हमेशा की तरह याद है न, हर गर्भावस्था व गर्भवती महिला अपने-आप में अलग होती है।हो सकता है कि आप एक ही बार में ये सब लक्षण महसूस कर रही हों। कुछ लक्षण ऐसे होंगे, जिनकी आप आदी हो गई होंगी। वैसे इस माह आप निम्नलिखित लक्षणों की उम्मीद रख सकती हैं :-
शारीरिक
- अधिक ऊर्जा
- भ्रूण की हलचल
- योनिस्राव में वृद्धि
- पेट के निचले हिस्से व किनारों में दर्द
- कब्ज
- छाती में जलन, अपच, अफारा
- कभी-कभी सिर में दर्द, सिर चकराना
- पीठ में दर्द
- नाक व कान में गंदगी, कभी-कभी नाक से खून आना
- ब्रश करते समय मसूड़ों से खून आना
- खुल कर भूख लगना
- टांगों में ऐंठन
- टखनों, पैरों, चेहरे व हाथों पर हल्की सूजन
- टांगों की वैरीकोज़ वेन्स
- त्वचा, पेट-या चेहरे के रंग में बदलाव
- नाभि में उभार
- हृदयगति तेज होना
- आर्गेज्म में आसानी या फिर कठिनाई
अगले पेज पर पढ़ें मूड के उतार-चढ़ाव

भावनात्मक
- गर्भावस्था की वास्तविकता का ज्ञान
- मूड के उतार-चढ़ाव में कमी
- दिमाग व मन का भटकना
- इस माह डॉक्टर निम्नलिखित जांच कर सकते हैं।
- वैसे यह काफी हद तक आपकी अवस्था व डॉक्टर की जांच शैली पर भी निर्भर करता है।
- वजन व रक्तचाप
- मूत्र, शुगर व प्रोटीन के लिए
- भ्रूण के दिल की धड़कन
- बाहर से गर्भाशय के आकार की जांच
- गर्भाशय की ऊँचाई
- कुछ खास लक्षण
- आपके प्रश्न व जिज्ञासाएं
एक नजर
आधी गर्भावस्था बीत चुकी है। करीब 20 वें सप्ताह में गर्भाशय आपकी नाभि को छुएगा। इस माह के अंत में गर्भाशय, नाभि से करीब 1” ऊपर होगा यानी अब आप किसी से छिपा नहीं सकतीं कि आप गर्भवती हैं।
ये भी पढ़ें –
पांचवां महीना – लगभग 18 से 22 सप्ताह में शिशु का विकास
तीसरा महीना- लगभग 9 से 13 सप्ताह में शिशु का विकास
चौथा महीना – लगभग 14 से 17 सप्ताह में शिशु का विकास
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