जैसी समस्याओं से बच पाती है।

डिलीवरी के बाद महिलाओं को अपने आहार में प्रोटीन (दूध, दही, पनीर, दाले, सब्जियां) फाइबर (फल, सब्जी) आयरन और कैल्शियम (हरी सब्जियां, सूखे मेवे, चना, तिल) ओमेगा 3 फैटी एसिड (अखरोट, अलसी के बीज) और पर्याप्त मात्रा में पानी तथा तरल पदार्थ को शामिल करना चाहिए।

डिलीवरी के बाद शारीरिक स्वास्थ्य के लिए आप हल्के व्यायाम या धीरे-धीरे समतल सतह पर चल सकती है। डिलीवरी के बाद महिलाओं को भरपूर आराम करना चाहिए। जब बच्चा सोए तब मां को भी सो जाना चाहिए। इस तरह आपको अपनी नींद की कमी को पूरा करने में थोड़ी मदद मिल सकती है।
डिलीवरी के तुरंत बाद या कुछ दिनों जैसे 15-20 दिन आपको भारी काम नहीं करना चाहिए, बिल्कुल हल्के-फुल्के कम करें, जिससे आपके टांको पर जोर ना पड़े।
डिलीवरी के बाद आप कमर दर्द से बचाव के लिए पोस्ट डिलीवरी बेल्ट का उपयोग कर सकती है। इसके उपयोग से आपकी कमर दर्द में राहत मिलेगी।

डिलीवरी के बाद शरीर में बहुत से हार्मोनल बदलाव होते हैं। जिसके कारण हमारे मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर पड़ता है। डिलीवरी के बाद हमारे मानसिक स्वास्थ्य के बिगड़ने का कारण नींद की कमी भी हो सकती है। डिलीवरी के बाद हमें अपने शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य का भी ख्याल रखना जरूरी हो जाता है।

अगर डिलीवरी के बाद महिलाएं अपने मानसिक स्वास्थ्य की देखरेख में कमी करती है तो उन्हें कई बार पोस्टपार्टम डिप्रेशन का सामना करना पड़ सकता है। इस स्थिति से बचने के लिए महिलाओं को अपने परिवार की मदद लेनी चाहिए। अपने साथी से खुलकर अपनी समस्याओं के बारे में बात करनी चाहिए।

अगर आपको लगे कि आपको अधिक परेशानी है या आपका मानसिक स्वास्थ्य आपकी सीमा से बाहर है तो आपको डॉक्टर की मदद लेनी चाहिए। डिलीवरी के बाद मानसिक स्वास्थ्य को तंदुरुस्त बनाने के लिए आप मेडिटेशन करें तथा ज्यादा से ज्यादा समय अपने परिवार के साथ बिताए ऐसा करने से आपको अकेलापन महसूस नहीं होगा और आप नेगेटिव विचारों से दूर रहेगी। इन टिप्स को अपनाकर आप अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को जल्दी बेहतर बना सकती हैं तथा डिलीवरी के बाद आप जल्द से जल्द रिकवर हो सकती हैं।

निशा निक ने एमए हिंदी किया है और वह हिंदी क्रिएटिव राइटिंग व कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। वह कहानियों, कविताओं और लेखों के माध्यम से विचारों और भावनाओं को अभिव्यक्त करती हैं। साथ ही,पेरेंटिंग, प्रेगनेंसी और महिलाओं से जुड़े मुद्दों...