बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग कराते समय माँएं 4 बातों का जरूर ध्यान रखें: World Breastfeeding Week
Breastfeeding precautions

बच्चे को ब्रेस्टफीड कराने वाली माँएं ध्यान रखें ये 4 बातें

अगर नई माँ ब्रेस्टफीडिंग से जुड़ी कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें तो वे अपने बच्चे को अच्छे से फीड करा सकती हैं और मातृत्व के इस खूबसूरत पल का आनंद भी ले सकती हैंI

World Breastfeeding Week: हर महिला के लिए माँ बनने का एहसास बहुत खास होता हैI माँ जब अपने बच्चे को पहली बार सीने से लगाती है तो वह इस खूबसूरत अनुभव को शब्दों में बयां नहीं कर पाती हैI यहीं से एक नई माँ का खूबसूरत सफर शुरू होता है, लेकिन जानकारी के अभाव के कारण नई माँ के लिए यह सफर थोड़ा चुनौती भरा भी होता है, जैसे उन्हें शुरुआती समय में बच्चे को ब्रेस्टफीड कराने में काफी दिक्कत आती है, उन्हें समझ नहीं आता है कि बच्चे को कैसे अच्छे से फीड कराएँI

अगर नई माँ ब्रेस्टफीडिंग से जुड़ी कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखें तो वे अपने बच्चे को अच्छे से फीड करा सकती हैं और मातृत्व के इस खूबसूरत पल का आनंद भी ले सकती हैंI आपको बता दें कि हर साल अगस्त के पहले सप्ताह 1-7 अगस्त को वर्ल्ड ब्रेस्टफीडिंग वीक यानी विश्व स्तनपान सप्ताह मनाया जाता हैI

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World Breastfeeding Week
Breastfeed while sitting in the right position

जब आप बच्चे को ब्रेस्टफीडिंग करवाएं तो सबसे पहले अपने लिए सही पोजिशन का चुनाव करें, क्योंकि अगर आप अनकम्फर्टेबल पोजिशन में बैठकर बच्चे को दूध पिलाएंगी तो इससे आपके कंधे, पीठ और गर्दन में दर्द होने लगेगा और आपके लिए ब्रेस्टफीडिंग बहुत ज्यादा थकाने वाला प्रोसेस हो जाएगाI आपके इस स्ट्रेस का असर बच्चे पर भी पड़ेगा, इसलिए आप आरामदायक पोजिशन में बैठकर बच्चे को फीड करवाएंI

burp the baby
Make sure to burp the baby

जब आप अपने बच्चे को फीड करवा लें तो इसके तुरंत बाद ही बच्चे को तुरंत लेटाएँ नहीं, ऐसा करने से जब बच्चा लेट कर डकार करता है तो डकार के साथ दूध निकलकर शिशु की श्वास नलिका से होते हुए फेफड़ों में प्रवेश कर जाता है, जिसकी वजह से बच्चे की जान को खतरा हो सकता हैI इसलिए जरूरी है कि आप बच्चे को फीड कराने के बाद पहले डकार दिलवाएं, इसके बाद बच्चे को बिस्तर पर लेटाएँI

signals of the baby
Understand the signals of the baby

नवजात शिशु खुद से नहीं बता सकता है कि उसे कब भूख लगी है, ऐसे में माँ को बच्चे के संकेतों पर ध्यान देना जरूरी हैI माँएं इंतजार ना करें कि उनका बच्चा रो कर बताएगा कि उसे भूख लगी है, बल्कि आप बच्चे के रोने से पहले ही उसके संकेतों को समझे और उसे फीड कराएंI जब बच्चों को भूख लगती है तो वे कुछ संकेत देते हैं, जैसे जीभ बाहर निकालना, हाथ मुंह में ले जाना, होंठ चाटना और बेचैनI अगर बच्चा रो रहा होता है तो वह कभी भी अच्छे से फीड नहीं कर पाता हैI

force feed
Never force feed the child

जन्म के बाद से बच्चे को अपनी जरूरतों के बारे में अच्छे से पता होता है कि उसे कब और कितनी भूख लगी है, इसलिए आप अपनी तरफ से बच्चे को कभी भी जबरदस्ती फीड कराने की कोशिश ना करें और ना ही तुरंत-तुरंत बच्चे को फीड कराएँ, कम से कम फीडिंग में 3 घंटे का अंतराल जरूर रखेंI

ए अंकिता को मीडिया इंडस्ट्री में 9 वर्षों का अनुभव है। इन्होंने अपने करियर की शुरुआत प्रिंट मीडिया से की और खास तौर पर लाइफस्टाइल और एंटरटेनमेंट बीट में रुचि रखती हैं। लेखन के अलावा वेब सीरीज़ देखना, घूमना, संगीत सुनना और फोटोग्राफी...