बधाई हो! गर्भावस्था में आपका स्वागत है। हालांकि अभी आप देखने में गर्भवती नहीं लगतीं लेकिन उम्मीद है कि आपको ऐसा महसूस होना शुरू हो गया होगा। हो सकता है कि थकान और ब्रेस्ट में आने वाले बदलावों के अलावा दूसरे लक्षण भी सामने आने शुरू हो गए हों। जैसे-जैसे समय बीतेगा, आपको अपने शरीर के हर हिस्से में बदलाव नजर आएगा, ऐसे हिस्सों में भी, जिनकी आपने उम्मीद तक नहीं की थी। आपकी जीवनशैली में भी काफी बदलाव आने वाला है। अरे, घबराएं नहीं! अभी तो आराम से बैठकर अपनी गर्भावस्था के आरंभ का मज़ा लें। यह आपके जीवन के बड़े रोमांचों में से एक है।

इस माह आपके शिशु का विकास

पहला सप्ताह :- इस सप्ताह बेबी का काउंटडाउन शुरू हो गया है। बस फर्क यह है कि अभी शिशु न तो दिखता है और न ही भीतर है तो इसे गर्भावस्था का पहला सप्ताह क्यों कहते हैं। दरअसल हम उस सही समय का अंदाज नहीं लगा सकते जब स्पर्म एग से मिलता है(आपके साथी का स्पर्म आपके शरीर में काफी समय तक रह सकता है, जब तक कि वह एग सेन मिले या फिर आपका एग, स्पर्म से मिलने के लिए एक दिन तक ठहर सकता है) हम आपके पिछले मासिक धर्म के पहले दिन का पता लगा लेते हैं। इसी से आपकी 40 सप्ताह की गर्भावस्था की शुरूआत मानी जाती है। इस तरीके से आप गर्भावस्था शुरू होने से पहले ही उसकी गिनती में आ जाती हैं।

दूसरा सप्ताह :- जी नहीं, बेबी तो अभी भी नहीं है पर वह ब्रेक लेने को तैयार है। दरअसल ओव्यूलेशन की तैयारी चल रही है। आपके गर्भाशय की दीवारें मोटी हो रही हैं (फर्टीलाइज्ड एग का घोंसला तैयार हो रहा है) आपकी ओवरी के फॉलिकल परिपक्व हो रहे हैं जिनमें से कुछ काफी फूर्ती से अपना काम कर रहे हैं। किसी एक फॉलिकल में एक अंडा बड़ी उत्सुकता से अपनी यात्रा आरंभ करने की प्रतीक्षा कर रहा है। वह एक कोशीय जीव एक लड़का या लड़की बनने वाला है लेकिन पहले इसे फैलोपियन ट्यूब में मि. राइट (लकी स्पर्म) से मिलना होगा।

तीसरा सप्ताह :- बधाई हो! आपने गर्भ धारण कर लिया है। जिसका मतलब है कि बहुत जल्दी ही आपके गर्भ में एक शिशु होगा, जिसे जन्म के बाद जी-भर के दुलारा-पुचकारा जा सकता है।कुछ ही घंटों में जब स्पर्म व एग मिलेंगे तो फर्टिलाइज्ड सेल (एका ज़ाइगोट) बंटेगा और फिर लगातार बंटता जाएगा। कुछ ही दिनों में आपका शिशु कोशिकाओं का माइक्रोस्कोपिक बॉल बन जाएगा। ब्लास्टोसाइट फैलोपियन ट्यूब से गर्भाशय तक यात्रा आरंभ कर देगा।

चौथा सप्ताह :- यह इम्प्लांटेशन का समय है।अब वह भ्रूण (एम्ब्रियो) कहलाने लगा है। यह डिलीवरी तक गर्भाशय में ही रहेगा। एक बार अपनी जगह बनाने के बाद यह दो हिस्सों में बंट जाएगा। आधा आपका बेटा/बेटी व बाकी आधा प्लेसेंटो जो आपके बेबी की लाइफलाइन होगी। हालांकि यह अभी भी कोशिकाओं की छोटी गेंद से ज्यादा नहीं है पर इसे कम न समझें। यह काफी लंबी यात्रा तय कर आया है (एमनीयोटिक सैक) पानी की थैली तैयार हो रही है। भ्रूण की हर परत, शरीर के विशेष अंगों में बदलने जा रही है। भीतरी परत (एंडोडर्म)पाचनतंत्र, लीवर, और फेफड़े बनेगी।बीच की परत (मेसोंडर्म), दिल, सेक्स अंग,हड्डियां, किडनी व मांसपेशियां बनेंगी और तीसरी परत (एक्टोडर्म) स्नायु-तंत्र, बाल, त्वचा व आंखें बनेगी।

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