‘‘अल्ट्रासाउंड के दौरान तकनीशियन ने मुझे बताया कि मेरा ‘एंटीरियर प्लेसेंटा’ है। इसका क्या मतलब है?”
Placenta : इसका मतलब है कि आपका शिशु प्लेसेंटा के पीछे है। आमतौर पर एक फर्टीलाइज्ड अंडा स्वयं ही गर्भाशय के पिछले हिस्से में, आपकी रीढ़ की हड्डी के पास स्थित हो जाता है, वहीं प्लेसेंटा विकसित होता है। कभी-कभी यह अंडा, गर्भाशय के उल्टी तरफ, नाभि के पास स्थित हो जाता है। यह आपके गर्भाशय के आगे की ओर बढ़ने लगता है और शिशु इसके पीछे होता है। आपके मामले में भी ऐसा ही हुआ है।
वैसे शिशु को इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि वह किस ओर है। प्लेसेंटा का उसके विकास से कोई लेना-देना नहीं है। आपको नुकसान यह हो सकता है कि आप उसकी हलचल, घूंसे और कलाबाजियों को सही तरीके से महसूस नहीं कर पाएंगी। प्लेसेंटा आप दोनों के बीच कुशन का काम करेगा। इससे बेकार की चिंता बढ़ेगी। इसी वजह से डॉक्टर को भी भ्रूण के दिल की धड़कन सुनने में मुश्किल होगी लेकिन इस सारी असुविधाओं के बावजूद घबराने वाली कोई बात नहीं है। एंटीटियर प्लेसेंटा अक्सर अपने-आप पोस्टीरियर पोजीशन में आ जाता है।
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आपका शिशु गर्भाशय में यहाँ-वहाँ घूमता है? भ्रूण की तरह प्लेसेंटा ही गर्भाशय में अपनी स्थिति बदल सकता है। केवल 10 प्रतिशत प्लेसेंटा गर्भाशय के निचले हिस्से तक जाते हैं।डिलीवरी का समय आने तक ज्यादातर प्लेसेंटा ऊपर की ओर जाते हैं। यदि ऐसा न हो और प्लेसेंटा सर्विक्स (गर्भाशय के मुख) को ढके तो प्लेसेंटा प्रीविया का पता लगाया जाता है।करीब 200 में से 1 मामले में ही ऐसा होता है। दूसरे शब्दों में डॉक्टर सही कह रहे हैं। अभी से चिंतित न हों, सब ठीक हो जाएगा।
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