Nutritional Deficiency: बदलती लाइफस्टाइल और खाने की गलत आदतों की वजह से अधिकांश लोगों को पोषक तत्वों की कमी का सामना करना पड़ रहा है। पोषक तत्वों की कमी और उनके लक्षणों को अक्सर नजरअंदाज किया जाता है। ड्राय स्किन, आंखों के आसपास सूखापन, मसूड़ों से खून आना या कमजोरी महसूस करना जैसे लक्षण शरीर में न्यूट्रिशनल डिफिशिएंसी की ओर इशारे करते हैं। लेकिन जानकारी न होने के कारण हम प्रॉपर ट्रीटमेंट या डाइट में बदलाव नहीं कर पाते। तो चलिए आज जानते हैं कि कौन सी कॉमन न्यूट्रिशनल डिफिशिएंसी से शरीर को किन समस्याओं और लक्षणों का सामना करना पड़ सकता है।
आयरन डिफिशिएंसी

आयरन शरीर के लिए एक आवश्यक मिनरल है जो ब्लड में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करता है। आयरन की कमी दुनिया में सबसे आम पोषक तत्वों की कमी में से एक है। ये दुनियाभर में लगभग 25 प्रतिशत लोगों को प्रभावित करती है। इसका सबसे आम परिणाम एनीमिया है। आयरन डिफिशिएंसी होने पर कमजोरी, पीली त्वचा, सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, सिरदर्द, चक्कर आना, हाथ-पैर ठंड होना, जीभ में सूजन और अपर्याप्त भूख लगना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
विटामिन डी डिफिशिएंसी
विटामिन डी एक फैट सॉल्यूबल विटामिन है जो आपके शरीर में एक स्टेरॉयड हार्मोन की तरह काम करता है और ब्लडसेल्स को निर्देश देता है। जब आपकी त्वचा सूर्य के प्रकाश के संपर्क में आती है तो कोलेस्ट्रॉल से विटामिन डी उत्पन्न होता है। विटामिन डी की कमी से मांसपेशियों में कमजोरी, बोन लॉस, फ्रैक्चर, थकान, नींद का अभाव, अवसाद, बालों का झड़ना और भूख में कमी जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं।
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कैल्शियम डिफिशिएंसी
कैल्शियम आपके शरीर की प्रत्येक सेल्स के लिए एक महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। ये हड्डियों और दांतों को मजबूत बनाने में मदद करता है। कैल्शियम आपके हार्ट, मांसपेशियों और टिशू को सामान्य रूप से कार्य करने के लिए प्रेरित करता है। कैल्शियम की कमी से ऑस्टियोपोरोसिस हो जाता है जिसमें हड्डियां कमजोर और नाजुक हो जाती हैं। इसकी कमी से थकान, खराब ओरल हेल्थ, मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन, उंगलियों का सुन्नपन और असामान्य हार्ट बीट जैसे लक्षण हो सकते हैं।
आयोडीन डिफिशिएंसी

आयोडीन एक आवश्यक मिनरल है जो थायरॉइड हार्मोन के उत्पादन के लिए जरूरी होता है। थायरॉइड हार्मोन विकास, ब्रेन हेल्थ और बोन हेल्थ के रखरखाव में प्रमुख भूमिका निभाता है। आयोडीन की कमी सबसे आम समस्या है जिससे चोकिंग, निगलने में कठिनाई, बांझपन, पफी स्किन और मोटापे की समस्या हो सकती है।
विटामिन बी12 डिफिशिएंसी
विटामिन बी12 एक वॉटर सॉल्यूबल विटामिन है जो ब्लड फॉर्मेशन, ब्रेन और नर्व फंक्शंस के लिए आवश्यक होता है। शरीर के हर सेल्स को सामान्य रूप से कार्य करने के लिए बी12 की आवश्यकता होती है। शरीर अपने आप इस विटामिन का उत्पादन नहीं कर पाता इसलिए इसे विभिन्न खाद्य पदार्थ और सप्लीमेंट्स द्वारा पूरा किया जाता है। लगभग 80 प्रतिशत शाकाहारियों में विटामिन बी12 की कमी पाई जाती है। शरीर में विटामिन बी12 की कमी से सिरदर्द, अपच, सांस लेने में परेशानी, धुंधली दृष्टि, थकान और दस्त जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं।
