हमारी स्किन हमारे आंतरिक स्वास्थ को बखूबी बयां करती है। चेहरे पर निकलने वाले पिंपल्स भी कई बार गंभीर बीमारी का संकेत दे सकते हैं। सामान्यतौर पर चेहरे पर मुहांसे उम्र, प्रदूषण और गंदगी के कारण होते हैं जो कि गाल और नाक के आसपास होते हैं। लेकिन कई बार मुहांसे सिर, माथे और ठोड़ी पर निकलने लगते हैं जिसे हल्के में लेना नुकसानदायक हो सकता है। जी हां, चेहरे पर टी जोन के अलावा मुहांसे निकलना किसी बीमारी का संकेत हो सकते हैं। पारंपरिक चीनी चिकित्सा के अनुसार शरीर में किसी विशेष अंग या ग्रंथि में होने वाली कमी या गड़बड़ी के चलते चेहरे के विभिन्न हिस्सों में मुहांसे दिखाई दे सकते हैं। इसकी पहचान कैसे की जाए चलिए जानते हैं इसके बारे में।
फॉरहेड

फॉरहेड यानी माथे पर मुहांसे आमतौर पर पाचन तंत्र से जुड़े होते हैं और ये संकेत दे सकते हैं कि आपको कुछ खाद्य पदार्थों को पचाने में कठिनाई हो रही है। ये लीवर की समस्या, अनिद्रा और तनाव का संकेत देते हैं। इस प्रकार के मुहांसों से निजात पाने के लिए पर्याप्त नींद और हेल्दी डाइट का सहारा लिया जा सकता है।
आईब्रो के बीच
आईब्रो के बीच मुहांसे तब होते हैं जब आप अधिक तला और चिकनईयुक्त भोजन का सेवन करते हैं। ये लीवर से संबंधित बीमारी या इंफेक्शन का संकेत देते हैं। इसके अलावा अधिक शराब का सेवन करने से भी आईब्रो के बीचोंबीच मुहांसे हो सकते हैं। ये मुहांसे पानीयुक्त हो सकते हैं। इस प्रकार के मुहांसों से निजात पाने के लिए लीवर की सफाई करना महत्वपूर्ण है। आप अधिक पानी का सेवन करें। हो सके तो अधिक तेलयुक्त खाद्य पदार्थ और शराब के सेवन से बचें।
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गाल
गाल पर होने वाले दानें या पिंपल्स प्रदूषित हवा और मिट्टी के कारण होते हैं। इस प्रकार के मुहांसे डस्ट एलर्जी का भी संकेत हो सकते हैं। इसलिए हमेशा सोने से पहले चेहरे की सफाई करने की आदत डालें। प्रदूषक तत्वों से छुटकारा पाने के लिए ग्रीन टी और एंटी-ऑक्सीडेंट युक्त प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल करें। घर में अधिक पौधे लगाएं ताकि श्वास संबंधित समस्याओं से भी बचा जा सके।
कनपट्टी

टेंपल्स यानी कनपट्टी पर निकलने वाले पिंपल्स किडनी और ब्लैडर की बीमारी का संकेत दे सकते हैं। कनपट्टी पर होने वाले मुहांसे ऑर्गेन में होने वाले इंफेक्शन और सूजन के कारण हो सकते हैं। कई बार किडनी से संबंधित बीमारी में भी इस प्रकार के दानों का अनुभव हो सकता है।
ठोड़ी
ठोड़ी पर मुहांसे अक्सर पीरियड्स के दौरान या उसके आसपास के दिनों में हो सकते हैं। इसका मुख्य कारण हार्मोन बदलाव है। पीरियड्स से पहले अपनी त्वचा की देखभाल पर अतिरिक्त ध्यान दें। ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने से बचें जिनसे हार्मोन्स प्रभावित होते हैं। कम चीनी, मसाले और तेल वाला खाना डाइट में शामिल करें। साथ ही गंदे हाथों को ठोड़ी पर रखने बचें। कई बार पिंपल्स से निकलने वाला पानी अन्य पिंपल्स को बढ़ावा दे सकता है।
आंखों के नीचे
आंखों के नीचे मुहांसे होना स्ट्रेस और डिहाइड्रेशन का संकेत देते हैं। हालांकि इस प्रकार के मुहांसे कम होते हैं लेकिन अधिक स्ट्रेस की स्थिति में इनका अनुभव हो सकता है। स्ट्रेस होने पर डार्क सर्कल, आंखों में सूजन और पिंपल्स हो सकते हैं। इस समस्या से निजात पाने के लिए अधिक पानी पिएं और मेडिटेशन करें।
