‘‘मुझे डर है कि मेरे शरीर पर स्ट्रैच मार्क्स हो जाएंगे। क्या इन्हें रोका जा सकता है?”

इन्हें तो कोई भी पसंद नहीं करता लेकिन ज्यादातर गर्भवती महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान ब्रेस्ट, हिप्स या पेट पर हल्के लाल। गुलाबी स्ट्रैच मार्क हो ही जाते हैं। जब आपकी त्वचा के नीचे ऊतकों की परत में हल्की दरारें आ जाती हैं तो ये निशान पड़ते हैं। ये अपनी हद से खिंच जाते हैं जिन गर्भवती मांओं की त्वचा में काफी लोच होती है या उन्होंने पोषण व व्यायाम से त्वचा को पोषित किया हो, वे कई बार मां बनने के बावजूद ऐसे स्ट्रैच मार्क से बची रहती हैं।

अगर आपकी मम्मा को भी गर्भावस्था में ऐसे स्ट्रैचमार्क हुए थे तो शायद आप भी नहीं बचेंगी अगर वे उन किस्मत वाली महिलाओं में से हैं,जो इनसे बची रहती हैं तो शायद आपका भी बचाव हो जाए। वैसे आप चाहें तो अपनी ओर से भी बचाव के कुछ उपाय अपना सकती हैं,जैसे‒वजन धीरे-धीरे बढ़ाना (त्वचा जितनी तेजी से खिंचेगी, उतनी जल्दी निशान पड़ेंगे)अपनी त्वचा को विटामिन सी युक्त आहार दें ताकि उसकी लोच बनी रहे। वैसे आप चाहें तो कोको वाटर जैसा कोई मॉइश्चराइज़र भी इस्तेमाल कर सकती हैं। इससे कम से कम त्वचा पर सूखापन नहीं आएगा और न ही दर्द होगा। अपने पतिदेव से कहें कि वे इसे आपके पेट पर मलें, बेबी को भी मसाज का मजा आ जाएगा। 

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